देहरादून। उत्तराखंड पुलिस के एसटीएफ की नशा उन्मूलन छापेमारी दल और देहरादून पुलिस ने रविवार को दो अलग-अलग स्थानों से कई करोड़ रुपए कीमत के एलएसडी ड्रग्स, हेरोइन और चरस बरामद की है। साथ ही एक अंतरराष्ट्रीय तस्कर सहित कुल पांच नशा तस्करों को गिरफ्तार किया है।
‘ड्रग्स फ्री देवभूमि’ अभियान के अंतर्गतमिली इस सफलता के बारे में बताते हुए देहरादून के एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि थाना प्रेमनगर को शनिवार को कुख्यात कोबरा गैंग के सदस्यों द्वारा देहरादून में हाई प्रोफाइल ड्रग एलएसडी सप्लाई किए जाने की सूचना मिली। थानाध्यक्ष ने अपने स्तर पर तत्काल अलग-अलग टीमें गठित की। चेकिंग के दौरान नंदा की चौकी, बिधोली रोड से तीन अभियुक्तों को एलएसडी के 2058 ब्लॉट्स, 6 ग्राम हेरोइन तथा इलेक्ट्रॉनिक मिनी तराजू, के साथ गिरफ्तार किया गया। साथ ही, तस्करी में प्रयुक्त दो वाहनो को भी सीज किया गया।
सिंह ने बताया कि गिरफ्तार नशा तस्करों की पहचान रजत भाटिया पुत्र अशोक भाटिया, शिवम अरोड़ा पुत्र अशोक अरोड़ा और कृष गिरोटी पुत्र प्रवीण गिरोटी के रूप में हुई है। इनसे बरामद ड्रग्स की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में लगभग दो करोड पांच लाख रुपये है। भारतीय बाजार में इसकी कीमत लगभग 63 लाख रुपये अनुमानित है। ये लोग एलएसडी मंगवाने के लिये डार्क वेब का प्रयोग करते थे। उल्लेखनीय है कि देहरादून पुलिस पूर्व में भी इस ड्रग्स के साथ एक विदेशी महिला और भारतीय पुरुषों को गिरफ्तार कर चुकी है। अभियुक्तो को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम को एसएसपी ने 25 हजार रुपये का ईनाम देने की घोषणा की है।
दूसरी ओर, नशा उन्मूलन छापेमारी दल ने एक अंतरराष्ट्रीय ड्रग तस्कर व एक अन्य तस्कर को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से तीन किलो 400 ग्राम चरस बरामद की है। एसएसपी, एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि बरामद चरस की अंतरराष्ट्रीय बाजार में लाखों रुपए कीमत आंकी गई है। उन्होंने बताया कि सीओ एसटीएफ आरबी चमोला की देखरेख में थाना रायपुर पुलिस के साथ तपोवन रोड के पास से अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स तस्कर धर्मराज धामी पुत्र हरी लाल, निवासी नेपाल तथा आयुष रावत पुत्र त्रिलोक सिंह रावत, निवासी ग्राम नेगर, जनपद टिहरी गढ़वाल को गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त पिछले कई सालों से उत्तराखंड में चरस की सप्लाई कर रहे थे। गिरफ्तार अभियुक्तों ने पूछताछ में बताया कि वह यह चरस नेपाल से लेकर आते हैं।