प्रकाश मेहरा
वाशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन को अक्सर देखा जाता है कि वह मंचों पर अपने आप में खो जाते हैं. दावे किए जाते हैं कि वह भाषण देते हुए बातें भूल जाते हैं. बाइडेन पर भी देश के सीक्रेट फाइल्स को गलत तरीके से रखने के आरोप लगे थे. इस मामले की जांच भी की गई जिसमें पाया गया कि बाइडेन को उनके ही जीवन की घटनाएं याद नहीं हैं. इसपर 81 वर्षीय राष्ट्रपति भड़क गए और कहा, “मेरी याद्दाश्त दुरुस्त है.”
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन से जांच कमेटी ने सीक्रेट डॉक्यूमेंट्स मामले की जांच के दौरान उनके जीवन की कुछ घटनाओं के बारे में पूछा था, जो उन्हें याद नहीं थे. मसलन, जांच कमेटी ने उनके बेटे ब्यू बाइडेन की मौत के बारे में पूछा था कि उनकी मौत कब हुई लेकिन वह नहीं बता पाए. जो बाइडेन ने कमेटी के इस दावे पर वह आगबबूला हो गए और कहा, “उनकी हिम्मत कैसे हुई ऐसा कहने की.”
जांच कमेटी ने पाया कि जो बाइडेन ने जानबूझकर सीक्रेट डॉक्यूमेंट्स रखे और उन्हें यूज किया लेकिन कमेटी ने उनके खिलाफ मुकदमा नहीं चलाने का फैसला किया है. आरोप था कि बाइडेन ने उपराष्ट्रपति के पद से हटने के बाद भी सेना और अफगानिस्तान के साथ विदेश नीति से जुड़े कुछ अहम दस्तावेज अपने पास रखे थे. 345 पन्नों की एक तीखी रिपोर्ट में कहा गया कि राष्ट्रपति की याददाश्त में “महत्वपूर्ण सीमाएं” देखी गईं.