प्रकाश मेहरा
एग्जीक्यूटिव एडिटर
नई दिल्ली: इजरायली रक्षा बलों (IDF) ने 17 जून 2025 को दावा किया कि उन्होंने ईरान के सशस्त्र बलों के नवनियुक्त चीफ ऑफ स्टाफ और वरिष्ठ सैन्य कमांडर अली शादमानी को मार गिराया है। यह कार्रवाई तेहरान के मध्य में एक सटीक हवाई हमले के जरिए अंजाम दी गई। यह हमला पांच दिनों में दूसरी बार था, जब इजरायल ने ईरान के युद्धकालीन चीफ ऑफ स्टाफ को निशाना बनाया।
ईरानी सेना दोनों की कमान सौंपी
अली शादमानी को हाल ही में ईरान के सशस्त्र बलों के युद्धकालीन चीफ ऑफ स्टाफ और खातम अल-अनबिया सेंट्रल मुख्यालय के कमांडर के रूप में नियुक्त किया गया था। उनकी नियुक्ति 13 जून 2025 को इजरायली हमलों में मारे गए उनके पूर्ववर्ती मेजर जनरल घोलम अली राशिद की जगह हुई थी। शादमानी को इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) और नियमित ईरानी सेना दोनों की कमान सौंपी गई थी।
शादमानी को ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई का करीबी सैन्य सलाहकार माना जाता था। उन्हें ईरान के सबसे ताकतवर सैन्य अधिकारियों में से एक माना जाता था, जो सैन्य रणनीतियों और क्षेत्रीय प्रभाव को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते थे।
रणनीतिक योजनाओं पर असर
IDF के अनुसार, यह हमला सोमवार-मंगलवार (16-17 जून 2025) की रात को तेहरान के केंद्र में एक मानवयुक्त कमांड सेंटर पर किया गया। इजरायली वायुसेना (IAF) के लड़ाकू विमानों ने सटीक खुफिया जानकारी और अचानक मिले अवसर के आधार पर हमला किया। IDF ने दावा किया कि “शादमानी की हत्या से ईरान की सैन्य कमान संरचना को गंभीर नुकसान पहुंचा है, जिससे उनकी रणनीतिक योजनाओं पर असर पड़ सकता है।”
क्या होगा इसका प्रभाव !
13 जून 2025 को इजरायल ने “ऑपरेशन राइजिंग लायन” के तहत ईरान के सैन्य और परमाणु ठिकानों पर हमले किए थे, जिसमें चीफ ऑफ स्टाफ मेजर जनरल मोहम्मद बघेरी, IRGC कमांडर हुसैन सलामी, और घोलम अली राशिद सहित कई वरिष्ठ कमांडर मारे गए थे।
ईरान ने इन हमलों के जवाब में 13 जून को “ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस-3” शुरू किया, जिसमें इजरायल पर 150 से अधिक बैलिस्टिक मिसाइलें दागी गईं। शादमानी की मौत के बाद ईरान की ओर से तत्काल कोई आधिकारिक बयान नहीं आया, लेकिन माना जा रहा है कि यह ईरान के लिए एक बड़ा झटका है। इजरायल और ईरान के बीच तनाव चरम पर है। इजरायल का कहना है कि ये हमले ईरान के परमाणु हथियार कार्यक्रम को रोकने के लिए जरूरी थे, जबकि ईरान ने इजरायली हमलों को “युद्ध की घोषणा” करार दिया है।
ईरान ने जवाबी कार्रवाई की धमकी दी !
शादमानी की मौत, यदि पुष्टि होती है, तो ईरान की सैन्य कमान के लिए एक और बड़ा नुकसान होगी। यह हमला इजरायल की रणनीति को दर्शाता है, जो ईरान के शीर्ष सैन्य नेतृत्व को निशाना बनाकर उनकी सैन्य और परमाणु क्षमताओं को कमजोर करने पर केंद्रित है। हालांकि, इससे क्षेत्र में और अधिक तनाव बढ़ने की संभावना है, क्योंकि ईरान ने पहले ही जवाबी कार्रवाई की धमकी दी है।