जयपुर : राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की ओर से लगाए गए मानहानि केस में कोर्ट की ओर से बड़ा फैसला लिया गया। कोर्ट ने इस मामले की सुनवाई करने के बाद सीएम के खिलाफ समन जारी किया है, उन्हें कोर्ट में पेश होने के आदेश दिए हैं।
गजेंद्र शेखावत और अशोक गहलोत
जयपुर : केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत की ओर से दायर मानहानि की शिकायत के मामले में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मुश्किलें बढ़ती दिख रही है। इस मामले में दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने मुख्यमंत्री को समन जारी किया है । गुरुवार को दिल्ली की कोर्ट ने मामले को लेकर सुनवाई की। इसके बाद कोर्ट ने सीएम अशोक गहलोत को समन जारी कर पेश होने के आदेश दिए हैं। उन्हें सात अगस्त को कोर्ट में मौजूद रहने का आदेश दिया गया है।
राजस्थान में बढ़ेगा सियासी पारा
कोर्ट की ओर से जारी आदेश के बाद माना जा रहा है कि प्रदेश में आने वाले दिनों में इससे राजस्थान की राजनीति गर्माएगी। राजस्थान में चुनाव सिर पर हैं। इसी बीच कोर्ट की ओर से मानहानि केस में सीएम की पेशी के आदेश से माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में राजस्थान में फिर से सीएम गहलोत और केंद्रीय मंत्री शेखावत के बीच तल्खी बढ़ेगी।
जानिए क्या है मामला
केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने हाल ही में गहलोत के खिलाफ आपराधिक मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया था। गहलोत ने उन पर कथित संजीवनी घोटाले में शामिल होने के आरोप लगाए थे। इस पर केंद्रीय मंत्री ने अदालत का रुख किया था। शेखावत का आरोप है कि उन्हें बदनाम करने और चरित्र हनन के लिए सीएम अशोक गहलोत ऐसा कर रहे हैं। शेखावत ने कहा था कि राजस्थान के मुख्यमंत्री ने ना सिर्फ उनके चरित्र का हनन किया बल्कि उनकी दिवंगत मां को भी आरोपी करार दिया। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 21 फरवरी को आरोप लगाया था कि संजीवनी घोटाले में गजेंद्र सिंह शेखावत के माता-पिता और पत्नी समेत पूरा परिवार शामिल है।