Upgrade
पहल टाइम्स
  • होम
  • दिल्ली
  • राज्य
  • राष्ट्रीय
  • विश्व
  • धर्म
  • व्यापार
  • खेल
  • मनोरंजन
  • गैजेट्स
  • जुर्म
  • लाइफस्टाइल
    • स्वास्थ्य
    • फैशन
    • यात्रा
  • विशेष
    • साक्षात्कार
  • ईमैगजीन
  • होम
  • दिल्ली
  • राज्य
  • राष्ट्रीय
  • विश्व
  • धर्म
  • व्यापार
  • खेल
  • मनोरंजन
  • गैजेट्स
  • जुर्म
  • लाइफस्टाइल
    • स्वास्थ्य
    • फैशन
    • यात्रा
  • विशेष
    • साक्षात्कार
  • ईमैगजीन
No Result
View All Result
पहल टाइम्स
No Result
View All Result
  • होम
  • दिल्ली
  • राज्य
  • राष्ट्रीय
  • विश्व
  • धर्म
  • व्यापार
  • खेल
  • मनोरंजन
  • गैजेट्स
  • जुर्म
  • लाइफस्टाइल
  • विशेष
  • ईमैगजीन
Home राज्य

‘कफन के पैसे तो मत मांगो सरकार…’, पोस्टमार्टम हाउस में ₹500 देने पर दिया शव

पहल टाइम्स डेस्क by पहल टाइम्स डेस्क
September 4, 2025
in राज्य
A A
post mortem
15
SHARES
486
VIEWS
Share on FacebookShare on Whatsapp

प्रकाश मेहरा
एग्जीक्यूटिव एडिटर


नई दिल्ली: मध्य प्रदेश के ग्वालियर में एक सरकारी अस्पताल में मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। मुरैना निवासी 19 वर्षीय कृष्णा श्रीवास की सड़क दुर्घटना में मौत के बाद उनके परिजनों से पोस्टमार्टम हाउस में नीली पन्नी वाले कफन के लिए 500 रुपये मांगे गए। इस घटना ने सरकारी सिस्टम की लापरवाही और संवेदनहीनता को उजागर किया है।

इन्हें भी पढ़े

rekha gupta

दिल्ली सरकार ने पंजाब के बाढ़ पीड़ितों के लिए 5 करोड़ रुपये की सहायता की घोषणा की!

September 6, 2025
CM Dhami

सीएम धामी के नेतृत्व में अर्द्धकुंभ 2027 के लिए स्वास्थ्य विभाग ने तैयार किया मास्टर प्लान

September 6, 2025
chhattisgarh cabinet ministers

छत्तीसगढ़ कैबिनेट में संवैधानिक नियम का उल्लंघन! हाई कोर्ट पहुंची कांग्रेस

September 6, 2025
congress

‘बीड़ी-बिहार’ विवाद पर कांग्रेस ने मानी गलती, लिया ये एक्शन

September 6, 2025
Load More

क्या है पूरा मामला ?

कृष्णा श्रीवास अपनी चाची को बाइक पर ले जा रहे थे, तभी एक वाहन की टक्कर से दोनों घायल हो गए। चाची की 1 सितंबर को इलाज के दौरान मृत्यु हो गई, जबकि कृष्णा को गंभीर हालत में ग्वालियर के जयारोग्य अस्पताल (हजार बिस्तर अस्पताल) में रेफर किया गया। उनके पैर में फ्रैक्चर था, लेकिन परिजनों का आरोप है कि अस्पताल में लापरवाही के कारण उनकी स्थिति बिगड़ती गई। दो दिन बाद भी प्लास्टर नहीं चढ़ाया गया और सीनियर डॉक्टरों की अनुपस्थिति में जूनियर डॉक्टरों ने इलाज किया। 3 सितंबर को कृष्णा की मृत्यु हो गई। पोस्टमार्टम हाउस में, कर्मचारियों ने शव को नीली पन्नी में लपेटने के लिए परिजनों से 500 रुपये की मांग की। यह राशि देने के बाद ही शव परिजनों को सौंपा गया।

परिजनों की शिकायत और फेसबुक पोस्ट

मृतक के मामा और बीजेपी पिछड़ा वर्ग मोर्चा के प्रदेश मीडिया प्रभारी पवन सेन ने इस घटना पर आक्रोश जताते हुए फेसबुक पर मुख्यमंत्री मोहन यादव को टैग कर एक पोस्ट लिखी। उन्होंने लिखा:”सड़क दुर्घटना में मृतक से कफन के पैसे मत मांगो सरकार। मुख्यमंत्री मोहन यादव जी, ध्यान दीजिए। सरकारी डॉक्टरों की बंगलों पर दुकान बंद करवाइए। ग्वालियर ट्रॉमा सेंटर का भगवान मालिक है। होटल, फैक्ट्री से पहले अस्पताल सुधारने पर ध्यान दीजिए।”

पवन सेन ने आरोप लगाया कि उनके भांजे की मौत सरकारी सिस्टम की लापरवाही के कारण हुई। उन्होंने अस्पताल में सीनियर डॉक्टरों की अनुपस्थिति और जूनियर डॉक्टरों द्वारा इलाज किए जाने की बात भी उठाई।

सोशल मीडिया पर लोगों में गुस्सा

इस फेसबुक पोस्ट और घटना के बाद सोशल मीडिया पर लोगों में गुस्सा देखा गया। यह मामला सरकारी अस्पतालों में व्याप्त भ्रष्टाचार और संवेदनहीनता को दर्शाता है। हालांकि, खबरों में अभी तक इस मामले में प्रशासन या अस्पताल की ओर से कोई आधिकारिक कार्रवाई की जानकारी सामने नहीं आई है। यह घटना अकेली नहीं है। उत्तर प्रदेश के कौशांबी (2023) और बिहार के सीतामढ़ी (2025) में भी पोस्टमार्टम के लिए परिजनों से पैसे मांगने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। इन मामलों में भी कर्मचारियों ने 1,500 से 10,000 रुपये तक की मांग की थी, और वीडियो वायरल होने के बाद कार्रवाई की गई थी।

यह घटना मध्य प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में सुधार की तत्काल आवश्यकता को रेखांकित करती है। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने पहले ही शव वाहन की मुफ्त व्यवस्था की घोषणा की थी, लेकिन इस तरह की घटनाएं सिस्टम में गहरी खामियों को दर्शाती हैं। परिजनों की मांग है कि अस्पताल प्रशासन और दोषी कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में ऐसी अमानवीय घटनाएं न हों।

इन्हें भी पढ़ें

  • All
  • विशेष
  • लाइफस्टाइल
  • खेल

महात्मा गांधी के बलिदान का अमृत महोत्सव

January 30, 2023
वक्फ संशोधन विधेयक

वक्फ संशोधन विधेयक दोनों सदनों में पास, क्या रहा इसका इतिहास!

April 5, 2025
भारत के भगौड़े

भारत के वो 7 भगौड़े जिसे लाने के लिए अब भी सरकार कर रही है संघर्ष!

March 25, 2023
पहल टाइम्स

पहल टाइम्स का संचालन पहल मीडिया ग्रुप्स के द्वारा किया जा रहा है. पहल टाइम्स का प्रयास समाज के लिए उपयोगी खबरों के प्रसार का रहा है. पहल गुप्स के समूह संपादक शूरबीर सिंह नेगी है.

Learn more

पहल टाइम्स कार्यालय

प्रधान संपादकः- शूरवीर सिंह नेगी

9-सी, मोहम्मदपुर, आरके पुरम नई दिल्ली

फोन नं-  +91 11 46678331

मोबाइल- + 91 9910877052

ईमेल- pahaltimes@gmail.com

Categories

  • Uncategorized
  • खाना खजाना
  • खेल
  • गैजेट्स
  • जुर्म
  • दिल्ली
  • धर्म
  • फैशन
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • राजनीति
  • राज्य
  • राष्ट्रीय
  • लाइफस्टाइल
  • विशेष
  • विश्व
  • व्यापार
  • साक्षात्कार
  • सामाजिक कार्य
  • स्वास्थ्य

Recent Posts

  • दिल्ली सरकार ने पंजाब के बाढ़ पीड़ितों के लिए 5 करोड़ रुपये की सहायता की घोषणा की!
  • खालिस्तानी आतंकवाद पर कनाडा का बड़ा कबूलनामा, खुद की रिपोर्ट में मानी फंडिंग और नाकामी की बात !
  • निर्बल जनसेवा फाउंडेशन ने चौधरी हरिचंद गहलोत को किया सम्मानित

© 2021 पहल टाइम्स - देश-दुनिया की संपूर्ण खबरें सिर्फ यहां.

  • होम
  • दिल्ली
  • राज्य
  • राष्ट्रीय
  • विश्व
  • धर्म
  • व्यापार
  • खेल
  • मनोरंजन
  • गैजेट्स
  • जुर्म
  • लाइफस्टाइल
    • स्वास्थ्य
    • फैशन
    • यात्रा
  • विशेष
    • साक्षात्कार
  • ईमैगजीन

© 2021 पहल टाइम्स - देश-दुनिया की संपूर्ण खबरें सिर्फ यहां.