Upgrade
पहल टाइम्स
  • होम
  • दिल्ली
  • राज्य
  • राष्ट्रीय
  • विश्व
  • धर्म
  • व्यापार
  • खेल
  • मनोरंजन
  • गैजेट्स
  • जुर्म
  • लाइफस्टाइल
    • स्वास्थ्य
    • फैशन
    • यात्रा
  • विशेष
    • साक्षात्कार
  • ईमैगजीन
  • होम
  • दिल्ली
  • राज्य
  • राष्ट्रीय
  • विश्व
  • धर्म
  • व्यापार
  • खेल
  • मनोरंजन
  • गैजेट्स
  • जुर्म
  • लाइफस्टाइल
    • स्वास्थ्य
    • फैशन
    • यात्रा
  • विशेष
    • साक्षात्कार
  • ईमैगजीन
No Result
View All Result
पहल टाइम्स
No Result
View All Result
  • होम
  • दिल्ली
  • राज्य
  • राष्ट्रीय
  • विश्व
  • धर्म
  • व्यापार
  • खेल
  • मनोरंजन
  • गैजेट्स
  • जुर्म
  • लाइफस्टाइल
  • विशेष
  • ईमैगजीन
Home राजनीति

नीतीश-तेजस्वी के ये वादे बिहार को बहुत भारी पड़ेंगे!

पहल टाइम्स डेस्क by पहल टाइम्स डेस्क
October 15, 2025
in राजनीति, राज्य
A A
Nitish vs Tejashwi
15
SHARES
512
VIEWS
Share on FacebookShare on Whatsapp

नई दिल्ली। राजनीतिक पार्टियां हर चुनाव से पहले जनता के लिए भर-भर के वादे करती हैं. लेकिन बिहार में तो पार्टियों ने राज्य का पूरा खजाना ही जनता पर लुटाने का ऐलान कर दिया है. जी हां. यहां के सियासी दलों ने चुनाव के पहले जो वादे किए हैं, उन्हें अगर पूरा किया गया तो राज्य का खजाना खाली हो सकता है. यानी जरूरी कामों पर खर्च करने के लिए राज्य के पास पैसे बचेंगे ही नहीं. कम से कम रिपोर्ट और आंकड़े तो यही कहते हैं. जानकार लगातार ये सवाल उठाते रहे हैं कि जो घोषणाएं की जा रही हैं, आखिर इसके लिए पैसे आएंगे कहां से.

बिहार में आचार संहिता लागू होने से पहले नीतीश कुमार की सरकार ने लगभग सभी वर्गों के लिए योजनाओं की झड़ी लगा दी. चुनाव के ऐलान से ठीक पहले राज्य की 1.21 करोड़ महिलाओं के खाते में 10,000 रुपये डाले गए. यह पैसे मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के तहत उन्हें भविष्य में बिजनेस शुरू करने में मदद करने के लिए दिए गए. इसके अलावा नीतीश सरकार ने

इन्हें भी पढ़े

yogi

दिवाली से पहले योगी आदित्यनाथ ने दी उपद्रवियों को बड़ी चेतावनी, अगर…

October 15, 2025
BJP

भाजपा ने 71 उम्मीदवारों में कैसे साधा सामाजिक समीकरण?

October 14, 2025
निशानेबाज श्रेयसी सिंह

मैदान छोड़ BJP के लिए सत्ता की लड़ाई लड़ेगी ये स्टार खिलाड़ी!

October 14, 2025
CM Dhami

सीएम धामी ने सर्किट हाउस हल्द्वानी में जनता से मुलाकात कर सुनी समस्याएं

October 14, 2025
Load More

आमदनी अठन्नी और खर्चा रुपैया!

इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक इन सभी योजनाओं का खर्च मिला दें तो इसकी लागत लगभग 40 हजार करोड़ रुपये तक पहुंच जाती है. यह राज्य की सालाना आय 56 हजार करोड़ का लगभग तीन चौथाई हिस्सा है. तेजस्वी यादव ने तो नीतीश सरकार से भी बड़ा ऐलान करते हुए राज्य के हर परिवार को सरकारी नौकरी देने का वादा किया है. बिहार जाति सर्वेक्षण के अनुसार, राज्य में परिवारों की कुल संख्या 2.76 करोड़ है. रिपोर्ट में बताया गया है कि अगर औसतन एक कर्मचारी की 30 हजार रुपये भी सैलरी मानी जाए तो सरकार को यह वादा पूरा करने के लिए सालाना अतिरिक्त 90,000 करोड़ रुपये खर्च करने होंगे.

साल 2025-26 में बिहार का कुल बजट 3.17 लाख करोड़ रुपये है. इसमें से एक तिहाई से भी अधिक, 1.12 लाख करोड़ रुपये वेतन और पेंशन देने में खर्च हो जाते हैं. वहीं अगर नीतीश सरकार और तेजस्वी यादव की घोषणाओं का कुल खर्च जोड़ दें तो यह भी लगभग 1.12 लाख करोड़ के आसपास आता है. यानी ऐसी स्थिति में सरकार के पास जरूरी कामों में खर्च करने के लिए केवल एक तिहाई बजट ही बचेगा. ऐसे में स्वास्थ्य और शिक्षा से लेकर बुनियादी कामों के लिए भी पैसे की तंगी आ जाएगी.

जानकारों ने पूरा गणित समझाया

रिपोर्ट में बिहार के वित्त विभाग के एक अधिकारी के हवाले से बताया गया है कि अगर इन चुनावी वादों को पूरा किया गया तो राज्य की पूरी कमाई का 80 फीसदी हिस्सा इसी में खर्च हो जाएगा. यह राज्य की वित्तीय हालात के लिए अच्छा नहीं है. पटना स्थित एक अर्थशास्त्री सूर्य भूषण ने इंडियन एक्स्प्रेस से कहा कि कि अगर राज्य के हर परिवार को सरकारी नौकरी दी गई तो उनकी सैलरी का बिल, राज्य की सालाना आय से कई गुना ज्यादा हो जाएगा. वादा पूरा करने के लिए 2 करोड़ से ज्यादा नई सरकारी नौकरियां पैदा करनी होंगी. इसके लिए राज्य के पूरे बजट से भी दोगुना खर्च करना होगा.

कुल मिलाकर दोनों ही तरफ से किए जा रहे चुनावी वादे पूरी तरह प्रैक्टिकल नहीं हैं. और अगर इन्हें पूरा किया जाता है तो राज्य की माली हालत खराब हो सकती है. प्रति व्यक्ति आय के मामले में बिहार पहले ही काफी पीछे चल रहा है. 2024-25 में, इसकी प्रति व्यक्ति आय 66,828 रुपये वार्षिक थी. जो कि राष्ट्रीय औसत 2.05 लाख रुपये से काफी कम है. नीतीश कुमार ने एक बार खुद कहा था कि भले ही हमारी अर्थव्यवस्था राष्ट्रीय औसत के मुकाबले काफी तेजी से बढ़े, लेकिन फिर भी हमें प्रति व्यक्ति आय के मामले में राष्ट्रीय औसत तक पहुंचने में 20 साल लगेंगे.

इन्हें भी पढ़ें

  • All
  • विशेष
  • लाइफस्टाइल
  • खेल

चुभती हुई हकीकतें

May 20, 2023
Uttarkashi Tunnel accident

उत्तरकाशी: सुरंग हादसा सिखा गया सबक

November 29, 2023
ahmedabad plane crash death

PM मोदी का अहमदाबाद दौरा… हादसे के घावों पर मरहम, घायलों से की मुलाकात

June 13, 2025
पहल टाइम्स

पहल टाइम्स का संचालन पहल मीडिया ग्रुप्स के द्वारा किया जा रहा है. पहल टाइम्स का प्रयास समाज के लिए उपयोगी खबरों के प्रसार का रहा है. पहल गुप्स के समूह संपादक शूरबीर सिंह नेगी है.

Learn more

पहल टाइम्स कार्यालय

प्रधान संपादकः- शूरवीर सिंह नेगी

9-सी, मोहम्मदपुर, आरके पुरम नई दिल्ली

फोन नं-  +91 11 46678331

मोबाइल- + 91 9910877052

ईमेल- pahaltimes@gmail.com

Categories

  • Uncategorized
  • खाना खजाना
  • खेल
  • गैजेट्स
  • जुर्म
  • दिल्ली
  • धर्म
  • फैशन
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • राजनीति
  • राज्य
  • राष्ट्रीय
  • लाइफस्टाइल
  • विशेष
  • विश्व
  • व्यापार
  • साक्षात्कार
  • सामाजिक कार्य
  • स्वास्थ्य

Recent Posts

  • दिवाली से पहले योगी आदित्यनाथ ने दी उपद्रवियों को बड़ी चेतावनी, अगर…
  • नीतीश-तेजस्वी के ये वादे बिहार को बहुत भारी पड़ेंगे!
  • धनतेरस पर बनने जा रही मंगल और सूर्य की महायुति, इन राशियों बदलेगी किस्मत

© 2021 पहल टाइम्स - देश-दुनिया की संपूर्ण खबरें सिर्फ यहां.

  • होम
  • दिल्ली
  • राज्य
  • राष्ट्रीय
  • विश्व
  • धर्म
  • व्यापार
  • खेल
  • मनोरंजन
  • गैजेट्स
  • जुर्म
  • लाइफस्टाइल
    • स्वास्थ्य
    • फैशन
    • यात्रा
  • विशेष
    • साक्षात्कार
  • ईमैगजीन

© 2021 पहल टाइम्स - देश-दुनिया की संपूर्ण खबरें सिर्फ यहां.