नई दिल्ली: रामलला की अयोध्या में 500 वर्षों के लंबे संघर्ष के बाद प्रभु श्रीराम का दिव्य मंदिर बनकर तैयार हो चुका है. इसी क्रम में अब राम मंदिर क्षेत्र को और अधिक आकर्षक व सुविधाजनक बनाने की दिशा में सरकार लगातार कार्य कर रही है. राम मंदिर से लगभग 3 किलोमीटर दूर 14 कोसी परिक्रमा मार्ग पर साकेत सदन के पास 5 एकड़ भूमि पर रामलला पार्क का निर्माण किया जा रहा है. यह पार्क आगामी 6 महीनों में बनकर तैयार हो जाएगा.
17 करोड़ की लागत से होगा निर्माण
रामलला पार्क का निर्माण लगभग 17 करोड़ रुपए की लागत से किया जा रहा है. नगर आयुक्त जनेंद्र कुमार ने बताया कि इस महत्वाकांक्षी परियोजना का कार्य दाईं संस्था सीएनडीएस को सौंपा गया है. बीते 6 महीनों से निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है और तय समय सीमा के भीतर इसे पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. पार्क के निर्माण में आधुनिक तकनीक और बेहतर सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जा रहा है.
4 जोन में दिखाई जाएगी रामायण गाथा
रामलला पार्क की सबसे बड़ी खासियत यह होगी कि इसमें प्रभु श्रीराम के जीवन चरित्र को 4 अलग-अलग जोन में विभाजित कर प्रस्तुत किया जाएगा. पार्क में भगवान राम के जन्म, बाल अवस्था, गुरुकुल जीवन, ताड़का वध सहित प्रमुख प्रसंगों को मूर्ति और दृश्य रूप में प्रदर्शित किया जाएगा. श्रद्धालु यहां घूमते हुए रामायण की पूरी गाथा को क्रमबद्ध तरीके से देख और समझ सकेंगे.
युवा पीढ़ी को मिलेगा सांस्कृतिक ज्ञान
इस पार्क का उद्देश्य केवल मनोरंजन नहीं बल्कि सांस्कृतिक और धार्मिक शिक्षा भी है. अयोध्या आने वाली युवा पीढ़ी और बच्चे रामलला पार्क के माध्यम से प्रभु श्रीराम के आदर्श जीवन, मर्यादा और संस्कारों को जान सकेंगे. रामायण से जुड़े पात्रों और दृश्यों को जीवंत रूप में देखने से श्रद्धालुओं को प्रभु राम की जीवन लीला को गहराई से समझने का अवसर मिलेगा.
श्रद्धालुओं की मूलभूत सुविधाओं पर विशेष ध्यान
रामलला पार्क में श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए कई आधुनिक व्यवस्थाएं की जाएंगी. पार्क में प्रवेश द्वार, पार्किंग, टिकट काउंटर, वॉच टावर, स्क्रीन वॉल और विश्राम स्थल बनाए जाएंगे. इसके साथ ही साफ-सफाई, सुरक्षा और बैठने की समुचित व्यवस्था भी की जाएगी ताकि श्रद्धालु आराम से पार्क का भ्रमण कर सकें.
संत समाज और स्थानीय लोग उत्साहित
अयोध्या में बनने वाले रामलला पार्क को लेकर संत समाज और स्थानीय निवासियों में भी खासा उत्साह देखने को मिल रहा है. लोगों का मानना है कि यह पार्क अयोध्या की धार्मिक पहचान को और मजबूत करेगा. राम मंदिर दर्शन के साथ-साथ श्रद्धालु रामलला पार्क में प्रभु श्रीराम की जीवन गाथा का अनुभव कर सकेंगे जिससे अयोध्या का धार्मिक पर्यटन और अधिक समृद्ध होगा.







