शिमला : हिमाचल प्रदेश में मॉनसूनी आपदा के बीच कांग्रेस के नेतृत्व वाली सुखविन्दर सिंह सुक्खू सरकार ने डीजल पर मूल्य वर्धित कर (वैट) तीन रुपए प्रति लीटर बढ़ा दिया है। डीजल पर वैट में संशोधन के संबंध में शुक्रवार को अधिसूचना जारी की गयी है, जो आधी रात से लागू हो जाएगी। अधिसूचना के मुताबिक राज्य सरकार ने डीजल पर वैट 9.96 फीसदी से बढ़ाकर 13.9 फीसदी प्रति लीटर कर दिया है।
इस बढ़ोतरी के बाद डीजल पर वैट, जो पहले 7.40 रुपये प्रति लीटर था, अब 10.40 रुपये प्रति लीटर होगा। इससे राज्य में प्रति लीटर डीजल की कीमत मौजूदा 86 रुपये से बढ़कर 89 रुपये प्रति लीटर हो जाएगी। सुक्खू सरकार ने सत्तासीन होने के बाद दो मर्तबा डीजल पर वैट बढ़ाया है। इससे पहले इसी साल सात जनवरी को भी डीजल पर वैट तीन फीसदी बढ़ाया गया था। दिसम्बर 2022 में जब सुक्खू सरकार ने सत्ता संभाली थी, तब डीजल पर वैट 4.40 रुपये प्रति लीटर था, जो अब बढ़कर 10.40 रुपये प्रति लीटर हो गई है।
गौरतलब है कि हिमाचल की पिछली भाजपा सरकार ने नवंबर 2021 में पेट्रोल और डीजल पर लगने वाले वैट में क्रमशः 7.5% और 8% की कटौती कर जनता को राहत दी थी। तब वैट कम होने से प्रदेश में पेट्रोल 12 और डीजल 17 रुपये प्रति लीटर सस्ता हुआ था, लेकिन सुक्खू सरकार के इस फैसले से डीजल के रेट में बढ़ोतरी हुई है।
बता दें कि मुख्यमंत्री सुक्खू ने पदभार ग्रहण करने के बाद बयान दिया था कि प्रदेश की वितीय हालत सही नहीं है और आर्थिक सुधारों के लिए उनकी सरकार को कड़े कदम उठाने के लिए बाध्य होना पड़ेगा और इसके लिये लोगों को तैयार रहना होगा। मौजूदा समय में हिमाचल पर कर्ज का बोझ 75 हज़ार करोड़ पहुंच गया है। सुक्खू सरकार ने वैट में बढ़ोत्तरी कर मंहगे डीजल का झटका मानसून से हो रहे भारी नुकसान के बीच दिया है। प्रदेश के मंडी और कुल्लू जिलों में बाढ़ और भूस्खलन से हालात बेहद खराब हैं। कई लोगों की आपदा में जान गई है। राज्य सरकार ने प्रारंभिक अनुमान में मानसूनी वर्षा के कारण हिमाचल में आठ हज़ार करोड़ की संपति के नुकसान की आशंका जताई है।