नई दिल्ली : आम आदमी पार्टी (AAP) की दिल्ली मेयर पद की उम्मीदवार शैली ओबेरॉय (Shelly Oberoi) गुरुवार (26 जनवरी, 2023) को सुप्रीम कोर्ट पहुंची। ओबेरॉय (Shelly Oberoi) ने सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में याचिका दायर कर समयबद्ध तरीके से मेयर चुनाव कराने की मां की है। सुप्रीम मामले की सुनवाई शुक्रवार को कर सकता है।
आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दिल्लीवालों ने नगर निगम चुनावों में आम आदमी पार्टी को बहुमत दिया, लेकिन भाजपा गंदी राजनीति के तहत एमसीडी में आम आदमी पार्टी की सरकार नहीं बनने दे रही। उन्होंने कहा कि कई बार कोशिशों के बावजूद भी मेयर का चुनाव नहीं होने दिया जा रहा, सरकार नहीं बनने दे रहे। अब आम आदमी पार्टी की मेयर उम्मीदवार डॉ शैली ओबरॉय, नेता सदन मुकेश गोयल सुप्रीम कोर्ट गए हैं और दो मांग रखी हैं।
AAP ने अपनी याचिका में यह दो प्रमुख मांगें रखीं
आम आदमी पार्टी की मेयर पर की प्रत्याशी डॉ. शैली ओबेरॉय ने अपनी याचिका में दो मांगें रखी हैं। उनकी पहली मांग है कि समयबद्ध तरीके से एमसीडी में सरकार बनाई जाए, कोर्ट जल्द से जल्द इस प्रक्रिया को पूरी करवाए। दूसरी मांग है कि 10 मनोनीत पार्षद यानी एल्डरमैन को वोटिंग का अधिकार नहीं है, लेकिन भाजपा बेईमानी करके इनसे वोटिंग करवाना चाहती है। ऐसे में सुप्रीम कोर्ट इसको लेकर भी केंद्र सरकार और एमसीडी प्रशासन को आदेश दे और कानून का पालन होना चाहिए।
पिछले महीने एमसीडी चुनावों में बहुमत हासिल करने वाली आम आदमी पार्टी ने स्टैंड-इन पीठासीन अधिकारी और एक भाजपा पार्षद द्वारा पक्षपात का आरोप लगाया था। कहा था कि भाजपा मेयर के चुनावों में अवैध साधनों का उपयोग करना चाहती है। यह उपराज्यपाल द्वारा नियुक्त पीठासीन अधिकारी के माध्यम से भाजपा द्वारा एक गहरी साजिश है, जो भाजपा की केंद्र सरकार द्वारा नियुक्त किया गया है।
भाजपा 15 साल बाद एमसीडी की सत्ता से बेदखल
15 साल बाद एमसीडी में सत्ता से बेदखल हुई भाजपा का दावा है कि आम आदमी पार्टी डर गई है, क्योंकि उसके पार्षद ही उसके मेयर उम्मीदवार को वोट नहीं करेंगे। मंगलवार को बीजेपी पार्षदों ने AAP पर महापौर चुनाव से भागने का आरोप लगाते हुए विरोध-प्रदर्शन किया था, जबकि आम आदमी पार्टी ने भाजपा पर अराजकता के जरिए चुनाव रोकने का आरोप लगाया था।
AAP ने 134 वार्डों में जीत हासिल की
इससे पहले छह जनवरी को नए सदन की पहली बैठक भी स्थगित कर दी गई थी, जब आप और भाजपा दोनों सदस्यों ने इसका विरोध किया था। उस दिन आप के विरोध के बीच नामित पार्षदों (‘एल्डरमेन’) को निर्वाचित सदस्यों के सामने सदस्यता की शपथ दिलाई गई थी। बता दें, दिसंबर में हुए एमसीडी चुनावों में आप ने 250 वार्डों में से 134 पर जीत हासिल की थी, जबकि बीजेपी को 104 सीटें मिली थीं।