प्रकाश मेहरा
एग्जीक्यूटिव एडिटर
नैनीताल: नैनीताल में एक नाबालिग से कथित दुष्कर्म के बाद भड़की सांप्रदायिक हिंसा के बीच शैला नेगी नाम की एक युवती का वीडियो वायरल हुआ। शैला, जो मल्लीताल व्यापार मंडल अध्यक्ष की बेटी हैं, ने उग्र भीड़ को रोककर सवाल उठाया, “अगर एक व्यक्ति ने अपराध किया, तो पूरे समुदाय को क्यों निशाना बनाया जा रहा?” उनकी हिम्मत और इंसानियत की सोशल मीडिया पर खूब तारीफ हो रही है।
उत्तराखंड के नैनीताल में हाल ही में एक 12 वर्षीय नाबालिग लड़की के साथ कथित दुष्कर्म की घटना के बाद सांप्रदायिक हिंसा भड़क उठी, जिसने शहर के शांत माहौल को तनावपूर्ण बना दिया। इस घटना के बाद एक युवती का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें वह उग्र भीड़ को शांत करने और हिंसा रोकने की कोशिश करती नजर आई। आइए, इस पूरे मामले को विस्तार से समझते हैं।
नाबालिग हिंदू लड़की के साथ दुष्कर्म !
30 अप्रैल की देर रात, नैनीताल में 76 वर्षीय मोहम्मद उस्मान, जो पेशे से ठेकेदार है और 50 वर्षों से शहर में रह रहा है, पर 12 साल की एक नाबालिग हिंदू लड़की के साथ दुष्कर्म का आरोप लगा। पीड़िता के परिवार ने शिकायत दर्ज की, जिसके बाद पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लिया और उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। नाबालिग का मेडिकल परीक्षण भी कराया गया।
इस घटना की खबर जंगल की आग की तरह फैली, जिसके बाद स्थानीय लोगों और हिंदू संगठनों का गुस्सा फूट पड़ा। बुधवार रात करीब 9:30 बजे से मल्लीताल और तल्लीताल क्षेत्रों में भीड़ ने मुस्लिम समुदाय की दुकानों पर तोड़फोड़ शुरू की, वाहनों को निशाना बनाया और एक धार्मिक स्थल पर पथराव किया। कुछ लोगों ने दुकानों में आग लगाने की कोशिश भी की। स्थिति बिगड़ने पर पुलिस ने भारी बल तैनात किया और लाठीचार्ज कर भीड़ को तितर-बितर किया। धारा 163 (BNSS) लागू की गई, और अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी गई। मल्लीताल थाने का घेराव हुआ, जहां भीड़ ने आरोपी को सौंपने की मांग की।
वायरल वीडियो और युवती की भूमिका !
वायरल वीडियो में दिखने वाली युवती का नाम शैला नेगी है, जो मल्लीताल क्षेत्र के व्यापार मंडल अध्यक्ष की बेटी हैं। वह अपने पिता के साथ दुकान पर काम करती हैं। वीडियो में शैला भीड़ के सामने खड़ी होकर सवाल उठाती हैं, “अगर एक व्यक्ति ने अपराध किया है, तो पूरे समुदाय को सजा क्यों दी जा रही है?” वह हिंसा और तोड़फोड़ को रोकने की अपील करती हैं, जिससे उनका साहस और समझदारी सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गई।
शैला के वीडियो को कुछ लोगों ने साहसिक कदम बताया।
ये है शैला नेगी जो वायरल हो रही है
मामला- एक बार भी 12 साल की हिंदू बेटी के लिए न्याय नहीं मांगा न 73 साल के उस्मान पर कुछ बोली लेकिन लोग जब स्थानीय लोग गुस्से हुए और तोड़फोड़ हुई तो ये समुदाय विशेष के लोगों की समर्थक बनकर सेक्युलरिज्म की नई मिशाल बन गई pic.twitter.com/YvYq0MDhzk
— PAHAL TIMES (@pahal_times) May 5, 2025
वकीलों ने पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन किया !
बाजार बंद और पर्यटन पर असर: घटना के बाद मल्लीताल से तल्लीताल तक सभी बाजार बंद हो गए। पर्यटक नैनीताल छोड़कर लौटने लगे, जिससे स्थानीय पर्यटन उद्योग को भारी नुकसान हुआ। कई होटलों की बुकिंग रद्द हो गईं। 1 मई को हजारों लोग सड़कों पर उतरे और कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत को ज्ञापन सौंपा, जिसमें आरोपी के खिलाफ फास्ट-ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाने और कड़ी सजा की मांग की गई। हल्द्वानी कोर्ट में आरोपी की पेशी के दौरान वकीलों ने पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन किया, जिससे तनाव और बढ़ गया।
सांप्रदायिक तनाव का एक दुर्लभ उदाहरण !
यह घटना नैनीताल जैसे शांत शहर में सांप्रदायिक तनाव का एक दुर्लभ उदाहरण है। कुछ संगठनों ने इसे सामुदायिक आधार पर भड़काने की कोशिश की, जिसे शैला जैसे लोगों ने रोकने का प्रयास किया। नैनीताल पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए त्वरित कार्रवाई की, लेकिन कुछ लोगों ने पुलिस पर पक्षपात का आरोप भी लगाया। नैनीताल एसपी जगदीश चंद्र ने स्पष्ट किया कि जांच निष्पक्ष होगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। प्रदर्शनों में बड़ी संख्या में महिलाएं और युवा शामिल हुए, जो सामाजिक संगठनों के साथ मिलकर न्याय की मांग कर रहे थे।
पूरे उत्तराखंड में चर्चा का विषय !
शैला का वीडियो न केवल नैनीताल बल्कि पूरे उत्तराखंड में चर्चा का विषय बना। उनकी अपील ने हिंसा को कुछ हद तक रोकने में मदद की, लेकिन इसके साथ ही उन्हें सामाजिक आलोचना का भी सामना करना पड़ा। वर्तमान स्थिति (5 मई तक) आरोपी मोहम्मद उस्मान हिरासत में है, और मामला फास्ट-ट्रैक कोर्ट में ले जाने की मांग जोर पकड़ रही है। नैनीताल में तनाव कम हुआ है, लेकिन बाजार और पर्यटन अभी भी पूरी तरह सामान्य नहीं हुए हैं।
शैला नेगी का वीडियो अब भी सोशल मीडिया पर वायरल है, और लोग उनके साहस की सराहना करने के साथ-साथ इस घटना को सामाजिक एकता के दृष्टिकोण से देखने की अपील कर रहे हैं।
ये है शैला नेगी जो वायरल हो रही है
मामला- एक बार भी 12 साल की हिंदू बेटी के लिए न्याय नहीं मांगा न 73 साल के उस्मान पर कुछ बोली लेकिन लोग जब स्थानीय लोग गुस्से हुए और तोड़फोड़ हुई तो ये समुदाय विशेष के लोगों की समर्थक बनकर सेक्युलरिज्म की नई मिशाल बन गई pic.twitter.com/YvYq0MDhzk
— PAHAL TIMES (@pahal_times) May 5, 2025