प्रकाश मेहरा
एग्जीक्यूटिव एडिटर
नई दिल्ली: जम्मू और कश्मीर में बीती रात (8-9 मई ) भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच नियंत्रण रेखा (LoC) पर तनावपूर्ण स्थिति रही। पाकिस्तानी सेना ने कुपवाड़ा, बारामूला, उरी, और अखनूर जैसे क्षेत्रों में बिना उकसावे के छोटे हथियारों और तोपखाने से गोलीबारी की, जिसका भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया। रात करीब 8 बजे से ड्रोन गतिविधियां और गोलीबारी की घटनाएं शुरू हुईं, जो पूरी रात चलीं। स्थानीय लोगों ने बताया कि 3-4 ड्रोन दिखे, और जवाबी कार्रवाई में भारतीय सेना ने पाकिस्तानी ड्रोन और मिसाइलों को नाकाम किया, जिसमें S-400 सुदर्शन चक्र का इस्तेमाल हुआ।
सायरन और विस्फोटों की आवाजें सुनाई दीं !
जम्मू, सांबा, और राजौरी जैसे सीमावर्ती इलाकों में भारी गोलीबारी से कई नागरिक घर और दुकानें क्षतिग्रस्त हुईं। बारामूला और अखनूर में सायरन और विस्फोटों की आवाजें सुनाई दीं, क्योंकि भारतीय सेना ने रात भर हवाई निगरानी तेज रखी। सांबा जिले में पाकिस्तान की घुसपैठ की कोशिश को बीएसएफ ने नाकाम किया। जम्मू, सांबा, कठुआ, राजौरी, और पुंछ में स्कूल-कॉलेज 9 मई को भी बंद रहे।
हालांकि, सुबह तक स्थिति सामान्य हो गई, और जम्मू में जनजीवन सामान्य दिखा। भारतीय सेना की त्वरित कार्रवाई से कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ, लेकिन सीमा पर तनाव बरकरार है। स्थानीय लोगों ने सेना और पीएम पर भरोसा जताया, लेकिन पाकिस्तान की हरकतों को लेकर नाराजगी भी व्यक्त की।
पाकिस्तानी गोलीबारी और ड्रोन हमले !
रात भर की स्थिति (8-9 मई): पाकिस्तानी सेना ने कुपवाड़ा, बारामुल्ला, उरी, अखनूर, सांबा, और अन्य सीमावर्ती क्षेत्रों में छोटे हथियारों और तोपखाने से बिना उकसावे के गोलीबारी की। रात 8 बजे से देर रात तक पाकिस्तान ने जम्मू, पठानकोट, उधमपुर, और जैसलमेर जैसे शहरों पर ड्रोन और मिसाइल हमलों की कोशिश की। भारतीय सेना ने S-400 वायु रक्षा प्रणाली (“सुदर्शन चक्र”) का उपयोग कर इन हमलों को नाकाम कर दिया। सांबा जिले में घुसपैठ की कोशिश को बीएसएफ ने विफल किया। अखनूर, सांबा, बारामुल्ला, और कुपवाड़ा में सायरन और विस्फोटों की आवाजें सुनी गईं, जिससे स्थानीय लोग दहशत में रहे।
भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई !
भारतीय सेना ने पाकिस्तानी गोलीबारी का मुंहतोड़ जवाब दिया, जिसमें कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ।ऑपरेशन “सिंदूर” के तहत भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान और PoK में 9 ठिकानों पर हवाई हमले किए, जिससे पाकिस्तान “बौखला गया”। भारतीय नौसेना ने कराची बंदरगाह पर ऑपरेशन “सिंदूर-2” के तहत रणनीतिक हमला किया, जिसमें INS विक्रांत ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
क्या पड़ा स्थानीय प्रभाव ?
जम्मू, सांबा, कठुआ, राजौरी, और पुंछ में स्कूल-कॉलेज 9 मई को भी बंद रहे। पंजाब के पठानकोट, अमृतसर, जालंधर, और चंडीगढ़ में रात को ब्लैकआउट लागू किया गया। स्थानीय निवासियों ने रात भर ड्रोन और गोलीबारी की आवाजें सुनीं, लेकिन भारतीय सेना पर भरोसा जताया। पुंछ के अजोटे गाँव में गोलीबारी से संपत्तियों को नुकसान पहुँचा।
जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बल हाई अलर्ट !
भारत ने स्पष्ट किया है कि उसकी कार्रवाइयाँ आतंकवाद के खिलाफ हैं और वह तनाव नहीं बढ़ाना चाहता, लेकिन किसी भी हमले का जवाब देने को तैयार है। पाकिस्तान की ओर से लगातार उकसावे की कार्रवाइयाँ जारी हैं, जिससे युद्ध जैसे हालात बने हुए हैं।जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बल हाई अलर्ट पर हैं, और सीमा पर गोलीबारी व हवाई गतिविधियाँ जारी हैं।
भारत-पाक के बीच तनाव चरम पर !
पहलगाम हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है। रात भर की घटनाएँ दर्शाती हैं कि भारत की सैन्य स्तर पर कड़ा जवाब दे रहे हैं। भारत की रणनीति आतंकवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई पर केंद्रित है, जबकि पाकिस्तान जवाबी हमलों और बयानबाजी के जरिए स्थिति को और जटिल बना रहा है।अंतरराष्ट्रीय समुदाय तनाव कम करने की कोशिश कर रहा है, लेकिन स्थिति अभी भी विस्फोटक बनी हुई है।