हिंदू धर्म में भगवान सूर्य की पूजा करना बहुत शुभ माना जाता है. मान्यता है कि रोजाना उनकी अराधना करने से व्यक्ति के जीवन में आने वाले सभी कष्ट दूर हो जाते हैं. लेकिन, सूर्य सप्तमी के दिन सूर्य अराधना का विशेष महत्व होता है. हिंदू पंचांग के अनुसार सूर्य सप्तमी हर साल मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को मनाई जाती है. धार्मित मान्यताओं के अनुसार सूर्य सप्तमी को भगवान सूर्य के जन्मदिवस के रूप में मनाया जाता है. इस बार यह 28 जनवरी 2023 को मनाया जाएगा. वैसे तो इस दिन कोई भी व्रत रख सकता है लेकिन, मान्यता है कि महिलाओं को खास करके इस दिन व्रत रखना चाहिए. जो भी इस दिन व्रत रखते हैं उनसे सूर्य देव बेहद प्रसन्न होते हैं और उन्हें कभी कोई रोग नहीं पकड़ता है. तो आइए जानते हैं कि क्या है पूजा का शुभ मुहूर्त और कैसे करें पूजा..
पूजा का शुभ मुहूर्त
हिंदू पंचांग के अनुसार सूर्य सप्तमी इस बार 28 जनवरी 2023 शनिवार, यानी कल के दिन मनाई जाएगी. इसी दिन स्नान-दान भी किया जाएगा. स्नान और पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 05 बजकर 25 मिनट से लेकर सुबह 07 बजकर 12 मिनट तक है. इस दिन कोशिश करें कि प्रात:काल सूर्य को जल जरूर अर्पित करें.
कैसे करें पूजा
सूर्य सप्तमी के दिन सबसे पहले जल्दी उठकर स्नान करें और उसके बाद सूर्य को जल अवश्य अर्पित करें. ध्यान रखें कि जल अर्पित करते समय गायत्री मंत्र का जाप भी करें. इसके बाद यदि संभव हो तो किसी नदी के पास जाकर भगवान शिव और माता पार्वती की मूर्ती स्थापित करें और उनकी पूजा करें. यदि ऐसा करना संभव न हो तो, घर पर ही सूर्य देव की मूर्ती रखें और इन पर लाल चंदन, लाल फूल, अक्षत आदि अर्पित करें. पूजा-पाठ के बाद किसी जरूरतमंद व्यक्ति को दान-दक्षिणा दें और किसी ब्राह्मण को भोजन भी करवाएं.
व्रत रखने का है विशेष महत्व
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सूर्य सप्तमी के दिन व्रत रखने का विशेष महत्व है. इस दिन कोशिश करें की सिर्फ फलहार करें और तामसिक भोजन से दूरी बनाकर रखें. इसके साथ-साथ आज के दिन किसी भी तरह के नशीले पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए. मान्यता है कि ऐसा करने से सूर्य देव की कृपा आप पर नहीं बरसती है और आपको शुभ फल मिलने के बजाए दुखद परिणाम देखनें को मिलने लगते हैं.