स्पेशल डेस्क/नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में बैंसरन घाटी में हुए आतंकी हमले ने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को चरम पर पहुंचा दिया। इस हमले में 26 लोग मारे गए, जिनमें अधिकांश पर्यटक थे, और 17 लोग घायल हुए। हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन ‘द रेसिस्टेंस फ्रंट’ (TRF) ने ली, हालांकि बाद में TRF ने इसे साइबर हमले का परिणाम बताकर जिम्मेदारी से इनकार किया। भारतीय खुफिया एजेंसियों ने इस हमले में लश्कर-ए-तैयबा की संलिप्तता और पाकिस्तान से संचालित आतंकियों की भूमिका की पुष्टि की। आइए एग्जीक्यूटिव एडिटर प्रकाश मेहरा से पूरा विश्लेषण समझते है
हिंदू पर्यटकों को बनाया निशाना !
हमला पहलगाम के बैंसरन घास के मैदान में हुआ, जो एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। यह हमला 22 अप्रैल 2025 को दोपहर में हुआ। आतंकियों ने 15-20 मिनट तक AK-47 और M-4 राइफलों से अंधाधुंध गोलीबारी की। कुछ आतंकी पश्तून भाषा में बात कर रहे थे, जिससे उनकी पाकिस्तानी पहचान की पुष्टि हुई। हमलावरों ने हिंदू पर्यटकों को निशाना बनाया, उनसे उनका धर्म पूछा और सांप्रदायिक तनाव भड़काने की कोशिश की। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आतंकियों ने “जो हिंदू निकले, उन्हें मार देना” जैसे निर्देश दिए। हमले में चार पाकिस्तानी और दो स्थानीय आतंकी शामिल थे। स्थानीय आतंकियों में अनंतनाग के आदिल हुसैन थोकर और त्राल के आसिफ शेख की पहचान हुई। आदिल ने 2018 में पाकिस्तान में आतंकी प्रशिक्षण लिया था।
भारत ने हमले को गंभीरता से लिया !
भारत ने इस हमले को गंभीरता से लिया और त्वरित कूटनीतिक, सैन्य, और प्रशासनिक कदम उठाए सिंधु जल संधि स्थगित: भारत ने 1960 की सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया, जिसके तहत पाकिस्तान को तीन नदियों का पानी रोका जाएगा। पाकिस्तानी नागरिकों पर प्रतिबंध: सभी पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द कर दिए गए, और उन्हें 48 घंटों में भारत छोड़ने का आदेश दिया गया। SAARC वीजा छूट योजना भी निलंबित की गई। दोनों देशों के उच्चायोगों में कर्मचारियों की संख्या को 55 से घटाकर 30 करने का फैसला लिया गया, जो 1 मई 2025 से लागू होगा। अटारी-वाघा सीमा को बंद कर दिया गया, जिससे व्यापार और आवागमन रुक गया।
सैन्य और सुरक्षा के बड़े उपाय !
जम्मू-कश्मीर, राजस्थान, और अन्य सीमावर्ती राज्यों में हाई अलर्ट जारी किया गया। भारतीय सेना और BSF को सीमा पर पूरी तरह सतर्क रखा गया। आतंकी ठिकानों पर कार्रवाई: पहलगाम हमले में शामिल आतंकियों के घरों को ध्वस्त किया गया। आदिल हुसैन थोकर का घर बम से और आसिफ शेख का घर बुलडोजर से गिराया गया। हमले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को सौंपी गई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीनों सेनाओं को आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई के लिए पूर्ण स्वतंत्रता दी।भारतीय नौसेना ने अरब सागर में एंटी-शिप मिसाइलों का सफल परीक्षण किया, जिससे पाकिस्तान में खलबली मच गई। भारतीय वायुसेना ने राफेल और सुखोई-30 विमानों के साथ आक्रमण अभ्यास शुरू किया। श्रीनगर रूट पर अतिरिक्त उड़ानें शुरू की गईं, और टिकट रद्द करने या रिशेड्यूल करने की फीस माफ कर दी गई।
क्या है पाकिस्तान की स्थिति ?
पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान में घबराहट और तनाव का माहौल है। निम्नलिखित बिंदु इसकी स्थिति को दर्शाते हैं: पाकिस्तान ने पूरे देश, विशेष रूप से उत्तरी क्षेत्रों में हाई अलर्ट जारी किया। उत्तरी पाकिस्तान में सभी उड़ानें रद्द कर दी गईं, और भारत से आने वाले वायु मार्ग बंद किए गए। पाकिस्तानी सेना ने सियालकोट से शकरगढ़ तक तोपखाने भेजे और खारियां में ‘हैमर स्ट्राइक’ नाम से सैन्य अभ्यास शुरू किया। सिंध रेजिमेंट और फ्रंटियर फोर्स को सीमा पर तैनात किया गया।
पाक के रक्षा मंत्री ने क्या कहा ?
रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि भारत कभी भी सैन्य कार्रवाई कर सकता है, और पाकिस्तान परमाणु हथियारों का उपयोग करने से नहीं हिचकेगा यदि उसका अस्तित्व खतरे में पड़ा। पाकिस्तान ने 25-26 अप्रैल की रात को LoC पर कई स्थानों पर अकारण गोलीबारी की, जिसका भारतीय सेना ने करारा जवाब दिया। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने हमले की ‘तटस्थ जांच’ में सहयोग की बात कही, लेकिन भारत ने इसे पहले की तरह खोखला दावा माना।
पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को बीच में लाने की कोशिश की, लेकिन यूएन सुरक्षा परिषद सहित कई देशों ने हमले की निंदा की और आतंकियों को जिम्मेदार ठहराने की मांग की।
भारत-पाक तनाव पर अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया !
- अमेरिका: राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने हमले की निंदा की और कहा कि भारत और पाकिस्तान को कश्मीर मुद्दे का हल निकालना चाहिए।
- ईरान: राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने पीएम मोदी से फोन पर बात कर हमले की निंदा की।
- नेपाल: काठमांडू में पाकिस्तानी दूतावास के बाहर विरोध प्रदर्शन हुआ, क्योंकि हमले में एक नेपाली नागरिक की भी मौत हुई।
- लंदन: भारतीय और यहूदी समुदाय ने पाकिस्तानी उच्चायोग के बाहर प्रदर्शन किया। एक पाकिस्तानी अधिकारी के गला काटने के इशारे की व्यापक निंदा हुई।
- अन्य देश: अमेरिका, फ्रांस, इजराइल, रूस, और यूएई ने भारत के साथ एकजुटता दिखाई।
कश्मीर में क्या है माहौल ?
जम्मू-कश्मीर में हाई अलर्ट है, और सुरक्षा बल जंगलों में सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं। तीन संदिग्धों—आसिफ फूजी, सुलेमान शाह, और अबू तल्हा—के स्केच जारी किए गए। कश्मीर में लोगों ने हमले के खिलाफ प्रदर्शन किए और सांप्रदायिकता व हिंसा की निंदा की। गुलाम नबी आजाद ने कहा कि कश्मीरियों के दिलों में पाकिस्तान के लिए कोई हमदर्दी नहीं है। हमले के बाद 10,000 से अधिक पर्यटक कश्मीर से लौट गए।
आगे की क्या हो सकती हैं सम्भावना ?
कश्मीर मामलों की विशेषज्ञ के अनुसार, हमले का मकसद सांप्रदायिक तनाव भड़काना था, न कि अनुच्छेद 370 से संबंधित असंतोष। पाकिस्तान की बौखलाहट और LoC पर गोलीबारी को भारत की कठोर प्रतिक्रिया से जोड़ा जा रहा है। पाकिस्तानी खुफिया सूत्रों ने दावा किया कि भारत अगले 24-36 घंटों में सैन्य कार्रवाई कर सकता है, जिसके लिए पाकिस्तान ने अपनी सेना को हाई अलर्ट पर रखा है। खुफिया सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में 42 लॉन्च पैड सक्रिय हैं, जहां 110-130 आतंकी मौजूद हैं। भारतीय सेना इन ठिकानों पर नजर रख रही है।
भारत पाकिस्तान को देगा मुँह तोड़ जवाब ?
पहलगाम हमला भारत-पाकिस्तान संबंधों में एक नया तनावपूर्ण मोड़ लाया है। भारत की कठोर कूटनीतिक और सैन्य प्रतिक्रिया ने पाकिस्तान को बैकफुट पर ला दिया है, जिसके परिणामस्वरूप वह सैन्य तैयारियों और अंतरराष्ट्रीय समर्थन जुटाने की कोशिश में है। कश्मीर में सुरक्षा बलों की सक्रियता और स्थानीय लोगों का आतंकवाद विरोधी रुख इस बात का संकेत है कि भारत इस हमले का कड़ा जवाब देने को तैयार है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नजरें अब दोनों देशों की अगली चाल पर टिकी हैं।