प्रकाश मेहरा
एग्जीक्यूटिव एडिटर
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में बैसरन घाटी में हुए आतंकी हमले ने पूरे भारत को झकझोर कर रख दिया था। इस हमले में आतंकियों ने पर्यटकों से उनकी धार्मिक पहचान पूछकर हिंदुओं को निशाना बनाया, जिसमें 26 लोगों की मौत हो गई, जिसमें 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक शामिल थे। 17 लोग घायल हुए। भारत ने इस हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया, जिसमें पाकिस्तानी आतंकी संगठन द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF) और लश्कर-ए-तैयबा की भूमिका सामने आई। इस हमले के बाद देशभर में आक्रोश था, और लोग सरकार से जवाबी कार्रवाई की मांग कर रहे थे।
ऑपरेशन सिंदूर से भारत का करारा जवाब !
15 दिन बाद, 7 मई की रात, भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ लॉन्च किया। यह एक सटीक और रणनीतिक सैन्य कार्रवाई थी, जिसमें भारतीय वायुसेना, थलसेना, और नौसेना ने संयुक्त रूप से पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। इस ऑपरेशन को रात 1:05 बजे से 1:30 बजे के बीच, महज 25 मिनट में अंजाम दिया गया।
किन जगहों पर हुआ हमला ?
भारतीय वायुसेना ने मिसाइलों और जेट्स के जरिए निम्नलिखित स्थानों पर आतंकी ठिकानों को नष्ट किया:
पाकिस्तान: बहावलपुर, मुरीदके, सियालकोट, चक अमरू, गुलपुर। PoK में मुजफ्फराबाद, कोटली, भिंबर, बाग। इन ठिकानों में लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के मुख्यालय शामिल थे। शुरुआती खबरों के अनुसार, 100 से ज्यादा आतंकी मारे गए, और यह संख्या बढ़ सकती है।
ऑपरेशन का नाम ‘सिंदूर’ क्यों ?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस ऑपरेशन का नाम ‘सिंदूर’ रखा। इसका भावनात्मक महत्व था, क्योंकि पहलगाम हमले में आतंकियों ने ज्यादातर पुरुषों को निशाना बनाया, जिससे कई महिलाओं का सुहाग उजड़ गया। ‘सिंदूर’ उन विधवाओं के दर्द का प्रतीक था, जिनके पतियों को आतंकियों ने मार डाला। पीएम मोदी ने खुद रातभर वॉर रूम से इस ऑपरेशन की निगरानी की।
भारत की रणनीति और संयम !
भारत ने इस ऑपरेशन में सटीकता और संयम का परिचय दिया. किसी भी भारतीय विमान ने पाकिस्तानी सीमा पार नहीं की; हमले मिसाइलों और जेट्स से किए गए। केवल आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया, पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठानों को छुआ नहीं गया। रक्षा मंत्रालय ने बयान दिया कि यह कार्रवाई आतंकवाद के खिलाफ थी, न कि पाकिस्तान के साथ युद्ध छेड़ने के लिए।
पाकिस्तान ने दी प्रतिक्रिया !
पाकिस्तान में इस हमले के बाद हड़कंप मच गया। लोग सड़कों पर भागते दिखे, और कई इलाकों में लॉकडाउन जैसे हालात हो गए। पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ ने कहा“कायराना हमला” और “युद्ध का कृत्य” करार दिया और कहा कि पाकिस्तान “पूरी ताकत से जवाब देगा।”
रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ उन्होंने कहा कि “पाकिस्तान अपनी हिफाजत कर सकता है, लेकिन अगर भारत रुकता है तो वे भी रुकेंगे।” पाकिस्तान ने कहा कि हमले में 3 से 8 नागरिक मारे गए और एक मस्जिद को नुकसान पहुंचा। भारत ने इन दावों की पुष्टि नहीं की। पंजाब प्रांत में स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए और इस्लामाबाद में भी शैक्षणिक संस्थान बंद रहे।
भारत में जश्न का माहौल !
‘ऑपरेशन सिंदूर’ की खबर जैसे ही भारत में फैली, देशभर में जश्न का माहौल छा गया। लोग सड़कों पर उतरे, पटाखे फोड़े, और मिठाइयां बांटी गईं।
वहीं उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में व्यापारियों ने “भारत माता की जय” के नारे लगाए और जश्न मनाया।गाजियाबाद लोग एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशी मना रहे थे। बिहार के बेगूसराय में लोगों ने पटाखे जलाकर भारतीय सेना को सलाम किया। दूसरी ओर सोशल मीडिया X पर #OperationSindoor ट्रेंड करने लगा, जहां लोग सेना की बहादुरी की तारीफ कर रहे थे।
ऑपरेशन सिंदूर सच्ची श्रद्धांजलि !
पहलगाम हमले में अपने प्रियजनों को खोने वालों ने ऑपरेशन सिंदूर को सच्ची श्रद्धांजलि बताया: शुभम द्विवेदी की पत्नी ने कहा “मेरे पति को सच्ची श्रद्धांजलि मिली। पीएम मोदी ने हमारा भरोसा कायम रखा।” मंजूनाथ राव की मां ने कहा “हमें उम्मीद थी कि मोदी जी कार्रवाई करेंगे। ‘सिंदूर’ सही नाम है।” ऐशन्या ने कहा “शुभम की आत्मा को शांति मिलेगी।”
ऑपरेशन पर अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रियाएं !
भारत ने इस ऑपरेशन की जानकारी अमेरिका, ब्रिटेन, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, और रूस को दी। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो से बात की। न्यूयॉर्क टाइम्स, बीबीसी, और फ्रांस 24 ने इस हमले को प्रमुखता से कवर किया। कुछ ने भारत की कार्रवाई को आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कदम बताया, तो कुछ ने क्षेत्रीय तनाव बढ़ने की आशंका जताई। चीन ने ऑपरेशन को लेकर तटस्थ बयान दिया, जिसे पाकिस्तान के लिए झटका माना गया।
हमले के बाद भारत ने कई कदम उठाए सभी पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा तत्काल प्रभाव से रद्द किए गए। इस्लामाबाद और नई दिल्ली में दूतावास कर्मचारियों की संख्या घटाई गई। बीएसएफ और वायुसेना को हाई अलर्ट पर रखा गया। गृह मंत्रालय ने 244 जिलों में नागरिक सुरक्षा अभ्यास का आदेश दिया।
पाकिस्तान का हाल अफरातफरी !
पाकिस्तान में हमले के बाद अफरातफरी मची। मुजफ्फराबाद में बिजली गुल हो गई, और लोग बंकरों में शरण लेने को मजबूर हुए। पाकिस्तानी सेना ने सीजफायर का उल्लंघन किया, जिसका भारत ने जवाब दिया।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ भारत की आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति का प्रतीक बन गया है। यह न केवल पहलगाम हमले का जवाब था, बल्कि 2008 के मुंबई हमले और 2019 के पुलवामा हमले जैसे पुराने घावों का भी हिसाब-किताब था। देशभर में लोग सेना और सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं, और यह ऑपरेशन भारत की ताकत और संकल्प को दर्शाता है।