शहडोल : मध्य प्रदेश के शहडोल से साइबर ठगी का एक नया तरीका मामला सामने आया है। शायद पहली बार इस तरीके से ठगों ने ठगी की है। इस बात का खुलासा तब हुआ, जब पीड़ित परिवार थाने पहुंचा और शिकायत दर्ज कराई। दरअसल, ठगों ने जेल में बंद एक शख्स की पिटाई न करने के नाम पर उसके परिवार से रुपये ऐंठ लिए। बताया जा रहा है कि ठगों ने परिवार को जेल में बंद व्यक्ति की रोने की आवाज सुनाकर पहले डराया फिर रुपये ले लिए।
क्या है पूरा मामला
जानकारी के अनुसार, शहडोल जिले के ब्यौहारी थाने के ग्राम भमराह निवासी राम बोध साहू (50 ) के घर से 3 अगस्त को पुलिस ने गांजे का एक पेड़ जब्त किया था। ब्यौहारी थाना पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर राम बोध को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
6 अगस्त को राम बोध के मोबाइल पर अनजान नंबर से कॉल आया। फोन करने वाले ने कहा कि वह जेल से बोल रहा है। राम बोध की पत्नी ने फोन अपनी बहू संगीता को दे दिया। फोन पर पीछे से रोने की आवाज (बचा लो, बचा लो) आ रही थी। इस दौरान किसी की पिटाई की आवाज भी सुनाई दी। तभी कॉल करने वाले ने कहा कि अगर राम बोध को पिटाई से बचाना है तो 50 हजार रुपये दो, नहीं तो इसी तरह पिटाई की जाएगी।
क्यूआर कोड भेजकर मांगे रुपये
इसके बाद फोन करने वाले ने एक क्यूआर कोड भेजकर रुपये देने का कहा। बहू संगीता ने रुपये नहीं होने की बात कही और ससुर से बात कराने को कहा। तब उधर से कहा गया कि पहले पैसे तो तब ही बात कराई जाएगी। इसके ठग ने एक नंबर दिया और कहा कि फोन पे के जरिए पैसे भेज दो।
आनन-फानन में भेजे 20 हजार
ससुर की पिटाई के डर से संगीता ने दिए गए नंबर पर 20 हजार रुपये भेज दिए। थोड़ी देर बाद जब संगीता ने कॉल किया तो ठग ने कहा कि पूरी राशि भेजने के बाद ही बात होगी। इसके बाद संगीता को लगा कि वह ठगी की शिकार हो गई है। फिर वह परिजनों के साथ थाने पहुंची और शिकायत दर्ज कराई। फिलहाल पुलिस मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई कर रही है।