प्रकाश मेहरा
एक्जीक्यूटिव एडिटर
नई दिल्ली। सैम कोंस्टास ने जसप्रीत बुमराह के खिलाफ अपनी बेबाक बल्लेबाजी से MCG पर बल्लेबाजी करने के तरीके की धज्जियां उड़ा दीं, जिस पर पूर्व भारतीय कोच रवि शास्त्री ने कहा कि इस ऑस्ट्रेलियाई युवा ने उन्हें दिग्गज वीरेंद्र सहवाग की याद दिला दी. 19 साल के कोंस्टास ने टेस्ट डेब्यू पर अपनी शानदार बल्लेबाजी से सबका ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया।उन्होंने आधुनिक क्रिकेट के सबसे सम्मानित तेज गेंदबाजों में से एक बुमराह की गेंद पर अपने रैंप शॉट से भारतीय खेमे को हैरत में डाल दिया।
शास्त्री ने इस डेब्यूटेंट की जमकर तारीफ करते हुए स्टार स्पोर्ट्स से कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि किसी ने खेल के किसी भी फॉर्मेट में बुमराह के खिलाफ इस तरह बल्लेबाजी की है. लाल गेंद के क्रिकेट की तो बात ही छोड़िए.’ उन्होंने आगे कहा, ‘इस तरह के आत्मविश्वास के साथ मैदान पर उतरना और कुछ बेहतरीन शॉट लगाने की कोशिश करना, यह कुछ और ही था। उसने एमसीसी पर बल्लेबाजी करने के तरीके की धज्जियां उड़ा दीं.’ शास्त्री ने कहा कि एक समय ऐसा लगा कि भारत के पास कोई योजना ही नहीं बची है. उन्होंने कहा, ‘शुरू में वह पहले दो शॉट चूक गया और भारतीय खिलाड़ियों के चेहरों पर मुस्कान थी. उन्होंने सोचा ‘अगर वह मौके बनायेगा तो हम उसे जल्दी आउट कर देंगे.’ लेकिन जैसे ही वह ऐसा करने लगा, सारी मुस्कान गायब हो गई. आइडिया गायब हो गए।’
शास्त्री ने कहा कि कोंस्टास भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज सहवाग की तरह पूरी तरह से मनोरंजन करने वाले खिलाड़ी हैं. उन्होंने इस युवा खिलाड़ी के ऑस्ट्रेलिया में सफल करियर की भविष्यवाणी की. उन्होंने कहा, ‘मैं कहूंगा कि जिस तरह से वह खेलता है और जो मौके लेता है उसमें उसे कुछ असफलता भी मिलेंगी। वह मुझे वीरेंद्र सहवाग की याद दिलाता है, जब वह पहली बार मैदान पर उतरा था. जब वह खेलता तो दर्शकों का मनोरंजन करता. वह मनोरंजन करने के लिए ही पैदा हुआ. अगर वह ऑस्ट्रेलिया के लिए कुछ समय तक खेलता है तो वह बिल्कुल वैसा ही करेगा।’