नई दिल्ली: भूकंप से एक बार फिर दिल्ली NCR की धरती डोल उठी. यह तीन दिन में लगातार दूसरी बार हुआ है. इससे पहले तीन नवंबर को दिल्ली से लेकर पटना तक भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए थे, जिसकी तीव्रता रेक्टर स्केल पर 6.4 मापी गई थी. सोमवार शाम को जो भूकंप आया उसकी तीव्रता तकरीबन रिक्टर स्केल पर 5.6 रही. दोनों ही भूकंपों का केंद्र नेपाल रहा. बेशक सोमवार को आए भूकंप की तीव्रता पिछले भूकंप से कम रही, लेकिन इसकी दहशत ज्यादा थी.
शुक्रवार देर रात नेपाल में आए भूकंप से कई मकान जमींदोज हो गए थे, इससे 150 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी, इतने ही लोग तकरीबन गायब थे. ऐसे में जब सोमवार को भूकंप के झटके महसूस हुए तो लोग दहशत में घरों से बाहर निकल आए. काफी देर तक अफरा-तफरी का माहौल रहा. दिल्ली NCR के लिए ये चिंता की बात इसलिए भी ज्यादा है, क्योंकि इस साल भूकंप की घटनाओं में अप्रत्याशित बढ़ोतरी हुई है. खास बात है कि इस साल भूकंप का पहला झटका दिल्ली NCR वालों को साल के पहले दिन ही महसूस हुआ था. तब से भूकंप के झटकों की तीव्रता में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. सवाल तो ये भी उठ रहे हैं कि क्या बार-बार भूकंप के ये झटके किसी बड़ी तबाही का संकेत को नहीं दे रहे?
इस साल देश में 38 बार आ चुका है भूकंप
2023 साल में अब 38 बार भूकंप के झटके महसूस किए जा चुके हैं. इनके सर्वाधिक प्रभावित इलाका दिल्ली NCR ही रहा है, नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक साल के पहले दिन ही दिल्ली-NCR में भूकंप के झटके महसूस हुए थे, जिनकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.8 रही थी. इस भूकंप का केंद्र हरियाणा का झज्जर था. यदि साल के सबसे तेज भूकंप की बात की जाए तो दो दिन पहले आया 6.4 तीव्रता का भूकंप सबसे तेज था, जिसने नेपाल में तबाही मचाई थी.
नवंबर के 6 दिन में 5 बार आया भूकंप
नवंबर माह के छह दिन बीते हैं, लेकिन इन छह दिनों के भीतर ही 5 बार भूकंप के झटके महसूस किए जा चुके हैं. इनकी शुरुआत हुई थी 1 नवंबर को जम्मू कश्मीर में आए भूकंप से. इस भूकंप की तीव्रता 3.2 रही थी. इसके बाद 3 नवंबर की रात को 6.4 तीव्रता वाला भूकंप आया, जिसने नेपाल में अच्छी खासी तबाही मचाई. सोमवार को एक बार फिर भूकंप आने से पहले देश में तीन बार और धरती डोल चुकी है, हालांकि इनकी तीव्रता कम होने की वजह से इसका अहसास नहीं हुआ. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक 5 नवंबर को दोपहर 1 बजकर सात मिनट पर अयोध्या में 3.6 मैग्नीट्यूड तीव्रता वाला भूकंप आया था. इसके अलावा कल शाम को 5 बजकर 42 मिनट पर मणिपुर में भी 3.1 मैग्नीट्यूड तीव्रता वाले भूकंप के झटके महसूस हुए थे. इस सूची में अंडमान, टिमोर, बेलोनिया, दो बार अफगानिस्तान और दो बाद ताजिकिस्तान में आए भूकंप को शामिल नहीं किया गया है.
अक्टूबर में 5 बार डोली धरती
2 अक्टूबर को पूर्वोत्तर राज्यों में भूकंप के झटके महसूस हुए थे, रिक्टर स्केल पर इनकी तीव्रता तकरीबन 5.2 थी. इस भूकंप का केंद्र नॉर्थ गारो हिल्स था, इस भूकंप के झटके बिहार तक महसूस हुए थे. इसके अगले ही दिन 3 अक्टूबर को Delhi NCR समेत पूरे उत्तर भारत में भूकंप के झटकेस महसूस हुए थे जिसकी तीव्रता 6.2 थी. 5 अक्टूबर को एक बार फिर Delhi NCR की धरती कांपी, यह भूकंप उत्तराखंड में आया था, जिसकी तीव्रता 3.2 रही. 15 अक्टूबर को एक बार फिर देश की राजधानी समेत आसपास के इलाकों में कंपन हुआ, इस भूकंप का केंद्र हरियाणा का फरीदाबाद था. 30 अक्टूबर को एक बार फिर धरती डोली, इस बार तीव्रता 3.1 रही थी. इस भूकंप का केंद्र हरियाणा का झज्जर था.