नई दिल्ली। उत्तराखंड के सीमांत इलाके खटीमा में युवक की हत्या के बाद जमकर बवाल हुआ। आक्रोशित भीड़ ने आगजनी और तोड़फोड़ कर हाइवे पर जाम लगा दिया। बाजार बंद कराते हुए लोग मुख्य चौक पर प्रदर्शन करने लगे। इस बीच किसी ने आरोपी के पिता के चाय के खोखे को फूंक दिया। इसी बीच, जामा मस्जिद के पास कुछ लोग सड़क पर बैठकर जाम लगाने लगे। समझाने के बावजूद जब लोग नहीं माने तो पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए लाठियां भांजकर भीड़ को तितर-बितर किया।
जानकारी के अनुसार, शुक्रवार देर रात रोडवेज बस स्टेशन के पास दो पक्षों के बीच रंजिशन चाकू चले थे, जिसमें तुषार नाम के युवक की मौत हो गई थी। गंभीर रूप से घायल सलमान और अभय को हायर सेंटर रेफर किया गया था। तुषार की हत्या के विरोध में शनिवार सुबह करीब 9 बजे परिजनों और स्थानीय लोगों ने हंगामा शुरू कर किया। इससे बाजार में अफरातफरी मच गई। आक्रोशित भीड़ ने हत्या के आरोपी एक युवक के पिता के चाय के खोखे में आग लगा दी। खोखे की आग को किसी तरह से फायर ब्रिगेड ने काबू पाया।
गुस्साई भीड़, आगजनी और दुकानें बंद
जब भीड़ बाजार की ओर बढ़ी तो घबराए दुकानदारों ने शटर गिरा दिए। देखते ही देखते पूरा बाजार बंद हो गया। मुख्य चौक पर स्थिति कुछ शांत हुई, लेकिन जामा मस्जिद के बाहर भीड़ जुटने लगी। हालात की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने लाठियां भांजकर भीड़ को तितर-बितर किया। करीब पांच घंटे चले बवाल के बाद स्थिति को पुलिस ने किसी तरह से नियंत्रित किया। मामले को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश पर शहर में पुलिस बल तैनात कर दिया गया। मुख्य चौक से 200 मीटर के दायरे में धारा 163 लागू कर दी है। P09
पांच घंटे जमकर बवाल
हत्यारोपियों के खिलाफ भड़के गुस्से के चलते खटीमा में सुबह करीब नौ बजे से लगभग पांच घंटे तक बवाल हुआ। गुस्साई भीड़ के तेवर देख टनकपुर रोड की दुकानों के शटर गिरने लगे और देखते ही देखते कोतवाली तक पूरा बाजार बंद हो गया। भीड़ बढ़ती गई और स्थिति उपद्रव में बदल गई।
जामा मस्जिद के बाहर लोग जमा
परिजनों और भीड़ ने पहले रोडवेज के पास मृतक के घर के समीप हाईवे जाम करने की कोशिश की, जिसे पुलिस समझा-बुझाकर टालती रही। इसके बाद भीड़ मुख्य चौक की ओर बढ़ी और दुकानों को जबरन बंद कराना शुरू कर दिया। पुरानी तहसील रोड की दुकानों को बंद कराने के बाद भीड़ मुख्य चौक पर एकत्र हो गई और जाम लगाने का प्रयास किया। कुछ देर बाद लोग टनकपुर रोड की ओर चले गए, लेकिन थोड़ी ही देर में फिर मुख्य चौक पर लौट आए। इस बार कई लोगों के हाथों में डंडे थे। जिन दुकानों को बंद नहीं किया गया, उन्हें जबरन बंद कराया गया। तिरपाल और पन्नियां फाड़ दी गईं।
दोपहर करीब एक बजे भीड़ मेलाघाट रोड की ओर बढ़ने लगी। पुलिस साथ में चल रही थी, लेकिन अचानक बेकाबू हुई भीड़ ने एक वाहन में तोड़फोड़ कर दी। पुलिस ने किसी तरह भीड़ को वहां से हटाया। इसके बाद भीड़ फिर टनकपुर रोड की ओर बढ़ने लगी। इसी बीच, जामा मस्जिद के पास कुछ लोग सड़क पर बैठकर जाम लगाने लगे। समझाने के बावजूद जब लोग नहीं माने तो पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए लाठियां भांजकर भीड़ को तितर-बितर किया। इससे लोग इध-उधर भाग निकले। कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया, जिनसे कोतवाली लाकर पूछताछ की गई। हालांकि बाद में उन्हें रिहा कर दिया गया।
भीड़ ने कार के शीशे तोड़े
भीड़ के मुख्य चौक पहुंचते ही हालात और बिगड़ गए। भीड़ ने एक दुकान के होर्डिंग-बैनर फाड़ दिए। पुरानी तहसील रोड पर दुकानों के बाहर रखा फर्नीचर तोड़ दिया। खड़ंजा रोड और मेलाघाट रोड पर कुछ दुकानों के बाहर तोड़फोड़ की गई। लाठियों से एक कार के शीशे तोड़ दिए गए। पुलिस ने किसी तरह भीड़ को नियंत्रित किया।
चौराहे पर ई-रिक्शा पलटाने की कोशिश
भीड़ ने मेलाघाट रोड पर एक कार का शीशा तोड़ दिया। मुख्य चौराहे पर ई-रिक्शा चालकों से अभद्रता की गई। एक ई-रिक्शा पलटने की भी कोशिश की गई, जिसे चालकों ने भीड़ से बचाया। इसके अलावा शहर में कई जगह अराजकता फैलाने की कोशिश की। हालांकि कामयाब नहीं हुए। पुलिस ने तब तक सख्ती दिखा दी।







