- अन्तर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस पर हुई ऑनलाइन वेबिनार।
- देश-विदश के विद्वान व श्रमिक नेताओं ने मजदूरों के हित में किया आत्म मंथन।
सतीश मुखिया/मथुरा। अन्तर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस के अवसर पर अन्तर्राष्ट्रीय साहित्य-कला संस्कृति केन्द्र, भारत (रजि.) व अखिल भारतीय ब्रज संस्कृति केन्द्र मथुरा (रजि.) के संयुक्त तत्वावधान में मजदूरों की वर्तमान समस्याएँ और निदान विषयक ऑनलाइन वैनिनार आयोजित की गई जिसकी अध्यक्षता लॉयडेन युवर्सिटी के चान्सलर प्रो. डॉ. मोहन कांत गौतम द्वारा की गई तथा मुख्य अतिथि नीदरलैंड्स के व्यापारी व वैश्विक हिन्दी सेवी डॉ. रामा तक्षक रहे। विशिष्ट अतिथि के रूप में अखिलभारतीय राष्ट्रीय श्रमिक संघ- मजदूर बिगुल के महासचिव पण्डित सत्यनारायण उपस्थित रहे।
वेबिनार का प्रारंभ करते हुए समाजसेवी आचार्य डॉ. खेमचन्द शास्त्री ने स्पष्ट किया कि मेहनतकश मजदूरों की वर्तमान में सबसे बड़ी समस्या है महंगाई, नौकरीपेशा लोगों को तो साल में इंक्रीमेंट और मंहगाई भत्ता बढ़ा दिया जाता है, किंतु दिहाड़ी मजदूर अपनी पगार से परिवार को रोटी भी नहीं खिला सकता। सरकार को चाहिए कि मजदूरों का भी न्यूनतम वेतन निश्चित कर देना चाहिए।
इसी क्रम में आनन्द गिरि मायालु (नेपाल), कपिल कुमार (बैल्जियम), डॉ. किरण लता वैद्य (कैलिफोर्निया), अर्पणा वत्स (ऑस्ट्रेलिया), गोपाल बघेल ‘मधु’ (कनाडा) ने मजदूरों की अनेकानेक समस्याओं पर प्रकाश डाला। इसीक्रम में कीर्ति वर्धन (बिहार), अंजना सखी (रायगढ़), डॉ. सुमन महरोत्रा (मुजफ्फरपुर-बिहार),निर्मल जैन ‘नीर’ (उदयपुर), संजय जैन ‘वीणा’ (मुम्बई), डॉ. मुकेश कुमार दुबे ‘दुर्लभ’ (सिवान-बिहार), सुनील गुप्ता ‘सुनीलानन्द, (जयपुर), आत्म प्रकाश कुमार (गाँधीनगर), डॉ. दीपक गोस्वामी (मथुरा) ने काव्यात्मक अभिव्यक्ति के माध्यम से मजदूरों की समस्याओं पर गहरी चिंता व्यक्त की।
विशिष्ट अतिथि पण्डित सत्यनारायण (मुम्बई) ने रहस्योद्घाटन करते हुए बताया कि वर्तमान में मजदूर पूँजीवाद का शिकार है अतः सरकार को श्रमिकों के हित में लाभकारी कानून बनाने चाहिए। अध्यक्षता कर रहे प्रो. डॉ. मोहनकान्त गौतम ने भारतीय और विदेशी श्रमिकों की कार्यशैली प्रकाश डालते हुए बताया सरकार को व्यापारियों के साथ मिल कर कामगार श्रमिकों के हित में लाभकारी योजनाएँ बनानी होंगी।
संचालन अकाशवाणी के पूर्व निदेशक सर्वेश कुमार द्वारा किया गया और अंत में संस्था के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. नटवर नागर ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया।