नई दिल्ली l जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले के काकरेन गांव में कश्मीरी हिंदू की हत्या कर दी गई। माना जा रहा है कि पीएम मोदी की यात्रा से पहले हुई सख्ती से आतंकी बौखला गए हैं और हिंदुओं को टारगेट कर रहे हैं। वहीं, बढ़ते हमलों के कारण लोग पलायन करने की तैयारी में हैं।
बीते बुधवार शाम काकरेन गांव में आतंकियों ने सतीश सिंह (50) को उनके घर की चौखट पर गोलियों से भून दिया। उनकी हत्या के बाद से घर पर सैकड़ों लोगों का आना शुरू हो गया। सब यही पूछ रहे हैं कि आखिर सतीश को क्यों मारा? उसका क्या कसूर था? उनकी पत्नी और तीन बेटियों का बुरा हाल है।
प्रशासन के समझाने पर परिवार ने घाटी नहीं छोड़ी
सतीश सिंह पेशे से ड्राइवर थे। उनकी हत्या के बाद परिवार प्रशासन से जम्मू जाने के लिए गाड़ी भेजने की गुजारिश करता रहा और कहा कि हम सतीश का अंतिम संस्कार जम्मू में ही करेंगे। हालांकि, प्रशासन के सुरक्षा देने के आश्वासन पर परिवार मान गया। गांव में राजपूतों के 8 घर हैं। ये सब 100 सालों से यहां रह रहे हैं। स्थानीय जगदीश सिंह ने बताया कि अब तक यहां डर नहीं था, लेकिन अब सब कुछ बदल रहा है। यहां के लोग पलायन करने का सोच रहे हैं।
11 दिनों में 6 बार प्रवासियों और कश्मीरी हिंदुओं पर हमले
एक स्थानीय निवासी गुल मोहम्मद ने बताया कि यहां कभी ऐसा नहीं हुआ। 1990 के क्रूर दशक में भी यहां हिंसा नहीं हुई थी। पहली बार गांव में इस तरह की हत्या हुई है। 32 साल में पहली बार कश्मीरी पंडितों ने 3 अप्रैल को बड़ी संख्या में शारिका देवी और दुर्गनाग मंदिर में नवरेह उत्सव मनाया था। इस कार्यक्रम में देशभर से पहुंचे कश्मीरी पंडितों ने एक साल के भीतर घाटी में लौटने का ऐलान किया था। तब से 11 दिनों में 6 बार प्रवासियों और कश्मीरी हिंदुओं पर हमले हो चुके हैं।
PM मोदी की यात्रा से पहले माहौल बिगाड़ने की तैयारी
घाटी में हाल ही में हिंदू लोगों की टारगेट किलिंग की जा रही है। इससे पहले शोपियां में एक कश्मीरी पंडित पर गोली चलाई गई। उसके बाद पुलवामा में भी बाहर के मजदूरों को गोली मार दी गई। जानकारों का कहना है कि घाटी में सुरक्षा बहुत ज्यादा सख्त है। प्रशासन ने आतंकियों के पनाहगारों के घर जब्त करने के आदेश दिए हैं। इससे आतंकी बौखला गए हैं।
प्रधानमंत्री मोदी 24 अप्रैल को जम्मू आ रहे है। ऐसा लगता है कि आतंकी अपनी मौजूदगी दिखाने के लिए हिंदुओं को टारगेट कर रहे हैं। बारामुला में भी एक आतंकी संगठन लश्करे-ए-इस्लामी का खत मिला है, इसमें हिंदू लोगों को धमकी दी गई है।