स्पेशल डेस्क/नई दिल्ली: लोकसभा में 29 जुलाई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर हुई विशेष चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1 घंटे 24 मिनट का भाषण दिया। इस दौरान उन्होंने विपक्ष, खासकर कांग्रेस और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के आरोपों का करारा जवाब दिया। साथ ही, उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता, भारतीय सेना के पराक्रम और भारत की नई आतंकवाद-विरोधी नीति पर विस्तार से बात की। आइए उनके भाषण की प्रमुख बातें और विपक्ष के सवालों के जवाब एग्जीक्यूटिव एडिटर प्रकाश मेहरा की इस विश्लेषण से समझते हैं।
ऑपरेशन सिंदूर की पृष्ठभूमि और उद्देश्य
पीएम मोदी ने 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए आतंकी हमले का उल्लेख किया, जिसमें आतंकवादियों ने निर्दोष लोगों को धर्म पूछकर नृशंस हत्या की थी। उन्होंने इसे भारत को हिंसा और दंगों की आग में झोंकने की साजिश बताया। उन्होंने कहा कि देशवासियों ने एकता दिखाकर इस साजिश को नाकाम किया।
पीएम ने कहा कि “ऑपरेशन सिंदूर केवल एक जवाबी कार्रवाई नहीं थी, बल्कि यह भारत की नई रणनीतिक क्षमता और आत्मनिर्भर रक्षा शक्ति का प्रतीक था। भारतीय सेना ने 6-7 मई की रात को 22 मिनट में पहलगाम हमले का बदला लिया, जिसमें आतंकी ठिकानों को पूरी तरह नष्ट किया गया। उन्होंने बताया कि “ऑपरेशन में ‘मेड इन इंडिया’ ड्रोन और मिसाइलों का उपयोग हुआ, जिसने पाकिस्तान की युद्धक तैयारियों की पोल खोल दी। यह भारत की आत्मनिर्भर रक्षा नीति का प्रमाण था।”
विपक्ष के सवाल और पीएम मोदी के जवाब
विपक्ष ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर कई सवाल उठाए, जिनका पीएम मोदी ने तथ्यों और तीखे तंज के साथ जवाब दिया।राहुल गांधी के आरोप और जवाब
आरोप: राहुल गांधी ने कहा कि सरकार ने 22 मिनट बाद पाकिस्तान को बता दिया कि भारत लड़ना नहीं चाहता।
जवाब: पीएम ने कहा कि “भारत ने पाकिस्तान को बताया कि उसने 100% लक्ष्य हासिल कर लिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि पाकिस्तान ने निर्लज्जता से आतंकियों का साथ दिया, लेकिन भारत ने प्रचंड प्रहार कर उसे घुटनों पर ला दिया।”
आरोप: राहुल गांधी ने कहा कि “भारत की विदेश नीति फेल रही, क्योंकि दुनिया के किसी देश ने पाकिस्तान की आलोचना नहीं की।”
जवाब: पीएम ने कहा कि दुनिया के 193 में से केवल तीन देशों ने पाकिस्तान का समर्थन किया, जबकि बाकी भारत के साथ खड़े थे। किसी भी देश ने भारत को अपनी सुरक्षा के लिए कार्रवाई करने से नहीं रोका।
आरोप: राहुल गांधी ने दावा किया कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दबाव में ऑपरेशन सिंदूर रोका गया।
जवाब: पीएम ने स्पष्ट किया कि दुनिया के किसी भी नेता ने ऑपरेशन को रोकने के लिए नहीं कहा। उन्होंने खुलासा किया कि 9 मई की रात अमेरिकी उपराष्ट्रपति जे डी वेंस ने उन्हें पाकिस्तान के संभावित हमले की जानकारी दी थी, जिसका जवाब पीएम ने दिया कि “गोली का जवाब गोले से दिया जाएगा।”
कांग्रेस के अन्य सवाल
कांग्रेस ने पूछा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान PoK (पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर) को वापस क्यों नहीं लिया गया?
जवाब: पीएम ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा कि 1966 में रण ऑफ कच्छ में कांग्रेस ने 800 वर्ग किलोमीटर जमीन पाकिस्तान को सौंप दी थी। 1971 में 93,000 पाकिस्तानी सैनिकों को बंदी बनाने के बावजूद करतारपुर साहिब वापस नहीं लिया गया। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर का लक्ष्य आतंकी ठिकाने और उनके आकाओं को नष्ट करना था, जो पूरी तरह हासिल हुआ।
सवाल: कांग्रेस सांसद प्रणीति शिंदे ने ऑपरेशन सिंदूर को ‘तमाशा’ बताया था (बयान बाद में हटाया गया)।
जवाब: पीएम ने कहा कि “यह बयान 26 मृतकों के घावों पर तेजाब छिड़कने जैसा है। उन्होंने कांग्रेस पर पाकिस्तान को क्लीन चिट देने का आरोप लगाया।”
सवाल: प्रियंका गांधी वाड्रा ने पूछा कि “पहलगाम में हमले के दौरान सुरक्षाकर्मी क्यों नहीं थे।”
जवाब: गृह मंत्री अमित शाह ने जवाब दिया कि “पहलगाम हमले के तीनों आतंकी (सुलेमान, अफगान और जिबरान) को ऑपरेशन महादेव में मार गिराया गया। उन्होंने घाटी के कठिन भूगोल में सेना की तैनाती और चुस्ती की सराहना की।”
पीएम मोदी के प्रमुख बयान ‘सिंदूर से सिंधु तक’
पीएम ने कहा कि “ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान को दिखा दिया कि भारत आतंकियों और उनके आकाओं को अलग-अलग नहीं देखेगा। यह कार्रवाई ‘सिंदूर से सिंधु तक’ की थी, जिसने भारत की ताकत को दुनिया के सामने प्रदर्शित किया। उन्होंने कहा कि भारत ने नया नॉर्मल स्थापित किया है: “अगर भारत पर हमला हुआ, तो हम अपनी शर्तों पर अपने समय पर जवाब देंगे। परमाणु ब्लैकमेलिंग अब नहीं चलेगी।”
पाकिस्तान की गुहार
पीएम ने खुलासा किया कि ऑपरेशन के दौरान पाकिस्तान के डीजीएमओ ने भारतीय डीजीएमओ से युद्धविराम की गुहार लगाई और कहा, “बस करो, बहुत मारा है। अब और मार झेलने की ताकत नहीं है।” पीएम ने कहा कि ऑपरेशन के दौरान देशवासियों ने उनका साथ दिया, जिसके लिए वे कृतज्ञ हैं। उन्होंने इसे भारत की एकता और इच्छाशक्ति की जीत बताया।
पीएम ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि “उनकी बयानबाजी से सेना का मनोबल गिरता है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस को न तो भारत की व्यवस्थाओं पर भरोसा है, न ही सेना पर और वह पाकिस्तान के प्रचार को बढ़ावा देती है।”
पीएम मोदी-ट्रंप के बीच बातचीत नहीं
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि “ऑपरेशन सिंदूर और ऑपरेशन महादेव ने आतंकियों और उनके आकाओं को मिट्टी में मिला दिया। उन्होंने विपक्ष पर खुशी न मनाने और सेना का मनोबल तोड़ने का आरोप लगाया। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्रंप के सीजफायर दावे को खारिज करते हुए कहा कि 22 अप्रैल से 17 जून तक पीएम मोदी और ट्रंप के बीच कोई बातचीत नहीं हुई।
सुप्रिया सुले और असदुद्दीन ओवैसी ने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता की सराहना की, लेकिन कांग्रेस ने शशि थरूर और मनीष तिवारी जैसे नेताओं को बहस में शामिल नहीं किया, जो वैश्विक मंच पर भारत का पक्ष रख चुके थे।
ऑपरेशन सिंदूर की उपलब्धियां लक्ष्य पूर्ण
भारतीय सेना ने पहलगाम के आतंकी प्रशिक्षण केंद्रों को नष्ट किया, जिसमें 100% सफलता दर हासिल हुई। संयुक्त राष्ट्र के 193 देशों में से केवल तीन ने पाकिस्तान का समर्थन किया, बाकी भारत के साथ थे।ऑपरेशन महादेव में पहलगाम हमले के तीनों आतंकियों को मार गिराया गया। पीएम ने कहा कि ऑपरेशन ने पाकिस्तान को घुटनों पर ला दिया और अब आतंकी मास्टरमाइंड्स को नींद नहीं आती।
पीएम मोदी का सख्त संदेश पीएम ने पाकिस्तान को चेतावनी दी कि ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है। अगर भविष्य में कोई दुस्साहस हुआ, तो भारत और भी कड़ा जवाब देगा। उन्होंने कहा, “भारत अब पीछे हटने वाला नहीं है।”
विपक्ष की आलोचना
पीएम ने कांग्रेस पर पाकिस्तान के प्रचार को बढ़ावा देने और सेना का मनोबल तोड़ने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि “कांग्रेस ने कारगिल विजय को कभी नहीं अपनाया और आज भी वह सेना के पराक्रम का सम्मान नहीं करती। पीएम ने शशि थरूर की चुप्पी पर तंज कसते हुए कहा कि “कुछ नेताओं को बोलने से रोका गया, जो कांग्रेस की अंदरूनी कलह को दर्शाता है।
आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेगा भारत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में ऑपरेशन सिंदूर को भारत की रक्षा नीति और आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक रुख का प्रतीक बताया। उन्होंने विपक्ष के हर सवाल का तथ्यों के साथ जवाब दिया और कांग्रेस पर देश के मनोबल को तोड़ने का आरोप लगाया। ऑपरेशन सिंदूर ने न केवल आतंकी ठिकानों को नष्ट किया, बल्कि वैश्विक मंच पर भारत की ताकत और एकता को भी प्रदर्शित किया। पीएम ने स्पष्ट किया कि भारत अब आतंकवाद को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगा और जरूरत पड़ने पर और सख्त कार्रवाई करेगा।
आप भी सुनिए क्या बोले पीएम मोदी !