स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली: पहलगाम हमले के बाद देश का मिजाज गुस्से, शोक और जवाबी कार्रवाई की मांग से भरा है। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए इस आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए, ज्यादातर पर्यटक, और दर्जनों घायल हुए। लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (TRF) ने जिम्मेदारी ली। यह 2019 के पुलवामा हमले के बाद का सबसे घातक हमला है। नीचे देश के मिजाज और घटनाक्रम की पूरी रिपोर्ट एग्जीक्यूटिव एडिटर प्रकाश मेहरा के साथ समझते हैं।
जनता का मिजाज गुस्सा और शोक !
हमलावरों ने पर्यटकों को धर्म और पहचान पूछकर निशाना बनाया, जिससे देशभर में आक्रोश फैला। सोशल मीडिया पर इसे कायराना कृत्य बताया गया। लोग न्याय और सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।पहलगाम में पर्यटन ठप होने से स्थानीय अर्थव्यवस्था चरमरा गई। लोगों ने कैंडल मार्च निकाला और पर्यटकों की सुरक्षा के लिए एकजुटता दिखाई। AIMPLB और चीफ इमाम उमर अहमद इलियासी ने हमले की निंदा की। आतंकियों के जनाजे में नमाज न पढ़ाने का ऐलान किया।
क्या है राजनीतिक माहौल ?
पीएम मोदी ने ‘मन की बात’ में हमले पर दुख और गुस्सा जताया। आतंकियों को सजा और सेना को खुली छूट देने की बात कही। वहीं राहुल गांधी ने सरकार को समर्थन दिया, लेकिन त्वरित कार्रवाई की मांग की। योगी आदित्यनाथ ने सपा पर ‘पाकिस्तान परस्त’ बयानों का आरोप लगाया। कांग्रेस ने बीजेपी पर एकजुटता की कमी का इल्जाम लगाया। इसके साथ ही गृह मंत्री अमित शाह और उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की।
भारत ने की कड़ी कार्रवाई !
सिंधु जल समझौता निलंबित: पाकिस्तानी उड़ानों के लिए हवाई क्षेत्र 23 मई तक बंद। पाकिस्तानी नागरिकों को देश छोड़ने का आदेश, वीजा नीति सख्त। पाकिस्तानी राजनयिकों का निष्कासन। 16 पाकिस्तानी यूट्यूब चैनल और X हैंडल्स बैन। 10 लाख साइबर हमले, लेकिन रेलवे-बैंकिंग सिस्टम सुरक्षित।
सेना को खुली छूट : नौसेना ने अरब सागर में ड्रिल की। हमले का मास्टरमाइंड हाशिम मूसा (पाक SSG कमांडर) चिह्नित। NIA जांच में चार आतंकियों में दो की पहचान। एक जिपलाइन ऑपरेटर से पूछताछ। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल और सीमावर्ती इलाकों में सतर्कता। जांच के लिए न्यायिक आयोग की याचिका खारिज।
हमले पर क्या है अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया ?
अमेरिका, कुवैत आदि ने निंदा की, रुबियो ने सहयोग का वादा किया। पाक ने जांच में रूस-चीन को शामिल करने की मांग, भारत ने खारिज की। भारत ने हमले को 26/11 से बड़ा बताया, जीरो टॉलरेंस की बात कही। पश्चिमी मीडिया ने ‘मिलिटेंट’ शब्द पर भारत की आपत्ति, बीबीसी को पत्र।
आतंकियों के खिलाफ निर्णायक कदम !
असम में 16 लोग देशद्रोही टिप्पणियों के लिए पकड़े गए। वहीं महाराष्ट्र में मृतकों के परिवारों को 50 लाख और बच्चों के लिए शिक्षा-रोजगार की घोषणा। भारत-पाकिस्तान तनाव चरम पर। भारत की सैन्य ताकत पाकिस्तान से 9 गुना ज्यादा। सैन्य, कूटनीतिक या साइबर कार्रवाई की संभावना। आतंकियों के खिलाफ निर्णायक कदम।
हमला पाकिस्तान की साजिश !
देश का मिजाज गुस्से, शोक और जवाबी कार्रवाई का इंतज़ार है विशेषज्ञ के तौर पर प्रकाश मेहरा कहते हैं कि “पहलगाम हमला पाकिस्तान की साजिश का हिस्सा था। पाक आतंकियों ने निहत्थों को मारा है…एक बेकसूर का कत्ल…इंसानियत का कत्ल है, लेकिन भारत के आक्रामक रुख और अंतरराष्ट्रीय समर्थन ने पाकिस्तान को रक्षात्मक स्थिति में ला दिया है। पाकिस्तानी मंत्री और सेना गीदड़भभकी दे रहे हैं, लेकिन आंतरिक अस्थिरता और भारत की सैन्य ताकत के सामने उनकी स्थिति बहुत कमजोर है।”
उन्होंने आगे कहा “पाकिस्तान भारत में हिंदू-मुसलमान की एक लहर चलाना चाहता है, धार्मिक युद्ध करवाना चाहता है, हमें इस चंगुल में नहीं फंसना चाहिए और पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देना चाहिए।”
अंतर्राष्ट्रीय समर्थन भारत के साथ !
पहलगाम हमला देश के लिए सदमा है। जनता में गुस्सा, शोक और एकजुटता है। सरकार ने कठोर कदम उठाए, लेकिन जनता त्वरित कार्रवाई चाहती है। पर्यटन को भारी नुकसान हुआ, लेकिन सामान्य स्थिति की कोशिश जारी है। अंतरराष्ट्रीय समर्थन भारत के साथ है, पर पाकिस्तान के साथ तनाव और साइबर हमले स्थिति को जटिल बना रहे हैं।