विकासनगर। टाइगर फॉल उत्थान एवं बहुउद्देश्यीय विकास समिति को निरस्त किये जाने की मांग को लेकर खत मोहना के ग्रामीणों का आंदोलन गुरुवार को दूसरे दिन भी जारी रहा। ग्रामीणों ने चकराता बाजार में विरोध रैली निकालने के बाद तहसील मुख्यालय में धरना दिया। इस दौरान तहसीलदार ग्रामीणों के साथ वार्ता के लिए धरना स्थल पर पहुंचे, लेकिन वार्ता विफल रही।
टाइगर फॉल उत्थान एवं बहुउद्देश्यीय विकास समिति के पदाधिकारियों पर अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए खत मोहना के आठ गांवों के ग्रामीण बुधवार से चकराता तहसील में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हुए हैं। ग्रामीण समिति को निरस्त करने तक धरना समाप्त नहीं करने की बात पर अड़े हुए हैं। गुरुवार सुबह तहसीलदार चकराता शीशपाल असवाल प्रदर्शनकारियों के बीच पहुंचे और उन्होंने ग्रामीणों को धरना खत्म करने के लिए समझाने का प्रयास किया।
लेकिन ग्रामीणों ने धरना समाप्त करने से इनकार कर दिया। ग्रामीणों का कहना है कि जब तक सक्षम अधिकारी मौके पर आकर उनसे बात नहीं करेंगे, तब तक वह धरने पर बैठे रहेंगे। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि समिति के पदाधिकारियों द्वारा समिति में भारी घोटाला किया हुआ है। कहा कि पदाधिकारी समिति के धन का निजी उपयोग कर रहे हैं। लेकिन जिम्मेदार इस ओर आंखे मूंदे हुए हैं। ग्रामीणों ने समिति के कार्यों की जांच कर कार्रवाई की भी मांग की है। प्रदर्शन करने वालों में खत स्याणा राजेंद्र सिंह, प्रधान सावरा जयवीर सिंह, प्रधान कंदाड़ नरेश रावत, प्रधान सुजऊ सुनीता जोशी, बीडीसी आशा देवी, स्याणा कंदाड़ मुन्ना सिंह, स्याणा इंद्रोली प्रीतम सिंह, स्याणा सावरा प्रताप सिंह, स्याणा ओली टोलु, स्याणा सावरा गीताराम जोशी, स्याणा बांगियासेर देबू, पूर्व प्रधान अर्जुन सिंह, टीकम सिंह, मायादत्त, खजान दिनेश चौहान सतीश चौहान आदि शामिल रहे।