स्पेशल डेस्क/नई दिल्ली: पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारत अपनी मिसाइलों से करारा हुम्ला क्र सकता है ऐसे में सवाल उठता है कि भारत के पास कितनी ताकतवर और ख़तरनाक मिसाइलें हैं या फिर पकिस्तान के पास आइए जानते हैं एग्जीक्यूटिव एडिटर प्रकाश मेहरा के साथ कि भारत की वो मिसाइलें जो दुनियां की ख़तरनाक मिसाइलों में से एक हैं जिसके आगे दुनियां की मिसाइलें घुटने टेक देती हैं। तो पाक के पास क्या ?
भारत और पाकिस्तान दोनों ही परमाणु शक्ति संपन्न देश हैं, और उनकी मिसाइल क्षमताएं क्षेत्रीय सुरक्षा और रणनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। दोनों देशों के पास विभिन्न प्रकार की बैलिस्टिक और क्रूज मिसाइलें हैं, जिनकी रेंज, सटीकता, गति और विनाशकारी क्षमता के आधार पर तुलना की जा सकती है। नीचे भारत की पृथ्वी, अग्नि, ब्रह्मोस और पाकिस्तान की शाहीन, बाबर, गौरी मिसाइलों की तुलनात्मक विश्लेषण और मिसाइल शक्ति के आधार पर दोनों देशों की स्थिति की विस्तृत रिपोर्ट दी गई है।
भारत की प्रमुख शक्तिशाली मिसाइलें कौन सी हैं ?

पृथ्वी मिसाइल श्रृंखला जमीन से जमीन पर मार करने वाली छोटी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल (SRBM) है जिसकी रेंज 150-350 किलोमीटर और वजन 4,400-5,600 किलोग्राम है इसमें सात तरह के हथियार लगाए जा सकते हैं इसके ऊपर वॉरहेड 500-1,000 किलोग्राम (पारंपरिक या परमाणु) लगा सकते हैं।
इसकी विशेषता क्या है ?
पृथ्वी मिसाइलें सामरिक युद्ध के लिए डिज़ाइन की गई हैं। इन्हें जमीन से जमीन पर मार करने के लिए विकसित किया गया है। पृथ्वी-2 और पृथ्वी-3 जैसे वैरिएंट नौसेना के लिए धनुष मिसाइल के रूप में अनुकूलित हैं। उच्च सटीकता और तेज़ तैनाती की क्षमता। सीमावर्ती क्षेत्रों में त्वरित और सटीक हमले के लिए उपयुक्त।

अग्नि मिसाइल श्रृंखला
भारत की सबसे ताकतवर मिसाइलों में से एक मध्यम से अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (MRBM/ICBM) है इसका वजन 50 से 56 किग्रा है. इनकी रेंज अग्नि-I: 700-1,200 किमी, अग्नि-II: 2,000-3,000 किमी, अग्नि-III: 3,000-5,000 किमी ,अग्नि-IV: 3,500-4,000 किमी, अग्नि-V: 5,000-8,000 किमी होती है। ऐसी मिसाइल के बारे में तो पाकिस्तान सोच भी नहीं सकता है।
वॉरहेड: 1,000-2,000 किलोग्राम (पारंपरिक या परमाणु)
अग्नि मिसाइल की विशेषताएं ?
अग्नि-V एक अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) है, जो भारत को वैश्विक स्तर पर रणनीतिक ताकत प्रदान करती है। यह मल्टीपल इंडिपेंडेंट री-एंट्री व्हीकल (MIRV) तकनीक से लैस हो सकती है, जो एक साथ कई लक्ष्यों को निशाना बना सकती है। उच्च सटीकता और लंबी दूरी के कारण यह चीन जैसे दूरस्थ प्रतिद्वंद्वियों को ध्यान में रखकर विकसित की गई है। रणनीतिक परमाणु प्रतिरोध और लंबी दूरी के लक्ष्यों को नष्ट करने की क्षमता।

ब्रह्मोस मिसाइल
भारत ही नहीं दुनियां की सबसे ख़तरनाक और घातक मानी जाती है यह एक सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल है इसके कई वैरिएंट्स भारत की तीनों सेनाओं में तैनात हैं इसकी रेंज 450-1,500 किलोमीटर (वैरिएंट के आधार पर) है। जिसकी गति मैक 2.8-3.0 (ध्वनि की गति से 3 गुना तेज) इसमें वॉरहेड 200-300 किलोग्राम (पारंपरिक या परमाणु) है। इसकी सबसे ख़तरनाक बात ये है कि ये जमीन या समुद्र से मात्र 3 से 4 मी ऊपर उड़कर जा सकती है।
क्या है ब्रह्मोस की विशेषताएं ?
भारत और रूस द्वारा संयुक्त रूप से विकसित है। जमीन, समुद्र, पनडुब्बी और हवा से लॉन्च की जा सकती है। कम ऊंचाई पर उड़ान भरने की क्षमता, जिससे दुश्मन के रडार से बचाव संभव। हाइपरसोनिक संस्करण (मैक 7-8) विकास के चरण में है। सटीक और तेज़ हमले के लिए, विशेष रूप से नौसैनिक और तटीय लक्ष्यों के खिलाफ।
कौन सी हैं पाकिस्तान की प्रमुख मिसाइलें ?

शाहीन मिसाइल श्रृंखला
चौथे नंबर पर मध्यम से लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल (MRBM/LRBM) है मिसाइल की रेंज शाहीन-I: 750-900 किमी , शाहीन-II: 1,500-2,000 किमी , शाहीन-III: 2,750 किमी है इसका वॉरहेड 700-1,000 किलोग्राम (पारंपरिक या परमाणु) है। इसका आख़री बार परीक्षण 10 अप्रैल 2013 को किया गया था। उसके बाद से कोई परीक्षण नहीं हुआ।
शाहीन-III की विशेषताएं
शाहीन-III पाकिस्तान की सबसे लंबी दूरी की मिसाइल है, जो भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्रों तक मार कर सकती है। यह उत्तर कोरियाई और चीनी तकनीक पर आधारित है। MIRV तकनीक को शामिल करने की कोशिश की जा रही है। भारत के प्रमुख शहरों को निशाना बनाने के लिए रणनीतिक मिसाइल।

बाबर मिसाइल
पाकिस्तान की पांचवे नंबर की सबसे ताकतवर मानी जाने वाली मिसाइल है यह एक मीडियम रेंज सबसोनिक क्रूज मिसाइल है इसकी रेंज 450-900 किलोमीटर (वैरिएंट के आधार पर) है इसकी गति 990 किमी/घंटा है इसका वॉरहेड 450-500 किलोग्राम (पारंपरिक या परमाणु) है।
क्या हैं बाबर मिसाइल की विशेषताएं ?
जमीन, समुद्र और पनडुब्बी से लॉन्च की जा सकती है। कम ऊंचाई (3-4 मीटर) पर उड़ान, जिससे रडार का पता लगाना मुश्किल। सात वैरिएंट्स उपलब्ध, जिसमें बाबर-3 पनडुब्बी से लॉन्च होने वाली पहली मिसाइल है। सटीक हमले और भारत की मिसाइल रक्षा प्रणालियों को भेदने के लिए।

गौरी मिसाइल
पाकिस्तान की तीसरी सबसे बड़ी मानी जाने वाली मिसाइल हैं यह मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल (MRBM) है। इसकी रेंज 1,500 किलोमीटर है इसका वॉरहेड 700-1,200 किलोग्राम (पारंपरिक या परमाणु) है। इसकी गति का खुलासा नहीं किया गया है इसका आखिरी परीक्षण 15 अप्रैल 2015 किया गया था।
मिसाइल की क्या हैं विशेषताएं ?
उत्तर कोरियाई नोदोंग मिसाइल तकनीक पर आधारित। भारत के पश्चिमी और मध्य क्षेत्रों (जैसे दिल्ली, मुंबई, जयपुर) को निशाना बनाने की क्षमता। सटीकता और विश्वसनीयता में ब्रह्मोस की तुलना में कम। रणनीतिक हमलों के लिए, लेकिन तकनीकी रूप से भारत की मिसाइलों से पीछे।
मिसाइलों में तुलनात्मक विश्लेषण !
अग्नि-V (5,000-8,000 किमी) के साथ भारत की मिसाइल रेंज पाकिस्तान से कहीं अधिक है। यह न केवल पाकिस्तान के सभी हिस्सों को, बल्कि चीन और यूरोप के कुछ हिस्सों को भी निशाना बना सकती है। पृथ्वी और ब्रह्मोस छोटी और मध्यम दूरी के लक्ष्यों के लिए प्रभावी हैं।
शाहीन-III (2,750 किमी) पाकिस्तान की सबसे लंबी दूरी की मिसाइल है, जो भारत के अधिकांश हिस्सों को कवर करती है। हालांकि, यह अग्नि-V की रेंज से काफी कम है। बाबर और गौरी मध्यम और छोटी दूरी के लिए हैं।
रेंज के मामले में भारत स्पष्ट रूप से आगे है।
दोनों देशों की मिसाइलों में गति और सटीकता !
भारत की मिसाइल ब्रह्मोस दुनिया की सबसे तेज़ सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों में से एक है, जिसकी गति मैक 2.8-3.0 है। अग्नि और पृथ्वी मिसाइलें भी उच्च सटीकता के लिए जानी जाती हैं। ब्रह्मोस की कम ऊंचाई पर उड़ान और रास्ते में दिशा बदलने की क्षमता इसे बेहद प्रभावी बनाती है।
पाकिस्तान की मिसाइल बाबर एक सबसोनिक क्रूज मिसाइल है, जिसकी गति ब्रह्मोस से काफी कम है। शाहीन और गौरी बैलिस्टिक मिसाइलें तेज़ हैं, लेकिन सटीकता में भारत की मिसाइलों से पीछे मानी जाती हैं।
गति और सटीकता में भारत की मिसाइलें, विशेष रूप से ब्रह्मोस, पाकिस्तान से बेहतर हैं।
भारत-पाक मिसाइलें बहुमुखी !
ब्रह्मोस को जमीन, समुद्र, पनडुब्बी और हवा से लॉन्च किया जा सकता है, जो इसे बहुमुखी बनाता है। अग्नि और पृथ्वी मुख्य रूप से जमीन आधारित हैं, लेकिन धनुष जैसे वैरिएंट नौसेना के लिए हैं। भारत के पास लगभग 160-180 परमाणु हथियार हैं, और अग्नि, पृथ्वी, ब्रह्मोस सभी परमाणु वॉरहेड ले जाने में सक्षम हैं। भारत के पास S-400 ट्रायम्फ और स्वदेशी आकाश, बराक-8 जैसी मिसाइल रक्षा प्रणालियां हैं, जो पाकिस्तान की मिसाइलों को रोक सकती हैं।
बाबर को भी जमीन, समुद्र और पनडुब्बी से लॉन्च किया जा सकता है। शाहीन और गौरी मुख्य रूप से जमीन आधारित हैं। पाकिस्तान के पास 170-180 परमाणु हथियार हैं, और शाहीन, बाबर, गौरी सभी परमाणु वॉरहेड ले जा सकते हैं। पाकिस्तान के पास मिसाइल रक्षा प्रणाली सीमित है, जो भारत की ब्रह्मोस और अग्नि जैसी मिसाइलों के खिलाफ कम प्रभावी है।
भारत की मिसाइल रक्षा प्रणाली !
दोनों देशों की मिसाइलें बहुमुखी हैं, लेकिन ब्रह्मोस की गति और सटीकता इसे अधिक प्रभावी बनाती है परमाणु हथियारों की संख्या में दोनों देश लगभग बराबर हैं, लेकिन भारत की मिसाइलों की रेंज और तकनीकी श्रेष्ठता उसे रणनीतिक लाभ देती है। भारत की मिसाइल रक्षा प्रणाली पाकिस्तान से कहीं अधिक उन्नत है।
मिसाइल पावर में कौन कितना पावरफुल ?
भारत की मिसाइलें, विशेष रूप से अग्नि-V और ब्रह्मोस, रेंज, गति, सटीकता और बहुमुखी प्रतिभा में पाकिस्तान से काफी आगे हैं। अग्नि-V की ICBM क्षमता भारत को वैश्विक स्तर पर रणनीतिक ताकत देती है, जो पाकिस्तान के पास नहीं है। ब्रह्मोस की सुपरसोनिक गति और कम ऊंचाई पर उड़ान इसे रडार से बचाने में सक्षम बनाती है, जो पाकिस्तान की किसी भी मिसाइल में नहीं है। भारत की मिसाइल रक्षा प्रणालियां और सैन्य आधुनिकीकरण (जैसे राफेल, S-400) इसे क्षेत्रीय स्तर पर मजबूत बनाते हैं।
पाकिस्तान की क्या ताकत ?
पाकिस्तान की शाहीन-III और बाबर मिसाइलें भारत के अधिकांश हिस्सों को निशाना बना सकती हैं, जो इसे रणनीतिक प्रतिरोध प्रदान करती हैं। बाबर की कम ऊंचाई पर उड़ान और पनडुब्बी से लॉन्च की क्षमता इसे भारत की मिसाइल रक्षा प्रणालियों के लिए चुनौती बनाती है। परमाणु हथियारों की संख्या में पाकिस्तान भारत के बराबर है, जो इसे परमाणु युद्ध में जवाबी कार्रवाई की क्षमता देता है।
भारत की मिसाइलें (विशेष रूप से अग्नि-V और ब्रह्मोस) रेंज, गति और तकनीकी श्रेष्ठता में पाकिस्तान से कहीं आगे हैं। ग्लोबल फायरपावर इंडेक्स 2025 के अनुसार, भारत चौथे स्थान पर है, जबकि पाकिस्तान 12वें स्थान पर खिसक गया है, जो भारत की बढ़ती सैन्य शक्ति को दर्शाता है। भारत की मिसाइल रक्षा प्रणालियां और बहुमुखी मिसाइलें (जैसे ब्रह्मोस) इसे युद्ध के मैदान में अधिक प्रभावी बनाती हैं। दोनों देशों के पास लगभग समान संख्या में परमाणु हथियार हैं, लेकिन भारत की लंबी रेंज और बेहतर तकनीक इसे रणनीतिक बढ़त देती है।
क्या भारत मिसाइल हमला कर सकता है ?
पहलगाम हमले के बाद चर्चा है कि क्या भारत मिसाइल हमला करेगा ? इसको लेकर विशेषज्ञ के तौर पर प्रकाश मेहरा कहते हैं कि “भारत सरकार लक्षित सैन्य कार्रवाई, जैसे सर्जिकल स्ट्राइक या सीमित हवाई हमले, पर विचार कर सकती है, जैसा कि 2016 (उरी हमले के बाद) और 2019 (पुलवामा हमले के बाद बालाकोट एयरस्ट्राइक) में देखा गया था।’ उन्होंने कहा “मिसाइल हमले जैसे कदम से क्षेत्रीय स्थिरता को खतरा हो सकता है। इसके बजाय, भारत आतंकवाद के खिलाफ खुफिया-आधारित ऑपरेशन, साइबर हमले, या आतंकी संगठनों के वित्तीय नेटवर्क को निशाना बनाने पर ध्यान दे सकता है।”
भारत स्पष्ट रूप से अधिक पावरफुल !
भारत की मिसाइल शक्ति, विशेष रूप से अग्नि-V और ब्रह्मोस के कारण, पाकिस्तान की शाहीन, बाबर और गौरी मिसाइलों की तुलना में कहीं अधिक शक्तिशाली और उन्नत है। भारत की मिसाइलें न केवल रेंज और गति में बेहतर हैं, बल्कि उनकी सटीकता, बहुमुखी प्रतिभा और मिसाइल रक्षा प्रणालियों का समर्थन उन्हें रणनीतिक और सामरिक दोनों स्तरों पर श्रेष्ठ बनाता है। पाकिस्तान की मिसाइलें भारत के लिए खतरा पैदा करने में सक्षम हैं, विशेष रूप से उनकी परमाणु क्षमता के कारण, लेकिन तकनीकी और रणनीतिक दृष्टिकोण से भारत स्पष्ट रूप से अधिक पावरफुल है।