Upgrade
पहल टाइम्स
  • होम
  • दिल्ली
  • राज्य
  • राष्ट्रीय
  • विश्व
  • धर्म
  • व्यापार
  • खेल
  • मनोरंजन
  • गैजेट्स
  • जुर्म
  • लाइफस्टाइल
    • स्वास्थ्य
    • फैशन
    • यात्रा
  • विशेष
    • साक्षात्कार
  • ईमैगजीन
  • होम
  • दिल्ली
  • राज्य
  • राष्ट्रीय
  • विश्व
  • धर्म
  • व्यापार
  • खेल
  • मनोरंजन
  • गैजेट्स
  • जुर्म
  • लाइफस्टाइल
    • स्वास्थ्य
    • फैशन
    • यात्रा
  • विशेष
    • साक्षात्कार
  • ईमैगजीन
No Result
View All Result
पहल टाइम्स
No Result
View All Result
  • होम
  • दिल्ली
  • राज्य
  • राष्ट्रीय
  • विश्व
  • धर्म
  • व्यापार
  • खेल
  • मनोरंजन
  • गैजेट्स
  • जुर्म
  • लाइफस्टाइल
  • विशेष
  • ईमैगजीन
Home दिल्ली

जब मुलायम का जवाब सुन दंग रह गए थे लोहिया!

पहल टाइम्स डेस्क by पहल टाइम्स डेस्क
March 23, 2023
in दिल्ली, राष्ट्रीय, विशेष
A A
Lohia-Mulayam
26
SHARES
865
VIEWS
Share on FacebookShare on Whatsapp

बात 1963 की है। उत्तर प्रदेश की फर्रुखाबाद लोकसभा सीट पर उप चुनाव हो रहे थे। फर्रुखाबाद संसदीय क्षेत्र- पांच विधान सभा क्षेत्रों से मिलकर बना था। 1963 तक इस सीट का प्रतिनिधित्व एक ब्राह्मण वकील मूल चंद दुबे कर रहे थे। उनके निधन से यह सीट खाली हुई थी। उपचुनाव में चार उम्मीदवारों, बी वी केसकर (कांग्रेस), राममनोहर लोहिया (सोशलिस्ट पार्टी), भरत सिंह राठौर (प्रजा सोशलिस्ट पार्टी) और साथी छेदीलाल (रिपब्लिकन) ने 15 अप्रैल, 1963 को नामांकन दाखिल किया था। इन चारों में सिर्फ भरत सिंह राठौर ही स्थानीय उम्मीदवार थे, बाकी सभी बाहरी थे।

18 मई, 1963 को होने वाले इस चुनाव में डॉ. राम मनोहर लोहिया के चेले और समाजवादी नेता मुलायम सिंह यादव उनका चुनाव प्रचार कर रहे थे। ये वो दौर था, जब युवा मुलायम राजनीति की सीढ़ी चढ़ ही रहे थे। उनके पास पैसों को घोर अभाव था लेकिन उनके सियासी हौसले बहुत मजबूत थे। वह समर्थकों के भरोसे इलाके में मजबूत पकड़ रखते थे।

इन्हें भी पढ़े

nisar satellite launch

NISAR : अब भूकंप-सुनामी से पहले बजेगा खतरे का सायरन!

July 30, 2025
भारत का व्यापार

ट्रंप का 20-25% टैरिफ: भारत के कपड़ा, जूता, ज्वेलरी उद्योग पर असर, निर्यात घटने का खतरा!

July 30, 2025
parliament

ऑपरेशन सिंदूर: संसद में तीखी बहस, सरकार की जीत या विपक्ष के सवाल? 7 प्रमुख हाई पॉइंट्स

July 30, 2025
UNSC

पहलगाम हमला : UNSC ने खोली पाकिस्तान की पोल, लश्कर-ए-तैयबा की संलिप्तता उजागर, भारत की कूटनीतिक जीत !

July 30, 2025
Load More

इसी चुनाव प्रचार के दौरान मुलायम सिंह को विधुना विधानसभा क्षेत्र में प्रचार की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। जब चुनाव प्रचार के दौरान बीच रास्ते में मुलायम सिंह यादव की मुलाकात राम मनोहर लोहिया से हुई, तो डॉ. लोहिया ने मुलायम से पूछ डाला कि प्रचार के दौरान खाते क्या हो, रहते कहां हो? इस पर मुलायम ने जो जवाब दिया था, उसे सुनकर लोहिया दंग रह गए थे।

मुलायम ने तब डॉ. लोहिया से कहा था कि लइया चना रखते हैं, गांवों में लोग भी खिला देते हैं और जहां रात होती है, उसी गांव में सो जाते हैं। तब डॉ. लोहिया ने मुलायम सिंह यादव के कुर्ते में 100 रुपये का नोट चुपचाप रख दिया था। मुलायम सिंह को डॉ. लोहिया के बाद दूसरे सबसे बड़े समाजवादी नेता चौधरी चरण सिंह का भी आशीर्वाद मिला। मुलायम सिंह को लोहिया का उत्तराधिकारी भी कहा जाता है।

जब इस चुनाव के नतीजे आए तो डॉ. लोहिया विजयी घोषित किए गए। उन्होंने अपने निकटम प्रतिद्वंद्वी, कांग्रेस के उम्मीदवार डॉ. केसकर को 50,000 से अधिक वोटों से मात दी थी। इस तरह डॉ. लोहिया पहली बार संसद पहुंचे, जिसमें मुलायम सरीखे नेताओं की बड़ी भूमिका रही।

इससे पहले 1962 में डॉ. लोहिया ने फूलपुर संसदीय सीट से तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के खिलाफ चुनाव लड़ा था लेकिन वो चुनाव हार गए थे। लोहिया को पंडित नेहरू का कट्टर विरोधी माना जाता रहा है। संसद में अक्सर दोनों नेताओं के बीच गर्मागरम बहस हो जाया करती थी।

डॉ. राममनोहर लोहिया का जन्म 23 मार्च, 1910 को आधुनिक उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के अकबरपुर में एक व्यापारी परिवार में हुआ था। जब वह दो वर्ष के थे, तभी उनकी माँ का निधन हो गया था। इसके बाद उनका पालन-पोषण उनके दादा-दादी ने किया था। इसी दौरान लोहिया भारतीय राष्ट्रवाद के प्रति अपने पिता के जुनून से प्रभावित हुए। लोहिया ने विदेश जाने से पहले पहले वाराणसी और फिर कलकत्ता में अध्ययन किया।

भारत में नमक पर ब्रिटिश टैक्स लगाने पर अपनी पीएचडी थीसिस पूरी करने के बाद उन्होंने बर्लिन से डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की थी। उन की पीएचडी थीसिस देश भर में युवाओं पर गांधी के नमक सत्याग्रह के प्रभाव का एक प्रारंभिक प्रमाण था।

1967 में लोहिया ने उत्तर प्रदेश में पहली गैर-कांग्रेसी सरकार के गठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इसी सरकार में मुलायम सिंह को पही बार मंत्री बनाया गया था। यह गठबंधन लोहिया और भारतीय जनसंघ के नेता नानाजी देशमुख द्वारा बनाया गया था। उन्होंने 1967 का लोकसभा आम चुनाव कन्नौज से जीता था, लेकिन कुछ महीने बाद ही उनका निधन हो गया था।

 

इन्हें भी पढ़ें

  • All
  • विशेष
  • लाइफस्टाइल
  • खेल
कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी

कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने किया ICICI बैंक सहस्त्रधारा ब्रांच का शुभारंभ

September 17, 2023
illegal madrassas

भारत-नेपाल सीमा पर एक्शन… अवैध मदरसों और अतिक्रमण पर सख्ती, सुरक्षा या सियासत ?

May 24, 2025
berojgaar youth

युवाओं पर है दारोमदार

December 31, 2022
पहल टाइम्स

पहल टाइम्स का संचालन पहल मीडिया ग्रुप्स के द्वारा किया जा रहा है. पहल टाइम्स का प्रयास समाज के लिए उपयोगी खबरों के प्रसार का रहा है. पहल गुप्स के समूह संपादक शूरबीर सिंह नेगी है.

Learn more

पहल टाइम्स कार्यालय

प्रधान संपादकः- शूरवीर सिंह नेगी

9-सी, मोहम्मदपुर, आरके पुरम नई दिल्ली

फोन नं-  +91 11 46678331

मोबाइल- + 91 9910877052

ईमेल- pahaltimes@gmail.com

Categories

  • Uncategorized
  • खाना खजाना
  • खेल
  • गैजेट्स
  • जुर्म
  • दिल्ली
  • धर्म
  • फैशन
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • राजनीति
  • राज्य
  • राष्ट्रीय
  • लाइफस्टाइल
  • विशेष
  • विश्व
  • व्यापार
  • साक्षात्कार
  • सामाजिक कार्य
  • स्वास्थ्य

Recent Posts

  • कलियुग में कब और कहां जन्म लेंगे भगवान कल्कि? जानिए पूरा रहस्य
  • NISAR : अब भूकंप-सुनामी से पहले बजेगा खतरे का सायरन!
  • देश पहले खेल बाद में, EaseMyTrip ने WCL भारत-पाकिस्तान मैच से प्रायोजन हटाया, आतंक के खिलाफ मजबूत रुख अपनाया।

© 2021 पहल टाइम्स - देश-दुनिया की संपूर्ण खबरें सिर्फ यहां.

  • होम
  • दिल्ली
  • राज्य
  • राष्ट्रीय
  • विश्व
  • धर्म
  • व्यापार
  • खेल
  • मनोरंजन
  • गैजेट्स
  • जुर्म
  • लाइफस्टाइल
    • स्वास्थ्य
    • फैशन
    • यात्रा
  • विशेष
    • साक्षात्कार
  • ईमैगजीन

© 2021 पहल टाइम्स - देश-दुनिया की संपूर्ण खबरें सिर्फ यहां.