नई दिल्ली: भारत पाकिस्तान युद्ध में तुर्की ने पाकिस्तान का साथ दिया. ऐसी हरकत कर उसने सीधा भारत से पंगा ले लिया. लेकिन उसे क्या पता था कि यह पंगा उसे बहुत भारी पड़ने वाला है. अब तुर्की की बैंड बज गई है. दरअसल भारत-पाकिस्तान युद्धमें पाकिस्तान का साथ देने के बाद भारत में तुर्की का जमकर विरोध हुआ. भारतीयों ने ‘बॉयकॉट तुर्की’ कैंपेन चलाया और पूरे देश में तुर्की के सामानों का विरोध होने लगा. अब एक रिपोर्ट आई है जिसके अनुसार तुर्की को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा है. टूरिज्म के क्षेत्र में भारी गिरावट के बाद तुर्की की इकॉनमी की हालत पतली हो गई है. मतलब इकॉनमी की हालत खराब हो गई है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक जून में तुर्की जाने वाले भारतीय पर्यटकों की संख्या में 37% की भारी गिरावट दर्ज की गई. तुर्की के आधिकारिक आंकड़े बताते हैं कि इस साल जून में केवल 24,250 भारतीय पर्यटक वहां पहुंचे, जबकि पिछले साल इसी महीने में यह संख्या 38,307 थी. मई में भी पर्यटकों की संख्या में बड़ी कमी दर्ज की गई. यह साफ है कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान का समर्थन करने के बाद भारतीयों ने तुर्की की यात्रा से किनारा कर लिया है.
ऑपरेशन सिंदूर में तुर्की हुआ बेनकाब
मई में भारत द्वारा लॉन्च किए गए ऑपरेशन सिंदूर के बाद तुर्की ने खुले तौर पर पाकिस्तान का समर्थन किया था. चार दिनों तक चले युद्ध में तुर्की ने पाकिस्तान की मदद की. इसकी पुष्टि भारतीय सेना ने भी की थी. सेना के उप प्रमुख जनरल राहुल सिंह ने कहा था कि भारत ने इस संघर्ष में सिर्फ पाकिस्तान ही नहीं, बल्कि तुर्की और चीन से भी मोर्चा लिया.
तुर्की के ड्रोन से पाक ने किया था हमला
जांच में यह भी सामने आया था कि पाकिस्तान द्वारा किए गए हमलों में तुर्की के बने ड्रोन इस्तेमाल किए गए थे. 9 मई को भारतीय सेना ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि गिराए गए ड्रोन के मलबे से यह खुलासा हुआ. इस खबर के सामने आते ही भारत में तुर्की के खिलाफ माहौल गरम हो गया और लोगों ने सोशल मीडिया पर #BoycottTurkey ट्रेंड शुरू कर दिया.
भारतीयों का बॉयकॉट बना सिरदर्द
भारतीय टूरिस्टों के बहिष्कार के बाद तुर्की के टूरिज्म सेक्टर को बड़ा झटका लगा है. MakeMyTrip, EaseMyTrip और Cleartrip जैसे ट्रैवल पोर्टल्स ने भी तुर्की का प्रचार बंद कर दिया है. अब समुद्र किनारों और पर्यटन स्थलों के लिए मशहूर तुर्की को भारतीय पर्यटकों के बहिष्कार से भारी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है.