प्रकाश मेहरा
दिल्ली में हो रहे जी 20 देशों के नौवें पार्लियामेंट्री स्पीकर्स समिट (पी-20) में शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिरकत की. उन्होंने इस दौरान कहा कि एक बँटी हुई दुनिया चुनौतियों का समाधान नहीं दे सकती है. पीएम मोदी ने कहा ” दुनिया के अलग-अलग कोनों में जो कुछ भी घट रहा है उससे आज कोई भी अछूता नहीं है. संघर्ष और टकराव से आज दुनिया संकटों से जूझ रही है। इन संकटों से भरी दुनिया किसी के हित में नहीं है.
#WATCH | At the 9th P20 summit in Delhi, PM Modi says, "A world full of conflicts and confrontation cannot benefit anyone. A divided world cannot give solutions to the challenges before us. This is a time for peace and brotherhood, a time to move together, a time to move forward… pic.twitter.com/XisUaVClYB
— ANI (@ANI) October 13, 2023
मानवता के सामने जो बड़ी चुनौतियां हैं उनका समाधान एक बँटी हुई दुनिया दे सकती। यह शांति और भाईचारे का समय है साथ मिलकर चलने का समय है साथ आगे बढ़ने का समय है. यह सबके विकास और कल्याण का समय है हमें वैश्विक विश्वास के संकट को दूर करना होगा और मानवता केंद्रित सोच पर आगे बढ़ना होगा “इसी के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत में सीमा पार आतंकवाद का भी जिक्र किया।
उन्होंने कहा ” भारत दशकों से क्रॉस बॉर्डर आतंकवाद का सामना कर रहा है आतंकवादियों ने भारत में हजारों निर्दोषों की जान ली है. संसद के नए भवन के पास ही आपको भारत की पुराणी संसद भी दिखाई देगी। करीब 20 साल पहले आतंकवादियों ने हमारी संसद को भी निशाना बनाया था और आप जानकर चौक जायेंगे कि उस समय संसद का सत्र चल रहा था। आतंकियों की तैयारी सांसदों को बंधक बनाने की और उन्हें खत्म करने की थी. भारत ऐसी अनेकों आतंकी वारदातों से निपटते हुए आज यहां पंहुचा है.
अब दुनिया को एहसास हो रहा है कि आतंकवाद दुनिया के लिए कितनी बड़ी चुनौती है आतंकवाद चाहे कहीं भी होता है किसी भी कारण से होता है किसी भी रूप में होता है लेकिन वो मानवता के विरुद्ध होता है ऐसे में आतंकवाद को लेकर हम सभी को लगातार सख्ती बरतनी ही होगी”
हालाँकि इसका एक वैश्विक पक्ष और है जिसकी तरफ में आपका ध्यान आकर्षित करना चाहता हूँ आतंकवाद की परिभाषा को लेकर आप सहमति न बन पाना ये बहुत दुःखद है.