पहल डेस्क/गाजियाबाद: शिवशक्ति धाम डासना के पीठाधीश्वर व श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज ने अपने शिष्यों और हापुड़ के भक्तगणों के साथ हरमिलाप मंदिर शिवपुरी में बांग्लादेश, पाकिस्तान, भारत सहित सम्पूर्ण विश्व में सनातन धर्म की रक्षा,सभी हिन्दुओं के परिवारों की रक्षा, इस्लामिक जिहादियों के विनाश और भक्तगणों की सात्विक मनोकामनाओं की पूर्ति हेतु विजय और शत्रुविनाश की देवी मां बगलामुखी का महायज्ञ का शुभारंभ किया।
यह मां बगलामुखी महायज्ञ आज 28 जुलाई से आरम्भ होकर 3 अगस्त तक चलेगा। महायज्ञ के उपरांत महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज ने मां बगलामुखी और महादेव की प्रार्थना करते हुए कहा कि आज हम सनातन धर्म के मानने वाले अपने धर्म, अपने राष्ट्र, अपने परिवार और अपने अस्तित्व के संकट से जूझ रहे हैं। हमने सदैव अहिंसा और सत्यनिष्ठा को ही अपनाया परन्तु आज हमें कमजोर समझ कर इस्लाम के जिहादी बांग्लादेश, पाकिस्तान और भारत सहित सम्पूर्ण विश्व में निर्दोष हिंदुओं का नरसंहार कर रहे हैं, उनके सम्पूर्ण विनाश के बिना मानवता की रक्षा संभव नहीं है।
अस्तित्व की रक्षा कर सकें
उनका कहना है कि “हम हिंदुओ में तो अब इतना दम बचा ही नहीं है कि हम इस्लाम के जिहादियों से अपने परिवार और अपने अस्तित्व की रक्षा कर सकें।अब हम सम्पूर्ण रूप से धर्मविहीन होकर कायर,अकर्मण्य और कमीने हो चुके हैं।इसी कारण आज हर जगह हमारी दुर्गति हो रही है। हमारे बूते पर आजाद हुआ बांग्लादेश आज अरब,ईरान, अफगानिस्तान, पाकिस्तान और कश्मीर की तरह हमारे लिए कसाई खाना बन गया है। वहां हमारी बच्चियां की दुर्गति और हमारे लोगों का भीषण नरसंहार हो रहा है। हम अपने लोगों को बचाने के लिए कुछ भी नहीं कर रहे हैं। अब मां और महादेव ही कुछ कर सकते हैं। अब हम उन्हीं से प्रार्थना कर रहे हैं। अब यदि मां और महादेव ही चाहे तो वो हम हिंदुओ को सद्बुद्धि दे कर सर्वनाश से बचा सकते हैं अन्यथा तो अब बस विनाश ही विनाश दिखाई दे रहा है।
उन्होंने महायज्ञ स्थल से सम्पूर्ण सनातन धर्मियों का आह्वान करते हुए महायज्ञ के लिए आमंत्रित किया। महायज्ञ में मुख्य यजमान विपुल मित्तल जी,अरुण त्यागी जी और विश्व धर्म संसद की मुख्य संयोजक डॉ उदिता त्यागी जी के साथ ही यति अभयानंद, यति धर्मानंद भी उपस्थित थे। महायज्ञ में आज नरेश गर्ग जी, अशोक कुमार सिंहल चाचा मुले, सुधीर गुप्ता, विकास अग्रवाल, पंकज गर्ग, अरुण त्यागी, संजीव त्यागी, अंकित त्यागी, सतीश गोयल जी, अतुल गर्ग लुहारी तथा अन्य भक्तगणों ने सपरिवार आहुति समर्पित की।