प्रकाश मेहरा
एग्जीक्यूटिव एडिटर
वडोदरा : गुजरात के वडोदरा जिले के पादरा तालुका में महिसागर (माही) नदी पर स्थित 45 साल पुराने गंभीरा-मुजपुर पुल का एक हिस्सा अचानक ढह गया। यह पुल आनंद और वडोदरा जिलों को जोड़ने के साथ-साथ मध्य गुजरात को सौराष्ट्र क्षेत्र से जोड़ता है और भारी यातायात के लिए महत्वपूर्ण है। इस हादसे में कम से कम नौ लोगों की मौत हो गई, जिसमें एक बच्चा भी शामिल है और नौ से दस लोग घायल हुए हैं। हादसे के समय पुल पर कई वाहन गुजर रहे थे, जिनमें दो ट्रक, एक बोलेरो एसयूवी, एक पिकअप वैन और एक ऑटोरिक्शा शामिल थे, जो नदी में गिर गए।
कब और कहाँ हुआ हादसा ?
घटना सुबह लगभग 7:30 बजे पादरा-मुजपुर खंड पर हुई। पुल का 10-15 मीटर लंबा एक स्लैब ढह गया, जिसके कारण उस पर मौजूद वाहन महिसागर नदी में गिर गए। प्रारंभिक रिपोर्ट्स के अनुसार, पांच से छह वाहन नदी में गिरे। एक ट्रक ढहे हुए पुल के किनारे पर खतरनाक ढंग से लटक गया, जिसके वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए। स्थानीय लोगों के अनुसार, हादसे से पहले एक जोरदार टूटने की आवाज सुनाई दी, जिसके बाद वाहन नदी में गिर गए।
बचाव कार्य तत्काल प्रतिक्रिया
हादसे की सूचना मिलते ही वडोदरा जिला प्रशासन, स्थानीय पुलिस, फायर ब्रिगेड और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की टीमें मौके पर पहुंचीं। स्थानीय लोगों ने भी बचाव कार्य में सक्रिय रूप से हिस्सा लिया और घायलों को मलबे से निकालने में मदद की। अब तक नौ शव बरामद किए जा चुके हैं, और नौ से दस लोगों को बचाया गया है, जिनमें से पांच को वडोदरा के एसएसजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। किसी भी घायल की हालत गंभीर नहीं है।
नदी में डूबे वाहनों को निकालने के लिए क्रेन और तीन जेसीबी मशीनों का उपयोग किया जा रहा है। बचाव कार्य में नावों और तैराकों की भी मदद ली गई।
मृतकों और घायलों की जानकारी
मृतकों में वैदिका रमेशभाई पधियार, नितिक रमेशभाई पधियार, रमेशभाई दलपतभाई पधियार (दारियापुरा गाँव), हसमुखभाई माहीजिभाई परमार (मजाटन), वख्तसिंह मानूसिंह जाधव (कान्हवा), प्रवीणभाई रवजिभाई जाधव (उंडेल) और दो अन्य अज्ञात व्यक्ति शामिल हैं।
घायलों में सोनलबेन रमेशभाई पधियार (दारियापुरा), नरेंद्रसिंह रतनसिंह परमार (देहवान), गणपतसिंह खानसिंह राजुला (राजस्थान), दिलीपभाई रामसिंह पधियार (नानी शेरडी), राजूभाई दुदाभाई (द्वारका), और राजेशभाई ईश्वरभाई चावड़ा (देवपुरा) शामिल हैं।
पीएम मोदी ने हादसे पर दुःख जताया
पीएम मोदी ने हादसे को “बेहद दुखद” बताया और मृतकों के परिजनों के लिए 2 लाख रुपये और घायलों के लिए 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की। उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से फोन पर बात कर घटना की जानकारी ली और बचाव कार्यों का जायजा लिया।
The loss of lives due to the collapse of a bridge in Vadodara district, Gujarat, is deeply saddening. Condolences to those who have lost their loved ones. May the injured recover soon.
An ex-gratia of Rs. 2 lakh from PMNRF would be given to the next of kin of each deceased. The…
— PMO India (@PMOIndia) July 9, 2025
क्या बोले मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ?
सीएम ने घटना पर दुख जताया और सड़क एवं भवन विभाग को तत्काल जांच के आदेश दिए। एक जांच समिति बनाई गई है, जिसमें मुख्य अभियंता (डिजाइन), मुख्य अभियंता (दक्षिण गुजरात) और दो निजी पुल निर्माण विशेषज्ञ शामिल हैं। उन्होंने मृतकों के परिजनों के लिए 4 लाख रुपये और घायलों के लिए 50,000 रुपये की अतिरिक्त सहायता की घोषणा की।
આણંદ વડોદરાને જોડતા ગંભીરા બ્રિજનો એક ગાળો તૂટી જવાથી સર્જાયેલી દુઘર્ટના મનને અત્યંત વ્યથિત કરનારી છે.
રાજ્ય સરકાર આ દુર્ઘટનાથી અસરગ્રસ્ત પ્રત્યેક પરિવારની સાથે પૂરી સંવેદનાથી તેમની પડખે ઊભી છે.
દુર્ઘટનામાં જીવ ગુમાવનારા પ્રત્યેક વ્યક્તિના વારસદારને 4 લાખ રૂપિયાની સહાય રાજ્ય…
— Bhupendra Patel (@Bhupendrapbjp) July 9, 2025
क्या बोले स्वास्थ्य मंत्री रुशीकेश पटेल
मंत्री ने बताया कि “पुल का निर्माण 1985 में हुआ था और इसका रखरखाव समय-समय पर किया जाता था। हालांकि, हादसे के सटीक कारण की जांच की जा रही है।”
વડોદરા જિલ્લાના પાદરા મુકામે આવેલા તથા મધ્ય ગુજરાતને સૌરાષ્ટ્ર સાથે જોડતા ગંભીરા બ્રિજના ૨૩ ગાળામાંથી એક ગાળો ધરાશાયી થવાને કારણે અનેક લોકોના જાનહાનિ અને ઇજા થવાના સમાચાર અત્યંત દુઃખદ છે.
આ દુર્ઘટનામાં પ્રાણ ગુમાવનાર તમામના આત્માને શાંતિ મળે તથા ઇજાગ્રસ્તોને ઝડપથી આરોગ્યલાભ થાય…
— Rushikesh Patel (@irushikeshpatel) July 9, 2025
स्थानीय लोगों और विपक्ष के आरोप
स्थानीय निवासियों ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि 900 मीटर लंबे और 23 पियर्स वाले इस पुल की स्थिति लंबे समय से खराब थी और इसे “आत्महत्या स्थल” के रूप में भी जाना जाता था। कई बार मरम्मत की मांग की गई, लेकिन प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया।
“गुजरात मॉडल की भ्रष्टाचार”: अमित चावड़ा
कांग्रेस नेता अमित चावड़ा ने सोशल मीडिया पर सरकार की आलोचना की और कहा कि “बार-बार चेतावनी के बावजूद पुल की मरम्मत नहीं की गई। उन्होंने सभी पुलों की ऑडिट और फिटनेस सर्टिफिकेट जारी करने की मांग की। कांग्रेस ने इसे “गुजरात मॉडल की भ्रष्टाचार” का उदाहरण बताया।
માર્ગ મકાન વિભાગ મુખ્યમંત્રીશ્રી@Bhupendrapbjp ના હસ્તક છે. આખા રાજ્યમાં રસ્તામાં ભ્રષ્ટાચારના ખાડા ને ભૂવા થી જનતા ત્રસ્ત છે અને જનતાની રજૂઆતો ને ફરિયાદો પછી પણ સરકાર કોઈ પગલાં લેતી નથી એટલે દુર્ઘટનાઓ સર્જાય છે અને લોકોના જીવ જાય છે.
દાદા.. જો ખરેખર તમારું હૃદય 'મૃદુતા' થી… pic.twitter.com/yi3aet81pC
— Amit Chavda (@AmitChavdaINC) July 9, 2025
पुल की स्थिति-भविष्य पुल का इतिहास
गंभीरा-मुजपुर पुल 1985 में बनाया गया था और यह लगभग 900 मीटर लंबा है। यह आनंद, वडोदरा, भरूच और अंकलेश्वर के यात्रियों के लिए महत्वपूर्ण मार्ग है। मुख्यमंत्री ने बताया कि “तीन महीने पहले 212 करोड़ रुपये की लागत से नए पुल की मंजूरी दी गई थी, जिसका डिजाइन और टेंडरिंग कार्य शुरू हो चुका है।”
यह घटना 2022 में गुजरात के मोरबी में हुए केबल सस्पेंशन ब्रिज हादसे की याद दिलाती है, जिसमें 132 लोगों की मौत हुई थी। बचाव कार्य जारी है, और नदी में लापता लोगों की तलाश की जा रही है। वैकल्पिक मार्गों के माध्यम से यातायात को डायवर्ट किया गया है।
बुनियादी ढांचे की सुरक्षा और रखरखाव
प्रशासन ने हादसे के कारणों की जांच के लिए विशेषज्ञों की एक टीम गठित की है, जिसे जल्द ही प्रारंभिक रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है। यह हादसा गुजरात में बुनियादी ढांचे की सुरक्षा और रखरखाव की कमी को उजागर करता है। स्थानीय लोगों और विपक्ष के आरोपों ने सरकार पर दबाव बढ़ा दिया है कि वह सभी पुराने पुलों की स्थिति की जांच करे। प्रशासन की त्वरित प्रतिक्रिया और बचाव कार्यों के बावजूद, इस त्रासदी ने कई परिवारों को प्रभावित किया है।