क्रिकेट इतिहास में 2004 के बाद एक बार फिर एक प्लेयर के साथ ऐसा वाकया हुआ है, जिससे फैन्स को भी उसके साथ सहानुभूति हो गई. यह वाकया साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेले जा रहे सिडनी टेस्ट में ऑस्ट्रेलियाई प्लेयर उस्मान ख्वाजा के साथ हुआ है. उनके साथ नाइंसाफी हुई और वह 195 रन बनाकर नाबाद रहे, मगर दोहरा शतक पूरा नहीं कर सके.
दरअसल, जब उस्मान ख्वाजा 195 रन पर नाबाद थे, तब ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस ने पारी घोषित कर दी. इस तरह उस्मान ने दोहरा शतक बनाने का सुनहरा मौका गंवा दिया. इससे पहले ऐसा ही वाकया 2004 में सचिन तेंदुलकर के साथ हुआ था.
19 साल साल पहले सचिन के साथ हुई थी नाइंसाफी
29 मार्च 2004 को मुल्तान में भारत और पाकिस्तान के बीच टेस्ट मैच खेला गया था. इस मैच में सचिन तेंदुलकर 194 रन बनाकर नाबाद थे. तभी उस मैच में भारतीय कप्तान रहे राहुल द्रविड़ ने पारी घोषित कर दी थी. इस तरह उस वक्त सचिन सिर्फ 6 रन से अपना दोहरा शतक चूक गए थे. अब उसी तरह की नाइंसाफी उस्मान ख्वाजा के साथ सिडनी ग्राउंड पर हुई है.
दरअसल, सिडनी टेस्ट को बारिश ने सबसे ज्यादा प्रभावित किया. बारिश और खराब रोशनी के कारण शुरुआती दो दिन मैच देरी से शुरू हुआ था. जबकि तीसरे दिन का खेल तो हो ही नहीं सका था. ऐसे में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने अपनी पहली पारी में दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक 4 विकेट पर 475 रन बना दिए थे. उस्मान ख्वाजा 195 और मैट रेनशॉ 5 रन पर नाबाद थे.
इस तरह दोहरे शतक से चूक गए उस्मान ख्वाजा
तीसरा दिन बारिश से धुलने के बाद फैन्स को उम्मीद थी कि चौथे दिन (7 जनवरी) जब खेल शुरू होगा, तो 36 साल के उस्मान अपना दोहरा शतक पूरा करेंगे. मगर उन्हें निराशा ही हाथ लगी, क्योंकि कंगारू टीम के कप्तान पैट कमिंस ने 475 के स्कोर पर ही पारी घोषित कर दी और उस्मान को मैदान पर उतरने का मौका ही नहीं मिला.
पाकिस्तान के इस्लामाबाद में जन्मे उस्मान ख्वाजा ने इंग्लैंड के खिलाफ 2011 में सिडनी के मैदान पर ही अपना डेब्यू मैच खेला था. अब करियर का बेस्ट टेस्ट स्कोर और 13वां शतक भी इसी मैदान पर लगाया. इस मैदान पर यह उनका लगातार तीसरा शतक रहा. बता दें कि सिडनी टेस्ट मैच में चौथे दिन का खेल खत्म होने तक अफ्रीकी टीम ने 6 विकेट पर 149 रन बना दिए हैं. मार्को येनसन 10 और सिमोन हारमेर 6 रन बनाकर नाबाद हैं. जबकि ऑस्ट्रेलियाई टीम अब भी 326 रनों से आगे है.