Upgrade
पहल टाइम्स
  • होम
  • दिल्ली
  • राज्य
  • राष्ट्रीय
  • विश्व
  • धर्म
  • व्यापार
  • खेल
  • मनोरंजन
  • गैजेट्स
  • जुर्म
  • लाइफस्टाइल
    • स्वास्थ्य
    • फैशन
    • यात्रा
  • विशेष
    • साक्षात्कार
  • ईमैगजीन
  • होम
  • दिल्ली
  • राज्य
  • राष्ट्रीय
  • विश्व
  • धर्म
  • व्यापार
  • खेल
  • मनोरंजन
  • गैजेट्स
  • जुर्म
  • लाइफस्टाइल
    • स्वास्थ्य
    • फैशन
    • यात्रा
  • विशेष
    • साक्षात्कार
  • ईमैगजीन
No Result
View All Result
पहल टाइम्स
No Result
View All Result
  • होम
  • दिल्ली
  • राज्य
  • राष्ट्रीय
  • विश्व
  • धर्म
  • व्यापार
  • खेल
  • मनोरंजन
  • गैजेट्स
  • जुर्म
  • लाइफस्टाइल
  • विशेष
  • ईमैगजीन
Home राष्ट्रीय

तारीख पर तारीख

पहल टाइम्स डेस्क by पहल टाइम्स डेस्क
October 18, 2022
in राष्ट्रीय, विशेष
A A
court
22
SHARES
748
VIEWS
Share on FacebookShare on Whatsapp

अजय दीक्षित


भारत की अदालतों में सभी स्तर पर बरसों से मुकदमे लम्बित रहते हैं । ऐसे भी उदाहरण हैं कि मुकदमा दादा के समय शुरु होता है और पौत्र के समय खत्म होता है । अभी हाल में नये मुख्य न्यायाधीश ने कहा है कि आधे से ज्यादा मुकदमे सरकार के गलत निर्णय के कारण होते हैं । प्राय: सर्विस मैटर के मुकदमे होने ही नहीं चाहिए यदि अधिकारी कर्मचारी की बात को ध्यान से सुन कर न्यायोचित निर्णय करें । पहले पंच प्रथा थी । अंग्रेजों के आगमन से पहले भारत में पंचायतें में फैसला करती थीं । रिकार्ड बतलाते हैं कि उन्हें मृत्युदण्ड तक देने का अधिकार था साक्ष्य क पुख्ता इंतजाम था । यह प्रणाली त्वरित और कम खर्च वाली थी । अंग्रेजों के आगमन के बाद भारत में जो न्याय व्यवस्था चली, वह बहुत कुछ ब्रिटिश प्रणाली पर थी । ब्रिटेन एक बहुत छोटा देश है । वैसे भी हम कुछ भी कहें ब्रिटिश लोग न्याय और सद्भाव से रहने वाले लोग हैं । हमारे यहां तो छोटी सी छोटी बात पर भी गोली चल जाती है।

इन्हें भी पढ़े

Sheikh Hasina

शेख हसीना ने तोड़ी चुप्पी, बोली- आतंकी हमला US ने रचा, PAK ने अंजाम दिया

November 2, 2025
amit shah

अमित शाह ने बताया- भारत में क्यों नहीं हो सकता Gen-Z प्रदर्शन!

November 2, 2025
Gold

तीन महीने में भारतीयों ने कितना सोना खरीदा? ये आंकड़े चौंका देंगे

November 2, 2025
adi kailash

22KM कम हो जाएगी आदि कैलाश की यात्रा, 1600 करोड़ होंगे खर्च

November 1, 2025
Load More

भारत में ब्रिटेन से जो न्याय व्यवस्था ली गई है, कई स्तरीय है । पहले जिले में सिंगल जज के यहां मुकदमा चलेगा, उसकी अपील डबल बेंच में की जा सकती है । फिर हाई कोर्ट सिंगल जज, फिर हाई कोर्ट डबल जज, फिर सुप्रीम कोर्ट, फिर राष्ट्रपति के यहां अपील । यदि किसी अपराधी ने राष्ट्रपति के यहां अपील कर रखी है तो सजा स्थिगित रहती है । राष्ट्रपति के यहां बहुत देर से निर्णय आते हैं । हमारी जेलों में अण्डर ट्रायलों की भरमार है यानि ऐसे कैदी जिनके मामले में फैसला नहीं आया है, या कभी अदालत में केस ही शुरू नहीं हुआ है । प्रधानमंत्री से लेकर कानून मंत्री, लॉ कमीशन और मुख्य न्यायाधीश, न्यायाधीश समस्या तो उठाते हैं, परन्तु उसमें कोई निर्णय नहीं लिया जाता और भारतीय जेलें अण्डर ट्रायलों से भरी रहती हैं । फिर हमारे यहां फैसले देने की गति बहुत धीमी है । भारत में डेढ़ करोड़ क्रिमिनल केस पेन्डिंग हैं । इनमें से 34 प्रतिशत तीन साल से ज्यादा पुराने हैं । आई.पी.सी. के अन्तर्गत क्रिमिनल खेलों की यह स्थिति है-

3 से 6 महीने पुराने -12 प्रतिशत
6 से 1 साल पुराने -18 प्रतिशत
1 से 3 साल पुराने – 53 प्रतिशत

सन् 2021 तक विभिन्न अदालतों में पेन्डिंग केसों की यह स्थिति हैं :-
*मारपीट – 41 प्रतिशत
*लापरवाही से गाड़ी चलाने पर मृत्यु -36 प्रतिशत
*बलात्कार – 40 प्रतिशत
* हत्या का प्रयास – 27 प्रतिशत
* अपहरण – 30 प्रतिशत
* आत्महत्या के लिए उकसाना – 23 प्रतिशत
* दहेज़ प्रताडऩा – 45 प्रतिशत
* हत्या – 35 प्रतिशत

विभिन्न राज्यों में सजा का प्रतिशत (कुल केसों की तुलना में)
* उड़ीसा – 5 प्रतिशत
* पश्चिम बंगाल – 6 प्रतिशत
* गुजरात – 21 प्रतिशत
* झारखण्ड – 41 प्रतिशत
* हरियाणा – 42 प्रतिशत
* कर्नाटक – 50 प्रतिशत
* मध्यप्रदेश – 53 प्रतिशत
* महाराष्ट्र – 54 प्रतिशत
* राजस्थान – 56 प्रतिशत
* पंजाब – 61 प्रतिशत
* उत्तर प्रदेश – 63 प्रतिशत
* तमिलनाडु – 73 प्रतिशत
* जम्मू कश्मीर – 77 प्रतिशत
* आन्ध्र प्रदेश – 84 प्रतिशत

केरल और दिल्ली में सजा का प्रतिशत सबसे ज्यादा 86 प्रतिशत है। भारत में कानून व्यवस्था में सुधार को लेकर बहुत से आयोग बने हैं । परन्तु हालात में सुधार नहीं हुआ है। सन् 2013 में न्याय व्यवस्था में सुधार को लेकर जस्टिस वी.एस. मल्लिमथ ने कहा था कि कोई भी सुझाव मानें नहीं जाते और फिर नया आयोग फिर शुरू से शुरुवात करवाता है। यह है भारत की 75 वर्ष की स्वतंत्रता का इतिहास।

इन्हें भी पढ़ें

  • All
  • विशेष
  • लाइफस्टाइल
  • खेल
narendra modi

नरेंद्र मोदी का स्वर्णिम सफ़र, 75वें जन्मदिवस पर एक विस्तृत विश्लेषण

September 17, 2025

आम चुनाव से पहले देश में लागू हुआ CAA, मिलेगी न्यायपूर्ण नागरिकता

March 12, 2024
gst

कोल्ड ड्रिंक, सिगरेट से तंबाकू तक, ‘सिन गुड्स’ पर 40% जीएसटी, जानें नई टैक्स नीति का पूरा सच!

September 4, 2025
पहल टाइम्स

पहल टाइम्स का संचालन पहल मीडिया ग्रुप्स के द्वारा किया जा रहा है. पहल टाइम्स का प्रयास समाज के लिए उपयोगी खबरों के प्रसार का रहा है. पहल गुप्स के समूह संपादक शूरबीर सिंह नेगी है.

Learn more

पहल टाइम्स कार्यालय

प्रधान संपादकः- शूरवीर सिंह नेगी

9-सी, मोहम्मदपुर, आरके पुरम नई दिल्ली

फोन नं-  +91 11 46678331

मोबाइल- + 91 9910877052

ईमेल- pahaltimes@gmail.com

Categories

  • Uncategorized
  • खाना खजाना
  • खेल
  • गैजेट्स
  • जुर्म
  • दिल्ली
  • धर्म
  • फैशन
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • राजनीति
  • राज्य
  • राष्ट्रीय
  • लाइफस्टाइल
  • विशेष
  • विश्व
  • व्यापार
  • साक्षात्कार
  • सामाजिक कार्य
  • स्वास्थ्य

Recent Posts

  • विवादों के बीच ‘द ताज स्टोरी’ ने बॉक्स ऑफिस पर कर दिया बड़ा खेल
  • मल्लिकार्जुन खरगे को अमित शाह का जवाब, गिनाया RSS का योगदान
  • दिल्ली सरकार का तोहफा, महिलाओं के लिए ‘पिंक सहेली स्मार्ट कार्ड’ की शुरुआत

© 2021 पहल टाइम्स - देश-दुनिया की संपूर्ण खबरें सिर्फ यहां.

  • होम
  • दिल्ली
  • राज्य
  • राष्ट्रीय
  • विश्व
  • धर्म
  • व्यापार
  • खेल
  • मनोरंजन
  • गैजेट्स
  • जुर्म
  • लाइफस्टाइल
    • स्वास्थ्य
    • फैशन
    • यात्रा
  • विशेष
    • साक्षात्कार
  • ईमैगजीन

© 2021 पहल टाइम्स - देश-दुनिया की संपूर्ण खबरें सिर्फ यहां.