नई दिल्ली: किडनी हमारे शरीर के अहम अंगों में एक है जो 24 घंटे काम करती है. यह खून और वेस्ट मटीरियल्स को छानती है और शरीर की ओवरऑल हेल्थ को मेंटेन करती है. जब किडनी डैमेज हो जाती है और ठीक से काम नहीं कर पाती है जिससे शरीर में अपशिष्ट और तरल पदार्थ जमा हो जाते हैं.
इसके आम लक्षणों में थकान, कमजोरी, शरीर में सूजन (खासकर चेहरे और पैरों में), पेशाब में झाग या खून आना, भूख न लगना और रात में बार-बार पेशाब आना शामिल हैं. यह बीमारी धीरे-धीरे बढ़ती है और इसका इलाज शुरुआती चरण में आसानी से हो जाए तो ज्यादा बेहतर है ताकि इसे बढ़ने से रोका जा सके. डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर इसके सबसे बड़े कारण हैं.
किडनी की बीमारी के स्किन में दिखते हैं ये संकेत
रूखी और खुजलीदार त्वचा
अमेरिका के नेशनल किडनी फाउंडेशन की रिपोर्ट के अनुसार, कि़डनी आपके शरीर से वेस्ट और एक्स्ट्रा लिक्विड्स को निकालती हैं, लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण में मदद करती हैं, हड्डियों को मजबूत रखती हैं और आपके खून में खनिजों की सही मात्रा बनाए रखने का काम करते हैं.
आपकी स्किन में रूखापन और खुजली खनिज और हड्डी की बीमारी का संकेत हो सकती है जो अक्सर किडनी की एडवांस्ड बीमारी के साथ आती है या फिर तब जब किडनियां आपके खून में खनिजों और पोषक तत्वों का सही संतुलन बनाए रखने में सक्षम नहीं होती हैं.
स्किन पर सूजन
किडनी से अपशिष्ट और तरल पदार्थ ठीक से बाहर नहीं निकल पाते हैं तो इससे शरीर में अतिरिक्त तरल पदार्थ जमा होने लगते हैं. विशेष रूप से चेहरे (आंखों के आसपास), पैरों, टखनों और हाथों में सूजन हो सकती है.
स्किन के रंग में बदलाव
शरीर में विषाक्त पदार्थों के जमा होने से त्वचा और आंखों का रंग पीला पड़ सकता है जो पीलिया का इशारा है. इसके अलावा किडनी की बीमारी में एनीमिया भी होता है जिसके कारण भी त्वचा पीली पड़ सकती है.
घाव और चकत्ते
अगर किडनी की बीमारी होती है तो स्किन पर बहुत खुजली होती है जिससे त्वचा पर धब्बे या चकत्ते भी बन सकते हैं.







