नई दिल्ली। गणेश चतुर्थी त्योहार बुधवार को हर्षोल्लास से मनाया जाएगा। इस बार भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि पर दुर्लभ शुभ और शुक्ल योग समेत कई मंगलकारी संयोग बन रहे हैं। इसके साथ ही गणेश चतुर्थी तिथि पर सर्वार्थ सिद्धि योग और भद्रावास योग का निर्माण हो रहा है। गणेश चतुर्थी मनाने एवं अपने घरों, मंदिरों एवं चौपालों पर गणेशजी को विराजमान करने का उल्लास भक्तों में अलग ही दिख रहा है। सोमवार को बाजार में भी गणेश प्रतिमाओं के साथ सजावट के अन्य सामान की दुकानें सज गईं।
गणेश चतुर्थी पर्व पर गणपति बप्पा की पूजा और भक्ति की जाती है। जिले भर में यह त्योहार उत्साह और उमंग के साथ मनाया जाएगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि पर गणेश चतुर्थी मनाई जाती है। इस दिन भगवान गणेश का जन्म हुआ था, जिसकी खुशी में गणेश चतुर्थी मनाई जाती है।
पं. विपिन पांडेय ने बताया कि इस बार गणेश चतुर्थी त्योहार अच्छे संयाेग में मनाया जाएगा। दुर्लभ शुभ और शुक्ल योग समेत कई मंगलकारी संयोग बन रहे हैं। इसके साथ ही गणेश चतुर्थी तिथि पर सर्वार्थ सिद्धि योग और भद्रावास योग का निर्माण हो रहा है। बताया कि इस बार भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि का प्रारंभ 26 अगस्त को दोपहर 1 बजकर 54 मिनट पर होगा। इसका समापन 27 अगस्त की दोपहर 3 बजकर 44 मिनट पर हो रहा है। अत: उदया तिथि के मुताबिक गणेश चतुर्थी का पर्व 27 अगस्त को मनाया जाएगा।
घर- घर पधारे जाएंगे गजानन
गणेश चतुर्थी पर भक्तजन घरों, दफ्तरों, दुकानों और मंदिरों में गणपति जी की मूर्ति को स्थापित करेंगे। इस बार भी शहर में गणेशजी की स्थापना करने के लिए भक्त अपनी तैयारियां कर रहे हैं। शहर में बंशीगौहरा, स्टेशन रोड, राजा का बाग, छपट्टी, करहल रोड आदि पर गणेशजी को विराजमान करने की तैयारियां हो रही हैं। गणेशजी की स्थापना करने से पहले सोमवार को बाजार में श्रद्धालुओं को लुभाने के लिए अलग-अलग साइज की प्रतिमाएं लगी रहीं। इसके साथ ही सजावट का अन्य सामान भी रखा हुआ था।
दस दिन होगी उपासना, लगेंगे पकवानों के भोग
घरों, दुकानों, मंदिरों व मुहल्लों में विराजमान गणेशजी की भक्तगण 10 दिनों तक उनकी विधिनुसार उपासना करेंगे। प्रभु की विशेष कृपा प्राप्ति के लिए मोदक, मोतीचूर लड्डू, खीर और मालपुआ जैसे पकवानों के भोग लगाए जाएंगे। प्रसाद भी वितरित किया जाएगा।