स्पेशल डेस्क/नोएडा : ग्रेटर नोएडा के सिरसा गांव में 21 अगस्त को हुए निक्की पायला हत्याकांड ने पूरे क्षेत्र को हिला कर रख दिया। 27 वर्षीय निक्की पायला, एक मेकअप आर्टिस्ट और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर, की कथित तौर पर दहेज के लिए उसके पति विपिन भाटी और ससुराल वालों द्वारा हत्या कर दी गई। इस मामले में 24 अगस्त को एक नया मोड़ आया जब पुलिस ने विपिन भाटी का एनकाउंटर किया, जिसमें उसके पैर में गोली लगी। आइये इस पूरे मामले को एग्जीक्यूटिव एडिटर प्रकाश मेहरा से समझते हैं।
निक्की की हत्या कब और कैसे ?
21 अगस्त की शाम करीब 5:30 बजे, सिरसा गांव में निक्की को उसके पति विपिन भाटी, सास दया, ससुर सत्यवीर, और जेठ रोहित भाटी ने कथित तौर पर दहेज की मांग को लेकर बेरहमी से पीटा। आरोप है कि विपिन और उसकी मां दया ने निक्की पर ज्वलनशील पदार्थ (थिनर या पेट्रोल) डाला और आग लगा दी। इस घटना का वीडियो, जो निक्की की बहन कंचन ने बनाया, सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें विपिन और सास द्वारा निक्की को बालों से खींचकर मारपीट करते देखा गया। निक्की के छह साल के बेटे ने भी कहा, “पापा ने मम्मी को लाइटर से जलाया।”
गंभीर रूप से झुलसी निक्की को पहले फोर्टिस अस्पताल ले जाया गया, फिर दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती किया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई।
दहेज की मांग और उत्पीड़न
निक्की और उसकी बड़ी बहन कंचन की शादी दिसंबर 2016 में सिरसा गांव के रोहित और विपिन भाटी से हुई थी। शादी में स्कॉर्पियो गाड़ी और अन्य सामान दिया गया था, लेकिन ससुराल वाले लगातार 35-36 लाख रुपये, मर्सिडीज कार, और अन्य चीजों की मांग करते रहे। मांग पूरी करने के लिए निक्की के परिवार ने एक और कार दी, लेकिन उत्पीड़न नहीं रुका। कंचन ने भी आरोप लगाया कि उसके साथ मारपीट होती थी। कई बार पंचायत में समझौता हुआ, लेकिन आरोपियों ने इसे नजरअंदाज किया। निक्की के पिता भिकारी सिंह ने बताया कि ससुराल वालों ने हाल ही में उनकी नई मर्सिडीज कार और 60 लाख रुपये की मांग की थी।
पुलिस एनकाउंटर घटना
24 अगस्त को, पुलिस विपिन को थिनर की बोतल बरामद करने के लिए सिरसा चौराहे के पास ले जा रही थी। इस दौरान विपिन ने पुलिस की पिस्टल छीनकर भागने की कोशिश की। पुलिस ने पीछा किया, और जब वह नहीं रुका, तो कासना थाने के SHO ने गोली चलाई, जो विपिन के पैर में लगी। उसे घायल अवस्था में गिरफ्तार कर अस्पताल में भर्ती कराया गया।
डीसीपी साद मियां खान ने बताया कि “विपिन ने पुलिस पर हमला करने की कोशिश की थी, जिसके जवाब में आ”त्मरक्षा में गोली चलाई गई। मुठभेड़ में किसी अन्य को चोट नहीं आई।”
विपिन का बयान
अस्पताल में एग्जीक्यूटिव एडिटर प्रकाश मेहरा को दिए बयान में विपिन ने कहा, “मुझे कोई पछतावा नहीं है। मैंने उसे नहीं मारा, वह खुद मर गई। पति-पत्नी में झगड़े आम हैं।” उसने दावा किया कि निक्की ने आत्महत्या की।”
परिवार और समुदाय की प्रतिक्रिया
भिकारी सिंह ने पुलिस की कार्रवाई का समर्थन किया लेकिन कहा, “पैर में नहीं, छाती में गोली मारनी चाहिए थी।” उन्होंने अन्य आरोपियों (सास दया, ससुर सत्यवीर, और जेठ रोहित) की गिरफ्तारी और उनके घर पर बुलडोजर चलाने की मांग की। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सख्त कार्रवाई नहीं हुई तो वे भूख हड़ताल करेंगे।
सिरसा गांव में लोगों ने विपिन के परिवार का हुक्का-पानी बंद कर दिया और उनके घर पर ताला लगा दिया। 100 से अधिक ग्रामीणों ने कासना थाने का घेराव किया और सभी आरोपियों के एनकाउंटर की मांग की। सोशल मीडिया पर #JusticeForNikki ट्रेंड कर रहा है।
कंचन का बयान
निक्की की बहन कंचन ने बताया कि घटना के दौरान वह भी मौके पर थी और उसके साथ भी मारपीट हुई। उसने आरोप लगाया कि विपिन के कई महिलाओं के साथ अवैध संबंध थे, जिससे निक्की का वैवाहिक जीवन और दुखद था। पुलिस कार्रवाई और कानूनी स्थितिगिरफ्तारी: विपिन भाटी को 23 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था। अन्य आरोपी—सास दया, ससुर सत्यवीर, और जेठ रोहित—फरार हैं। पुलिस ने उनकी तलाश के लिए तीन टीमें बनाई हैं।
कंचन की शिकायत पर पुलिस ने हत्या, दहेज उत्पीड़न, और आपराधिक साजिश की धाराओं में मामला दर्ज किया है। पुलिस विपिन की सोशल मीडिया पोस्ट की भी जांच कर रही है, जिसमें उसने निक्की की मृत्यु को आत्महत्या बताया।
क्या पड़ेगा सामाजिक प्रभाव
निक्की एक सम्मानित मेकअप आर्टिस्ट थीं, जिन्हें कई पुरस्कार मिले थे और उनके इंस्टाग्राम पर 49,000 फॉलोअर्स थे। उनकी हत्या ने दहेज प्रथा और महिलाओं के खिलाफ हिंसा पर बहस छेड़ दी है। ग्रेटर नोएडा में कैंडल मार्च और प्रदर्शन हुए, जिसमें लोगों ने “Justice for Nikki” की मांग की।
निक्की हत्याकांड उत्तर प्रदेश में दहेज प्रथा की क्रूरता का एक और दुखद उदाहरण है। विपिन भाटी का एनकाउंटर इस मामले में एक महत्वपूर्ण विकास है, लेकिन निक्की के परिवार और समुदाय की मांग है कि सभी आरोपियों को कड़ी सजा मिले। पुलिस अन्य फरार आरोपियों की तलाश में जुटी है, और यह मामला सोशल मीडिया और जनता के बीच गहरे आक्रोश का कारण बना हुआ है।