हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता प्रेम कुमार धूमल ने सूबे की सुक्खू सरकार पर जमकर हमला बोला। राज्य के बढ़ते खर्च पर सुक्खू सरकार और कांग्रेस की नीतियों को जिम्मेदार ठहराते हुए उन्होंने कहा कि जबसे हिमाचल में कांग्रेस की सरकार आई है फिजूल और अनावश्यक खर्च में बढ़ोत्तरी हो गई है। राज्य की अर्थव्यवस्था की हालत कमजोर हो रही है।
हमीरपुर में पार्टी कार्यकर्ताओं के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य में कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद से खर्च बढ़ रहा है, जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने हिमाचल प्रदेश में सत्ता में रहते हुए राजकोष पर बोझ कम करने के लिए कई उपाय किए थे। सूबे में पिछली भाजपा सरकारों के कामों को गिनाते हुए धूमल ने कहा कि उन्होंने अपने सहयोगियों के साथ आवास किराए का 10 प्रतिशत देना शुरू कर दिया था। कैबिनेट मंत्रियों और मुख्यमंत्री पर राज्य के बाहर वाहनों में यात्रा करने पर प्रतिबंध लगाया गया था और सभी को ट्रेन से यात्रा करने का आदेश दिया गया था। लेकिन इसे अब फिर से शुरू कर दिया गया है। कांग्रेस की सरकार आने के बाद से इस तरीके के खर्च में व्यापक बढ़ोत्तरी हुई है। इससे राजकोष पर बुरा असर पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि सूबे की भाजपा सरकारों ने इससे पहले एसपी (पुलिस अधीक्षक) और डीसी (जिलाधिकारियों) का मुख्यमंत्री के स्वागत के लिए जिलों के प्रवेश द्वार पर खड़े होने का चलन भी बंद किया था। राष्ट्रीय और क्षेत्रीय कार्यक्रमों को शहरों के बजाय गांवों में करने पर प्राथमिकता दी जाती थी। उन्होंने कहा कि उनके मुख्यमंत्री रहते हुए रीसाइकल्ड पेपर कि फाइलों का इस्तेमाल शुरू हुआ था।
सुक्खू सरकार पर आर्थिक दृष्टिकोण के हवाले से हमला बोलते हुए केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के पिता और हिमाचल के पूर्व CM धूमल ने कहा कि जब से कांग्रेस सरकार आई है, अर्थव्यवस्था अपने सबसे बुरे दौर में जा रही है। राज्य में विकास के नाम पर नाजायज और फिजूलखर्च हो रहा है। राजकोष का घटा बढ़ता जा रहा हैं और लोगों को कोई फायदा भी नहीं मिल रहा है। इस पर तुरंत रोक लगाई जानी चाहिए।






