प्रकाश मेहरा
नई दिल्लीः गुरु तेग बहादुर (जीटीबी) अस्पताल में शौचालयों में फैली गंदगी को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज को निरीक्षण करने के निर्देश दिए हैं। लेकिन, जीटीबी अस्पताल ही नहीं दिल्ली सरकार के दूसरे अस्पतालों की हालत सफाई के लिहाज से बहुत अच्छी नहीं है। रोहिणी स्थित बाबा साहब अंबेडकर अस्पताल के शौचालय बुरी हालत में हैं। यहां हर वक्त गंदगी रहती है।
अस्पताल में भर्ती मरीज के तीमारदार ने बताया कि हम तो बाहर भी जा सकते हैं, लेकिन मरीज को सबसे अधिक परेशानी होती है। एक तो पहले से ही बीमार होता है, उस पर ऐसे शौचालय में जाने के बाद और बुरी हालत हो जाती है। कई बार कहने के बाद भी शौचालयों की सफाई नहीं होती। खिचड़ीपुर स्थित लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल में भी गंदगी रहती है। अस्पताल में आने वाले लोग दीवारों पर पीक करते हैं, लेकिन उन्हें रोकने वाला कोई नहीं है। शौचालय भी गंदे पड़े हुए हैं। शिकायत करने पर कोई कार्रवाई नहीं होती।
वहीं दिल्ली सरकार के सबसे बड़े अस्पताल एलएन के शौचालयों का भी यही हाल है। रोजाना सफाई की जाए तो इतनी गंदगी न हो। अपने मरीज को भर्ती कराने आए शाकिब ने बताया कि अस्पताल में भीड़ बहुत है। एक ही बेड पर दो-दो मरीज हैं। शौचालयों का बहुत ही बुरा हाल हैं। शौचालयों में जाने की इच्छा नहीं होती, मरीज को ले जाना तो दूर की बात है। सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल जीबी पंत में भी शौचालय गंदे हैं। समाचार भारत ने जब खुद इन अस्पतालों में जाकर हाल देखा तो हालात काफी खराब दिखी। शौचालयों में गंदगी फैली हुई थी। ऐसा लग रहा था कि काफी दिनों से शौचालय साफ नहीं किए गए हैं। अस्पताल परिसर में भी इधर-उधर गंदगी फैली हुई थी। तीमारदार शौचालयों की ओर जाने से भी कतरा रहे थे। वे बाहर शुलभ शौचालयों का रुख कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री के एक्स पर लिखने के बाद स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने जीटीबी अस्पताल में गंदगी साफ कराने की जानकारी एक्स पर दी है। उन्होंने लिखा है कि दोषियों पर उचित कार्रवाई के लिए स्वास्थ्य सचिव को निर्देश दिए गए हैं, ताकि भविष्य में इसको दोहराया न जाए।