पालमपुर। सीएसआईआर-हिमालय जैवसंपदा प्रौद्योगिकी संस्थान, पालमपुर 15 से 21 अप्रैल, 2024 तक “प्रीक्लिनिकल अनुसंधान में प्रयोगशाला पशुओं की मूल बातें, उपलब्ध विकल्प और हिस्टोपैथोलॉजिकल तकनीकों पर व्यावहारिक प्रशिक्षण” कार्यशाला का आयोजन कर रहा है I इस कार्यशाला में युवा शोधकर्ताओ को उच्च गुणवत्ता अनुसंधान के लिए अपेक्षित कौशल प्राप्त करने का अवसर मिलेगाI
इस अवसर पर डॉ. ओम प्रकाश शर्मा, भूतपूर्व प्रमुख आई सी ए आर-आई वी आर आई, पालमपुर; ने “जैव चिकित्सा अनुसंधान में प्रयोगशाला पशुओं के उपयोग का एक विहंगावलोकन” विषय पर मुख्य भाषण दियाI डॉ. सुदेश कुमार यादव, निदेशक सी एस आई आर–आई एच बी टी ने कार्यशाला का उद्घाटन किया तथा सभी उपस्थित लोगो का स्वागत करते हुए उपरोक्त विषय पर संस्थान द्वारा किए जा रहे कार्यों का उल्लेख किया। डॉ. यादव ने आज के परिपेक्ष में प्रयोगशाला पशुओं के महत्व पर भी प्रकाश डाला। साथ ही उन्होंने प्रतिभागियों से इस अवसर का भरपूर उपयोग करने का आवाहन किया ताकि वे नई तकनीकों को सीखें और एक उन्नत समाज का निर्माण करें ।
इस से पहले कार्यशाला के आयोजक डॉ. विक्रम पटियाल ने कार्यशाला के बारे में विस्तृत जानकारी दी और बताया की यह कार्यशाला “अनुसंधान राष्ट्रीय रिसर्च फाउंडेशन”, विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार द्वारा “एक्सीलेरेट विज्ञान” के तहत प्रायोजित की जा रही है I इस कार्यशाला में देश के विभिन्न संस्थानों जिसमे आई वी आर आई, ऐन डी आर आई, सी एस आई आर, आई ऐन एम ऐ एस, केंद्रीय तथा राजकीय विश्वविद्यालयों आदि के एम.एससी एवं पीएचडी स्कॉलर भाग ले रहे हैंI सी एस आई आर–आई एच बी टी के आंतरिक संकाय के अतिरिक्त कार्यशाला के दौरान शिक्षाविदों और राष्ट्रीय संस्थानों के प्रख्यात वक्ताओं द्वारा व्याख्यान दिए जाएंगेI
इस अवसर पर एम/एस शुद्धकृष्ण हिम प्रोडक्टस प्राइवेट लिमिटेड, पंचकुला एवं एम/एस नोटा सीन फूड प्रोडक्टस प्राइवेट लिमिटेड, दिल्ली के साथ प्रौद्योगिकी हस्तांतरण पर हस्ताक्षर किए गए। इसके अतिरिक्त दो स्टार्टअप्स के साथ भी टिशू कल्चर एवं हयड्रोपोनिक्स के क्षेत्र में करार किए गए।