सतीश मुखिया
मथुरा : उत्तर प्रदेश की धार्मिक नगरी मथुरा वृंदावन में आबकारी नियमों का खुलेआम उल्लंघन जारी है। राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या दो, माहेश्वरी चौराहे से मसानी चौराहा जैसी जगहों पर देसी शराब की अवैध बिक्री धड़ल्ले से चल रही है। चौंकाने वाली बात यह है कि दुकानदार अपनी जेबों में देसी शराब के पव्वे भरकर खड़े हो जाते हैं और समय से पहले ही को उपलब्ध कराते हैं। यह लोग परचून की दुकानों में, खो-खो और होटलों में बैठकर शराब बेचते हैं, कई ठेको पर प्रातः 10:00 बजे से पहले और रात 10:00 के बाद अवैध बिक्री का धंधा बदस्तूर जारी है।
स्थानीय लोगों और प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, इन दुकानों पर सुबह 6:00 बजे से ही शराब बेचना शुरू हो जाता है और यह सिलसिला देर रात तक चलता है। क्षेत्रवासियों का कहना है कि यह सिर्फ कानून का उल्लंघन नहीं, बल्कि सामाजिक व्यवस्था के लिए गंभीर खतरा बन चुका है।
कहीं विभागीय मिलीभगत तो नहीं?
आम जनता द्वारा बार-बार शिकायत करने के बावजूद विभाग की निष्क्रियता और निरीक्षकों की चुप्पी कई सवाल खड़े करती है। क्या यह महज़ लापरवाही है या फिर अवैध कारोबारियों से मिलीभगत का मामला…?
जनता में आक्रोश, कार्रवाई की मांग
स्थानीय नागरिकों और सामाजिक संगठनों ने मांग की है कि इन दुकानों के खिलाफ निष्पक्ष और कठोर कार्रवाई की जाए, साथ ही संबंधित अधिकारियों की जवाबदेही भी तय हो। यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो यह अवैध गतिविधियां न केवल कानून व्यवस्था को चुनौती देंगी बल्कि युवा पीढ़ी को भी गर्त में ले जाएंगी। स्थानीय प्रशासन द्वारा कार्रवाई की जाती है लेकिन यह कार्रवाई कितनी सही है और कितनी गलत यह सोचनीय प्रश्न है।