कानपुर (आरएनएस)। बादशाहीनाका में बच्चे की अपहरण के बाद नृशंस हत्याकांड में 5 दिन बाद भी कानपुर कमिश्नरेट के हाथ खाली हैं। बच्चे की हत्या करने वालों का पुलिस कोई सुराग नहीं लगा सकी है। मृतक के पिता के नजदीकियों के इर्द-गिर्द पुलिस की जांच चल रही है। उधर मृतक के परिजनों और इलाके के लोगों ने खुलासा नहीं होने पर सडक़ पर उतरने की चेतावनी दी है।
बादशाहीना का सब्जी मंडी निवासी रीटू उर्फ भीम सोनकर सब्जी आढ़ती हैं। उनका 7 साल का बेटा बीती 11 अक्तूबर को संदिग्ध हालात में लापता हो गया था। 14 अक्तूबर की शाम को उनके घर से चंद कदम की दूरी और बादशाहीनाका थाने के पीछे शौचालय में बच्चे का शव पड़ा मिला था। सिर पर भारी वस्तु से हमला करके बच्चे की नृशंस हत्या की गई थी। पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड ने हत्याकांड का खुलासा करने के लिए बादशाहीनाका थाना, क्राइमब्रांच,डीसीपी ईस्ट रवींद्र कुमार की टीम समेत पांच टीमों को खुलासे के लिए लगाया है।
5 दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं। उसके अगवा करके हत्याकांड को अंजाम देने वालों का कोई सुराग नहीं लगा सकी है। आढ़ती रीटू के कई नजदीकियों और रंजिश मानने वालों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। सभी से पूछताछ की जा रही है। लेकिन जांच और पूछताछ में पुलिस को कोई तथ्य नहीं मिला।
मामले में ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि नजदीकियों का हत्याकांड में शामिल होने की आशंका है। पुलिस कई संदिग्धों को हिरासत में लेकर जांच-पड़ताल कर रही है। जल्द ही हत्याकांड का खुलासा करके आरोपियों को जेल भेजा जाएगा।
बड़ी बेरहमी से ली गई मासूम की जान
मासूम की हत्या के दौरान हैवानियत बरती गई। बड़ी बेरहमी से उसकी जान ली गई। विराट की मौत सिर पर भारी वस्तु के प्रहार से होने की पुष्टि हुई है। उसकी गर्दन तोडऩे की भी बात सामने आई है। शरीर पर चोटों के सात निशान मिले हैं,जो मौत से पहले की हैं। यानी पहले उसे टॉर्चर किया गया। फिर गर्दन मरोडऩे के बाद सिर फोड़ दिया गया। पुलिस को यह भी आशंका है कि विराट के साथ गलत काम किया गया हो सकता है। इसके चलते दो स्लाइडें बनाई गईं। जहरीली वस्तु खिलाने-पिलाने की जानकारी करने के लिए विसरा सुरक्षित रखा गया है, जिसकी जांच होगी। पोस्टमार्टम में शरीर को किसी केमिकल से जलाने की पुष्टि नहीं हुई है। डॉक्टरों के मुताबिक तीन दिन पुराना शव सडऩे के कारण ब्लड क्लॉट होने से काला पड़ गया था।