प्रकाश मेहरा
एग्जीक्यूटिव एडिटर
नई दिल्ली: राजस्थान के चुरु जिले के रतनगढ़ क्षेत्र में भानुदा गांव के पास भारतीय वायुसेना (IAF) का एक जगुआर फाइटर जेट दुर्घटनाग्रस्त हो गया। यह हादसा दोपहर करीब 1:25 बजे हुआ, जब विमान श्रीगंगानगर के सूरतगढ़ वायुसेना अड्डे से उड़ान भरने के बाद एक नियमित प्रशिक्षण मिशन पर था। इस हादसे में दो पायलटों की मौत की पुष्टि हुई है और मलबे से मानव अवशेष बरामद किए गए हैं।
विमान एक कृषि क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हुआ, जिसके बाद जोरदार धमाका हुआ और खेतों में आग लग गई। स्थानीय लोगों ने धुएं का गुबार और मलबे के टुकड़े बिखरे हुए देखे।
नागरिक संपत्ति को कोई नुकसान नहीं
दोनों पायलटों की मौत की पुष्टि हुई है। मलबे से एक पायलट का शव बुरी तरह क्षतिग्रस्त अवस्था में बरामद किया गया, जबकि दूसरे पायलट के अवशेष बाद में रतनगढ़ क्षेत्र से मिले। नागरिक संपत्ति को कोई नुकसान नहीं हुआ, क्योंकि विमान एक खुले खेत में गिरा।
हादसे के बाद क्षेत्र में दहशत फैल गई। ग्रामीणों ने तेज आवाज और आग की लपटें देखीं, जिसके बाद वे घटनास्थल की ओर दौड़े। आग बुझाने की कोशिश स्थानीय लोगों ने की, लेकिन आपातकालीन सेवाओं के पहुंचने तक स्थिति नियंत्रण में नहीं थी।
बचाव और जांच बचाव कार्य
हादसे की सूचना मिलते ही रजालदेसर पुलिस स्टेशन की टीम और वायुसेना के हेलीकॉप्टर घटनास्थल पर पहुंचे। चुरु जिला कलेक्टर अभिषेक सुराना और पुलिस अधीक्षक जय यादव ने भी मौके का दौरा किया। क्षेत्र को घेर लिया गया ताकि नागरिक हस्तक्षेप से बचा जा सके। भारतीय वायुसेना ने हादसे की वजह जानने के लिए कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी का गठन किया है। प्रारंभिक अनुमान में तकनीकी खराबी की संभावना जताई जा रही है, लेकिन सटीक कारण का पता जांच के बाद ही चलेगा।
क्या आया वायुसेना का बयान
भारतीय वायुसेना ने आधिकारिक बयान जारी कर हादसे पर दुख व्यक्त किया और मृत पायलटों के परिवारों के प्रति संवेदना जताई। वायुसेना ने कहा, “हम हादसे की वजह का पता लगा रहे हैं।”
An IAF Jaguar Trainer aircraft met with an accident during a routine training mission and crashed near Churu in Rajasthan, today. Both pilots sustained fatal injuries in the accident. No damage to any civil property has been reported.
IAF deeply regrets the loss of lives and…
— Indian Air Force (@IAF_MCC) July 9, 2025
यह इस साल का तीसरा जगुआर विमान हादसा है। इससे पहले 7 मार्च 2025 हरियाणा के पंचकुला में एक जगुआर विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ, जिसमें पायलट सुरक्षित बाहर निकल गया। 2 अप्रैल 2025 में गुजरात के जामनगर के पास एक जगुआर विमान दुर्घटना में एक पायलट की मौत हो गई, जबकि दूसरा सुरक्षित बाहर निकला।
भारतीय वायुसेना के पास लगभग 120 जगुआर विमान हैं, जो पुराने होने के बावजूद कई उन्नयन के साथ सेवा में हैं। हाल के वर्षों में वायुसेना के विमानों में दुर्घटनाओं की संख्या ने सुरक्षा चिंताओं को बढ़ाया है। 2017-2022 के बीच 34 विमान हादसे दर्ज किए गए, जिनमें 2018-19 में सबसे अधिक 11 हादसे हुए।
सोशल मीडिया पर हादसे की तस्वीरें और वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिनमें खेतों में बिखरा मलबा, धुआं, और आग की लपटें दिखाई दे रही हैं। कुछ तस्वीरों में विमान का लैंडिंग गियर और अन्य हिस्से दिख रहे हैं।
राजस्थान के चुरू जिले में रतनगढ़ कस्बे के पास फाइटर प्लेन क्रैश हो गया है. भानुदा गांव के पास फाइटर प्लेन क्रैश होने की सूचना है. मौके पर पुलिस और प्रशासन की टीम पहुंच रही है. फाइटर प्लेन आर्मी का बताया जा रहा है. #BreakingNews #Churu #PlaneCrash #IAF #LatestUpdates #India pic.twitter.com/Ii4uWRM4Lu
— PAHAL TIMES (@pahal_times) July 9, 2025
विमानों की स्थिति और रख-रखाव पर सवाल
बार-बार होने वाले हादसों ने वायुसेना के पुराने विमानों की स्थिति और रखरखाव पर सवाल उठाए हैं। एक सोशल मीडिया पोस्ट में दावा किया गया कि यह तकनीकी नहीं, बल्कि नीतिगत लापरवाही का मामला है। जांच में डिजिटल फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (ब्लैक बॉक्स) की भूमिका अहम होगी, जो हादसे के कारणों का पता लगाने में मदद करेगा।
यह हादसा भारतीय वायुसेना के लिए एक बड़ा झटका है, खासकर जब हाल के महीनों में जगुआर विमानों के साथ कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। जांच के नतीजे विमान की तकनीकी स्थिति और प्रशिक्षण मिशनों की सुरक्षा प्रक्रियाओं पर प्रकाश डाल सकते हैं। फिलहाल, वायुसेना और स्थानीय प्रशासन घटनास्थल पर स्थिति को नियंत्रित करने और आगे की कार्रवाई में जुटे हैं।