रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव का औपचारिक ऐलान अभी भले न हुआ हो, लेकिन सियासी सरगर्मियां तेज हो गई हैं. कांग्रेस अपनी सत्ता को बचाए रखने के लिए मशक्कत कर रही है तो बीजेपी भी अपनी वापसी को बेताब है. पीएम मोदी ने शुक्रवार को 2023 का चुनावी शंखनाद करते हुए केंद्र सरकार की योजनाओं की तारीफ की और भूपेश सरकार पर जमकर हमलावर रहे. साथ ही पीएम मोदी ने अपनी योजनाओं को असली गारंटी बताया तो कांग्रेस की गारंटी को नकली करार दिया.
पीएम मोदी ने रायपुर में साढ़े 700 करोड़ की योजनाओं की सौगात देने के बाद बीजेपी की विजय संकल्प रैली को संबोधित किया. इस दौरान पीएम मोदी ने कांग्रेस के साल 2018 के चुनावी वादों की याद दिलाते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार भ्रष्टाचार और कुशासन का मॉडल बन चुकी है. पीएम मोदी ने कहा कि करप्शन में डूबी कांग्रेस अब झूठी गारंटियों से भ्रष्टाचार के दाग को छुपाने की कोशिश कर रही है.
नकली गारंटियों से सतर्क और सावधान रहने की जरूरत- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने भूपेश बघेल सरकार पर हमला करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में भी सिर्फ करप्शन हुआ है, लेकिन हर भ्रष्टाचारी सुन ले भ्रष्टाचार पर कार्रवाई की गारंटी है. इस दौरान उन्होंने छत्तीसगढ़ के लोगों से कहा कि ऐसी नकली गारंटियों से सतर्क और सावधान रहने की जरूरत है. साथ ही पीएम मोदी ने आयुष्मान योजना का कार्ड अपने हाथों में लेकर दिखाते हुए कहा कि यह बीजेपी ही है, जो असली गारंटी देती है, जो वादे करती है और उसे पूरा करके दिखाती है.
पीएम मोदी ने अपनी केंद्र की योजनाओं को असली गारंटी और कांग्रेस की गारंटी को नकली यूं ही नहीं बताया बल्कि यह सोची समझी रणनीति मानी जा रही है. कांग्रेस हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक में लोकलुभावने वादों की योजनाओं की गारंटी देकर बीजेपी को मात देकर सत्ता की सियासी बाजी अपने नाम कर चुकी है. कांग्रेस का यह फॉर्मूला का मंत्र बन गया है, जिसके चलते मध्य प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना और छत्तीसगढ़ में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव में भी गारंटी कार्ड खेल रही है.
कांग्रेस की गारंटियों से बीजेपी को नुकसान!
कांग्रेस ने मध्य प्रदेश,तेलंगाना में सरकार बनने पर पुरानी पेंशन बहाली, 100 युनिट बिजली बिल माफ और 200 युनिट तक हाफ, महिलाओं को 1500 रुपये हर महीने पेंशन योजना, 500 रुपये में गैस सिंलेडर किसानों की कर्जमाफी का वादा कर रखा है, जिसे पूरा करने की गारंटी ले रही है. कांग्रेस ने मुफ्त बिजली, बसों में महिलाओं का मुफ्त सफर, युवाओं के लिए बेरोजगारी भत्ता जैसे वादे हर राज्य में कर रही है. बीजेपी को कांग्रेस की इन गारंटी से सियासी तौर पर काफी नुकसान की संभावना दिख रही है, जिसको लेकर पीएम मोदी अब अपनी योजनाओं के जरिए उसे काउंटर करने का सियासी दांव चल रहे हैं.
राजस्थान और छत्तीसगढ़ के चुनाव में कांग्रेस ने गहलोत और भूपेश बघेल के विकास मॉडल को लेकर चुनावी मैदान में उतरने की रणनीति बनाई है. बघेल सरकार जनता को गोबर से लेकर मूत्र तक का पैसा दे रही है तो राजस्थान में गहलोत सरकार ने 25 लाख रुपए तक मुफ्त इलाज की योजना लाई है. दोनों ही राज्यों में पुरानी पेंशन योजना का लाभ भी मिल रहा है. इतना ही नहीं राजस्थान में महंगाई के कैंप भी लगाए गए हैं और साथ ही सरकारी योजनाओं का लाभ देने के लिए भी गांव-गांव में प्रचार प्रसार कर रही है. सीएम गहलोत तो लाभार्थियों की रैली भी कर रहे हैं.
सियासी तौर पर हिट रहा है कि कांग्रेस को गारंटी का फॉर्मूला
कांग्रेस को गारंटी का फॉर्मूला सियासी तौर पर हिट हो रहा है, जिसके चलते 2024 के चुनाव में भी इन्हीं कामों और गारंटी के दांव पर सियासी बिसात को बिछाने की कवायद है. कांग्रेस इस बात को समझ गई है कि लोकलुभावने वादों की गारंटी के जरिए अपनी खोई हुई सियासत को दोबारा से हासिल किया जा सकता है तो बीजेपी को लगता है कि यह दांव उसके सियासी राह में बाधा बन सकता है. इसीलिए बीजेपी और मोदी सरकार ने पूरी तरह से कांग्रेस की गारंटी वादों के जवाब में अपनी सरकार के की ओर से किए जा रहे विकास कार्यों को गिनाना शुरू कर दिया है.
बीजेपी साल 2019 के लोकसभा चुनाव में उज्जवला योजना, पीएम आवास योजना और सौचालय योजना के जरिए सियासी बाजी जीत चुकी है. इतना ही नहीं कोरोना काल में मुफ्त में शुरू की गई राशन योजना भी हिट रही है और उसका राजनीतिक लाभ भी बीजेपी को बिहार, यूपी, उत्तराखंड के विधानसभा चुनाव में मिला था. इसीलिए मोदी सरकार ने इस योजना को अभी तक शुरू कर रखा है. इसके अलावा मोदी सरकार ने पांच लाख रुपये तक की मुफ्त इलाज वाली अयुष्मान योजना भी ट्रंप कार्ड साबित हो सकती है.
गारंटी कार्ड अब बड़ा चुनावी मुद्दा
पीएम मोदी ने छत्तीसगढ़ के रायपुर, मध्य प्रदेश के शहडोल और भोपाल की रैली में आयुष्मान योजना का कार्ड दिखाते हुए अपनी योजना को असली गारंटी बताया, जबकि कांग्रेस के वादों को नकली गारंटी बताते नजर आए. इतना ही नहीं विपक्षी सरकारों की योजनाओं की अचोलना करते हुए नरेंद्र मोदी ने उसे भ्रष्टाचार से जोड़ दिया और कहा कि गारंटी की आड़ में करप्शन का दाग छुपा रहे हैं. इससे साफ जाहिर होता है कि कांग्रेस की गारंटी कार्ड बड़ा चुनावी मुद्दा बनता जा रहा है.