नई दिल्ली: भारतीय सेना की चिनार कोर 2 राजपूत यूनिट ने जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के विलगाम गांव में छात्रों के लिए एक मुफ्त कोचिंग सेंटर की स्थापना की है. यह कदम सेना के ‘ऑपरेशन सद्भावना’ अभियान का हिस्सा है. इसका मकसद दूर-दराज और आतंकवाद प्रभावित इलाकों में बच्चों की पढ़ाई में मदद करना और उन्हें समाज से जोड़ना है. यह कोचिंग सेंटर छठी से दसवीं कक्षा तक के बच्चों के लिए है. अब तक लगभग 80 बच्चे इसमें पढ़ रहे हैं और आगे यह संख्या बढ़ने की उम्मीद है.
विलगाम कुपवाड़ा जिले का एक दूर का गांव है, जहां पहले पढ़ाई-लिखाई की सुविधा बहुत कम थी. भारतीय सेना ने यहां छात्रों के लिए मुफ्त कक्षाएं शुरू की हैं. इसका मकसद शिक्षा को बढ़ावा देना, युवाओं को प्रेरित करना और उनके उज्जवल भविष्य में मदद करना है. वहीं, छात्रों ने भी इस पहल के लिए भारतीय सेना का धन्यवाद किया और कहा कि मुफ्त कोचिंग के कारण उनकी पढ़ाई जारी रखना अब आसान हो गया है.
स्टूडेंट्स के लोकल लोगों से अपील
8वीं जमात के स्टूडेंट रियाज वानी ने कहा, ‘मैं भारतीय सेना की 2 राजपूत यूनिट का बहुत आभारी हूं, जिन्होंने उन छात्रों के लिए मुफ्त कोचिंग की व्यवस्था की है, जो निजी कोचिंग का खर्च नहीं उठा सकते. इसमें बहुत पैसा खर्च होता है और वे इसे मुफ़्त में कर रहे हैं. मैं सेना से बस यही अपील करता हूं कि इसे अन्य क्षेत्रों में भी फैलाया जाए. मैं उन गार्जियंस से भी अपील करता हूं, जो निजी कोचिंग का खर्च नहीं उठा सकते कि वे अपने बच्चों को इन कोचिंग कक्षाओं में भेजें.’
‘यहां के टीचर बहुत समर्पित हैं’
यह पहल दिखाती है कि भारतीय सेना समाज में बदलाव लाने में भी मदद करती है. यह दूरदराज के इलाकों के युवाओं को बड़े सपने देखने और अपना उज्जवल भविष्य बनाने के लिए सशक्त बनाती है. ‘मैं क्लास 8 का स्टूडेंट हूं और मुझे बहुत खुशी है कि भारतीय सेना ने फ्री कोचिंग क्लास शुरू की हैं. दो महीने से ज्यादा हो गए हैं और हमें इसका फायदा मिला है. यहां के टीचर बहुत समर्पित हैं. मैं वंचित छात्रों के लिए ये कक्षाएं शुरू करने के लिए भारतीय सेना को धन्यवाद देना चाहता हूं. कक्षा 8 के स्टूडेंट शुनैन ने कहा.
सेना का “सुपर 50” प्रोग्राम: आईआईटी और नीट
यह प्रोग्राम सेना के ‘सद्भावना कार्यक्रम’ का हिस्सा है, जिसके तहत भारतीय सेना जम्मू-कश्मीर के मध्यम वर्गीय परिवारों और नौजवानों तक पहुंचकर उनका भविष्य संवारती है. सेना पहले से ही “सुपर 50” प्रोग्राम चला रही है, जो आईआईटी और नीट जैसे टॉप इंजीनियरिंग और मेडिकल संस्थानों में प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी कर रहे वंचित छात्रों के लिए एक आवासीय कोचिंग पहल है. यह कोशिश भारतीय सेना द्वारा युवाओं के भविष्य निर्माण और जरूरी सर्विस व तरक्की के मौके मुहैया करके स्थानीय आबादी के बीच यकीन और वैधता का निर्माण करने की एक व्यापक रणनीति का हिस्सा है