नागपुर : ट्रिवाइज 2025 में एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल हुई जब झंकार महिला मंडल की अध्यक्षा श्रीमती आभा द्विवेदी ने एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में नाम दर्ज कराते हुए समावेशी कम-खर्च पोषक भारतीय व्यंजन प्रतियोगिता में सबसे अधिक प्रतिभागियों को जोड़कर नया रिकॉर्ड बनाया।
यह आयोजन एसवीके शिक्षण संस्था और एल.ए.डी. महिला महाविद्यालय, नागपुर के सहयोग से 12 सितम्बर को सम्पन्न हुआ। इसमें अभूतपूर्व संख्या में मुख्यधारा के प्रतिभागियों के साथ-साथ विशेष रूप से सक्षम (सपेशली एबल्ड) प्रतिभागियों ने भी भाग लिया। सभी ने रचनात्मक, स्वास्थ्यवर्धक और किफायती शाकाहारी व्यंजन प्रस्तुत किए — जिनकी लागत प्रति सर्विंग ₹30 से कम थी।
इसकी आधिकारिक घोषणा एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स की निर्णायक डॉ. सुनीता धोटे ने की और इस पहल की समावेशिता तथा सामाजिक प्रभाव की प्रशंसा की।
इस अवसर पर अभा द्विवेदी ने कहा कि न्यूट्रिवाइज का जन्म एक सपने के साथ हुआ था — स्वस्थ भोजन को सुलभ, किफायती और समावेशी बनाना। यह मान्यता केवल मेरा सम्मान नहीं, बल्कि हर प्रतिभागी की रचनात्मकता और प्रतिबद्धता का प्रतीक है। मैं इस उपलब्धि को उस सामुदायिक भावना को समर्पित करती हूँ जिसने न्यूट्रिवाइज को भव्य सफलता दिलाई।
एल.ए.डी. कॉलेज की निदेशक, डॉ. नंदा राठी ने कहा कि एल.ए.डी. कॉलेज के लिए यह गौरव का विषय है कि हम इस ऐतिहासिक उपलब्धि के सहभागी बने। हमारे विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और यह भी सीखा कि साधारण और किफायती विकल्पों के माध्यम से भी अच्छा स्वास्थ्य पाया जा सकता है। न्यूट्रिवाइज एक सशक्त शैक्षणिक मंच सिद्ध हुआ है।
एसवीके शिक्षण संस्था की अध्यक्ष, गायत्री वात्सल्य ने कहा कि न्यूट्रिवाइज उन मूल्यों का प्रतीक है जिनके लिए हम खड़े हैं — समावेश, जागरूकता और सशक्तिकरण। एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स की यह मान्यता अभा द्विवेदी जी की दूरदर्शिता और सभी संस्थाओं की सामूहिक भावना का प्रमाण है।
पोषण सोसायटी ऑफ इंडिया, नागपुर चैप्टर की संयोजक, डॉ. रीता भार्गव ने कहा कि न्यूट्रिवाइज 2025 एक अनोखी पहल है, जिसने पोषण जागरूकता और सामुदायिक भागीदारी को सुंदर ढंग से जोड़ा है। कम-खर्च पौष्टिक भोजन पर ध्यान देकर यह लोगों को सिखाता है कि हर घर के बजट में स्वस्थ जीवन संभव है। यह उपलब्धि हम सभी के लिए गर्व का क्षण है।”
कार्यक्रम में पोषण विशेषज्ञों, शिक्षाविदों और सामाजिक नेताओं की भागीदारी ने इसे और समृद्ध बनाया, जिन्होंने इस बात पर जोर दिया कि किफायती परंतु पौष्टिक भोजन विकल्प एक स्वस्थ भारत के लिए अत्यंत आवश्यक हैं। इस अवसर पर झंकार महिला मंडल की उपाध्यक्षा श्रीमती रीना पांडे एवं श्रीमती सोनाली म्हेत्रे तथा सचिव श्रीमती लिपिका श्रीवास्तव की विशेष उपस्थिती थी। आयोजन में झंकार महिला मंडल की सदस्याएं सक्रिय रूप से सम्मिलित रहीं।
इस ऐतिहासिक उपलब्धि के साथ न्यूट्रिवाइज 2025 ने न केवल एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में स्थान बनाया, बल्कि सामुदायिक पोषण पहलों के लिए एक नया मानक स्थापित किया और नागपुर को नवाचारी सामाजिक कार्यक्रमों में अग्रणी शहर के रूप में स्थापित किया।