Upgrade
पहल टाइम्स
  • होम
  • दिल्ली
  • राज्य
  • राष्ट्रीय
  • विश्व
  • धर्म
  • व्यापार
  • खेल
  • मनोरंजन
  • गैजेट्स
  • जुर्म
  • लाइफस्टाइल
    • स्वास्थ्य
    • फैशन
    • यात्रा
  • विशेष
    • साक्षात्कार
  • ईमैगजीन
  • होम
  • दिल्ली
  • राज्य
  • राष्ट्रीय
  • विश्व
  • धर्म
  • व्यापार
  • खेल
  • मनोरंजन
  • गैजेट्स
  • जुर्म
  • लाइफस्टाइल
    • स्वास्थ्य
    • फैशन
    • यात्रा
  • विशेष
    • साक्षात्कार
  • ईमैगजीन
No Result
View All Result
पहल टाइम्स
No Result
View All Result
  • होम
  • दिल्ली
  • राज्य
  • राष्ट्रीय
  • विश्व
  • धर्म
  • व्यापार
  • खेल
  • मनोरंजन
  • गैजेट्स
  • जुर्म
  • लाइफस्टाइल
  • विशेष
  • ईमैगजीन
Home राज्य

भारत-नेपाल सीमा पर एक्शन… अवैध मदरसों और अतिक्रमण पर सख्ती, सुरक्षा या सियासत ?

पहल टाइम्स डेस्क by पहल टाइम्स डेस्क
May 24, 2025
in राज्य, विशेष
A A
illegal madrassas
20
SHARES
655
VIEWS
Share on FacebookShare on Whatsapp

प्रकाश मेहरा
एग्जीक्यूटिव एडिटर


नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में भारत-नेपाल सीमा पर अवैध मदरसों और धार्मिक स्थलों के खिलाफ कार्रवाई योगी आदित्यनाथ सरकार के निर्देश पर चल रही है। यह अभियान मुख्य रूप से बहराइच, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर, महाराजगंज और पीलीभीत जैसे सीमावर्ती जिलों में केंद्रित है। कार्रवाई के पीछे कुछ कारण और तथ्य सामने आए हैं।

इन्हें भी पढ़े

महिला सम्मान योजना

कभी नहीं लौटाने होंगे 10 हजार रुपये, 1.50 करोड़ महिलाओं को मिली मदद

November 1, 2025

मौसम ने किया ऐसा खेला, सबने सड़क पर ही लगाया चुनावी ‘मेला’

November 1, 2025
prashant kishor

बिहार: प्रशांत किशोर का नया मुद्दा – शराबबंदी हटाकर राजस्व से शिक्षा सुधार

November 1, 2025
पूर्व राजद नेता दुलारचंद यादव

फेफड़ा फटा, 7 पसलियाँ टूटीं, गोली सिर्फ पैर में… पोस्टमार्टम ने खोला राज !

November 1, 2025
Load More

अवैध निर्माण और अतिक्रमण

कई मदरसे और मस्जिदें बिना वैध दस्तावेजों या मान्यता के सरकारी या निजी जमीन पर बनाई गई हैं। उदाहरण के लिए, श्रावस्ती में एक मस्जिद और 102 मदरसों को अवैध घोषित कर सील किया गया, क्योंकि उनके पास उचित दस्तावेज नहीं थे। सरकार को शक है कि कुछ मदरसों में गैर-कानूनी गतिविधियाँ, जैसे जाली नोटों की छपाई हो रही थीं। इसके अलावा, भारत-नेपाल की खुली सीमा के कारण सुरक्षा जोखिम, जैसे तस्करी और घुसपैठ, भी एक बड़ा कारण है। कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि इन मदरसों को विदेशी फंडिंग मिल रही थी, जिसका उपयोग भारत विरोधी गतिविधियों के लिए हो सकता था। वक्फ कानून लागू होने के बाद अवैध धार्मिक संरचनाओं पर कार्रवाई तेज हुई है।

ग्राउंड रिपोर्ट क्या हो रहा है?

श्रावस्ती में 102 अवैध मदरसों को सील किया गया, जो सबसे अधिक है। बहराइच में 13 अवैध मदरसों में से 5 सील और 8 ध्वस्त किए गए। सिद्धार्थनगर में 3 मस्जिदों और 14 मदरसों सहित 22 अतिक्रमणों पर कार्रवाई हुई। बलरामपुर में 20 मदरसों को बंद किया गया, और 8 को नोटिस जारी हुआ। महाराजगंज में 28 अवैध मदरसों और 11 मस्जिदों/मजारों पर कार्रवाई हुई। कुल मिलाकर, 225 मदरसे, 30 मस्जिदें, 25 मजारें और 6 ईदगाह ध्वस्त किए गए।

प्रशासनिक कदम

राजस्व और पुलिस प्रशासन की संयुक्त टीमें छापेमारी कर रही हैं। अवैध कब्जों को चिह्नित कर बुलडोजर से ध्वस्त किया जा रहा है या सील किया जा रहा है। उदहारण के तौर पर श्रावस्ती में 1974 से चल रहे तीन मदरसों को अवैध घोषित कर सील किया गया। बहराइच के मोतीपुर में दारुल उलूम अज़ीज़िया हदीक़तुल नोमान मदरसे को सील किया गया। नेपाल सीमा के 15 किमी दायरे में 139 अतिक्रमण हटाए गए।

यूपी के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि “केवल अवैध दस्तावेजों वाले मदरसों पर कार्रवाई हो रही है, और इसका मकसद शिक्षा को बढ़ावा देना है, न कि धार्मिक स्थलों को निशाना बनाना।”

विवाद और प्रतिक्रियाएँ

कुछ समुदायों और संगठनों ने इसे धार्मिक आधार पर कार्रवाई बताया है, लेकिन सरकार का दावा है कि यह केवल अवैध निर्माण और सुरक्षा के लिए है। नेपाल सीमा पर तनाव, जैसे 2023 में बांका जिला में सांप्रदायिक दंगे और सीमा बंदी ने भी इस अभियान को गति दी। यह अभियान अवैध निर्माण, सुरक्षा जोखिम, और गैर-कानूनी गतिविधियों को रोकने के लिए चलाया जा रहा है। हालांकि, यह संवेदनशील मुद्दा है और स्थानीय समुदायों में इसके प्रति मिश्रित प्रतिक्रियाएँ हैं। सरकार का कहना है कि यह कार्रवाई पारदर्शिता और सुरक्षा के लिए है, लेकिन इसे धार्मिक आधार पर निशाना बनाने का आरोप भी लग रहा है।

इन्हें भी पढ़ें

  • All
  • विशेष
  • लाइफस्टाइल
  • खेल
Group Captain Shubhanshu Shukla

अंतरिक्ष में भारत की उड़ान… शुभांशु शुक्ला एक्सिओम-4 के साथ रचेंगे इतिहास!

June 10, 2025
मणिपुर hinsa

भटके विमर्श का नतीजा

May 10, 2023
Israel War

इस्राइल ने अपने नागरिकों के लिए जारी की एडवाइजरी, कहा- ‘मुसलमान देशों की यात्रा न करें’

October 21, 2023
पहल टाइम्स

पहल टाइम्स का संचालन पहल मीडिया ग्रुप्स के द्वारा किया जा रहा है. पहल टाइम्स का प्रयास समाज के लिए उपयोगी खबरों के प्रसार का रहा है. पहल गुप्स के समूह संपादक शूरबीर सिंह नेगी है.

Learn more

पहल टाइम्स कार्यालय

प्रधान संपादकः- शूरवीर सिंह नेगी

9-सी, मोहम्मदपुर, आरके पुरम नई दिल्ली

फोन नं-  +91 11 46678331

मोबाइल- + 91 9910877052

ईमेल- pahaltimes@gmail.com

Categories

  • Uncategorized
  • खाना खजाना
  • खेल
  • गैजेट्स
  • जुर्म
  • दिल्ली
  • धर्म
  • फैशन
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • राजनीति
  • राज्य
  • राष्ट्रीय
  • लाइफस्टाइल
  • विशेष
  • विश्व
  • व्यापार
  • साक्षात्कार
  • सामाजिक कार्य
  • स्वास्थ्य

Recent Posts

  • 8 सालों में सबसे अच्छा रहा दिल्ली में इस बार का AQI
  • 22KM कम हो जाएगी आदि कैलाश की यात्रा, 1600 करोड़ होंगे खर्च
  • कभी नहीं लौटाने होंगे 10 हजार रुपये, 1.50 करोड़ महिलाओं को मिली मदद

© 2021 पहल टाइम्स - देश-दुनिया की संपूर्ण खबरें सिर्फ यहां.

  • होम
  • दिल्ली
  • राज्य
  • राष्ट्रीय
  • विश्व
  • धर्म
  • व्यापार
  • खेल
  • मनोरंजन
  • गैजेट्स
  • जुर्म
  • लाइफस्टाइल
    • स्वास्थ्य
    • फैशन
    • यात्रा
  • विशेष
    • साक्षात्कार
  • ईमैगजीन

© 2021 पहल टाइम्स - देश-दुनिया की संपूर्ण खबरें सिर्फ यहां.