नई दिल्ली : कर्नाटक में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के विधानसभा क्षेत्र में एक ग्राम पंचायत सेक्रेटरी ने आत्महत्या की कोशिश की. इस खबर के मीडिया में आते ही कर्नाटक की सियासत में हलचल मच गई. दिव्या नाम की ग्रेड-1 पंचायत सेक्रेटरी ने अचानक एक साथ पैरासिटामोल की लगभग 15 गोलियां खाने के बाद चक्कर खाकर गिर गई. पैरासीटामोल दर्द और बुखार के लिए दी जाने वाली दवा है. बताया जा रहा है कि दिव्या ने अपने ट्रांसफर की खबर सुनने के बाद ये आत्मघाती कदम उठाया था.
अधिकारियों और पंचायत सदस्यों ने मीडिया को बातचीत में बताया कि दिव्या पिछले दो वर्षों से वरुणा पंचायत सेक्रेटरी के तौर पर काम कर रही थीं. बताया जा रहा है दिव्या तब तनाव में आ गईं थीं जब एक दूसरी ग्राम पंचायत के एक ग्रेड-1 सेक्रेटरी ने दिव्या की जगह अपना ट्रांसफर करवाना चाहा. पंचायत अधिकारियों का कहना है कि वो दिव्या की जगह अपनी पोस्टिंग करवाने के लिए सीनियर अधिकारियों से सिफारिश कर रहा था.
ट्रांसफर होने की बात से दिव्या ने की आत्महत्या की कोशिश!
उसी दिन दिव्या ने कथित तौर पर ट्रांसफर होने की संभावना से परेशान होकर अपने ऑफिस के अंदर करीब 15 गोलियां निगल गईं और गश खाकर गिर पड़ीं. ऑफिस के एक वीडियो में दिव्या अपनी ऑफिस की कुर्सी पर बेहोश पड़ी दिखाई दे रही हैं, जबकि दो महिला सहकर्मी उन्हें जगाने और उठाने की कोशिश कर रही हैं. इस दौरान उनके दफ्तर के अन्य स्टाफ भी वहां आ जाते हैं और दिव्या को उठाकर इलाज के लिए मैसूर के कावेरी अस्पताल ले जाते हैं.
पुलिस ने पंचायत अधिकारियों से मिलकर जांच शुरू की
इस मामले को लेकर वरुणा पुलिस पंचायत अधिकारियों के साथ मिलकर मामले की जांच कर रही है. दिव्या ने अभी तक इस मामले में कोई ऑफिशियल शिकायत दर्ज नहीं कराई है. पुलिस आज एक बार फिर अस्पताल में उनसे मिलकर यह पता लगा सकती है कि क्या वह शिकायत दर्ज कराना चाहती हैं. वरुणा मुख्यमंत्री सिद्धारमैया का विधानसभा क्षेत्र होने के कारण इस घटना ने मीडिया के साथ अन्य लोगों का ध्यान भी अपनी ओर खींचा है.







