नई दिल्ली: किसी के साथ ओटीपी या किसी लिंक पर क्लिक करने को लेकर अक्सर मना किया जाता है, इसे लेकर साइबर पुलिस के अलावा भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा भी बार-बार सतर्क रहने के लिए कहा जाता है। हालांकि, तब क्या करें जब बिना किसी लिंक पर क्लिक किए या फिर फोन में ओटीपी न आने पर बैंक खाते से पैसे उड़ जाएं? आपके पास न तो कोई मैसेज आए जिस पर आपने क्लिक किया हो और न ही आपके डिजिटल पेमेंट ऐप (Digital Payment App) में लाखों रुपये पड़ें हों, लेकिन फिर भी डिजिटल वॉलेट से 1 लाख रुपये कट जाए तो क्या किया जाए?
शायद आपके लिए ये मामला समझना ही थोड़ा मुश्किल हो जाएगा कि कैसे बिना ओटीपी, बिना लिंक या मैसेज के खाते से पैसे निकाले जा सकते हैं, तो आपको जानकारी के लिए बता दें कि एक ताजा मामला कुछ ऐसा ही सामने आया है। कर्नाटक में एक महिला के डिजिटल वॉलेट (Digital Wallet) से 1 लाख रुपये की चोरी हुई, लेकिन इससे पहले महिला के पास कोई ओटीपी या लिंक नहीं आया। आइए इस मामले के बारे में विस्तार से जानने के साथ ही कैसे अपने बैंक खाते को सुरक्षित रख सकते हैं ये भी जानते हैं।
पैसे भेजने के बहाने उड़े 1 लाख रुपये
कर्नाटक में 43 वर्षीय महिला के साथ ऑनलाइन धोखाधड़ी (Online Fraud) का मामला सामने आया है। पीड़ित महिला का कहना है कि उसके पास न तो कोई लिंक आया और न ही कोई ओटीपी आया था, लेकिन उसके डिजिटल पेमेंट अकाउंट से पैसे भेजने के बहाने 1 लाख रुपये डिजिटल वॉलेट से उड़ गए।
पिता के दोस्त के नाम से आई कॉल
बताया जा रहा है कि महिला के पास एक साइबर बदमाश की कॉल (Call Fraud) आई थी, जिसने खुद को महिला के पिता का दोस्त बताया था। हालांकि, ये एक फिशिंग स्कैम था जिसमें महिला को फंसाकर उसके खाते से 1 लाख रुपये उड़ा दिए गए। महिला का कहना है कि 22 नवंबर, बुधवार की शाम को उसके पास 4.45 से 5 बजे के बीच एक कॉल आई, जिसने खुद को उसके पिता का दोस्त बताया और अकाउंट से 1 लाख रुपये की चोरी कर ली।
पुलिस नहीं समझ पाए भाषा
हेब्बल की रहने वाली और पेशे से शिक्षिका महिला का आरोप है कि उसने पैसे खोने के 1 घंटे से कम समय में शिकायत दर्ज करवाई थी और अपने खाते को भी फ्रीज करने के लिए पुलिस थाने गई, लेकिन पुलिस ने राज्यपाल और मुख्यमंत्री की सुरक्षा ड्यूटी में व्यस्त होने का दावा देते हुए देरी की। इसके अलावा ये भी कहा कि उसे पुलिस से फोन करके संपर्क किया था, लेकिन वो न अंग्रेजी समझ पा रहे थे और न ही हिंदी भाषा।
चल रहा है नया तरीका
वहीं, इस मामले को लेकर शहर के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी का कहना है कि ऐसे कुछ मामले देखने को मिल रहे हैं और ये एक नया साइबर अपराध का चलन लगता है। जानकारी के लिए बता दें कि स्कैमर ने महिला की यूपीआई आईडी का इस्तेमाल करके फ्रॉड किया है।
महिला ने बताया कि उसके पास जब पिता के दोस्त के नाम से कॉल आई तो उससे यूपीआई आईडी पूछी गई थी, जिसे बताने के बाद उसके फोनपे खाते से दो बार में 25-25 हजार रुपये कटे और फिर जैसे ही महिला को पता चलता कि वो किसी झांसे की शिकार हुई उसके खाते से 1 लाख रुपये तक उड़ गए। इस मामले को लेकर पुलिस ने बदमाश के खाते को फ्रीज करने के लिए बैंक को एक ईमेल भेज दिया है और मामले की जांच की जा रही है।
किन बातों का रखना चाहिए ख्याल
- अपने बैंक खाते का मैसेज नोटिफिकेशन जरूर ऑन रखना चाहिए।
- किसी के साथ भी यूपीआई का लिंक, QR Code या UPI ID साझा न करें।
- किसी भी लिंक पर क्लिक न करें।
- किसी के साथ ओटीपी को साझा न करें।
- ऑनलाइन फ्रॉड होने पर तुरंत साइबर पुलिस को शिकायत करें।