प्रकाश मेहरा
नई दिल्ली: लोकनायक अस्पताल के बाद अब एम्स में भी मरीजों को एमआरआई जैसी जांच कराने के लिए वर्ष 2026 तक की वेटिंग मिल रही है। वहीं, अल्ट्रासाउंड के लिए भी कई महीने बाद का समय मिल रहा है। इस संबंध में कई मरीजों ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपना दर्द बयां किया है।
इससे पहले एम्स दिल्ली ने 11 फरवरी को एक आदेश जारी कर दावा किया था कि वे डॉक्टर के लिखने के बाद एक दिन के अंदर अल्ट्रासाउंड कर रहे हैं, लेकिन हकीकत यह है कि दो महीने के बाद की तारीख मिल रही है। ऐसे में मरीजों का इलाज प्रभावित हो रहा है।
जांच के लिए 2 फरवरी 2026 की तारीख दी : सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक यूजर ने अपनी मां का एम्स का पर्चा साझा करते हुए लिखा है कि उन्हें कंधे के एमआरआई के लिए दो वर्ष बाद की तारीख़ दी गई है। अनुभव ने बताया कि उनकी मां का हड्डी रोग विभाग में इलाज चल रहा है। डॉक्टर ने एमआरआई कराने के लिए कहा है। हम जब जांच के लिए गए तो हमें एमआरआई के लिए 2 फरवरी 2026 को तारीख दी गई। उन्होंने दुख साझा करते हुए कहा कि जब जांच दो साल बाद होगी तो इलाज कब शुरू होगा।
अल्ट्रासाउंड के लिए डेढ़ महीने बाद बुलाया: मयूर विहार निवासी अविचल शर्मा एम्स के मेडिसिन विभाग में दिखा रहे हैं। डॉक्टर ने उन्हें अल्ट्रासाउंड कराने के लिए कहा है। जब वे अल्ट्रासाउंड कराने गए तो उन्हें 3 जनवरी 2025 की तारीख दी गई।