पटना : बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेताओं को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 50 दिनों का टास्क दिया है। बेतिया में शुक्रवार को 10 जिलों के भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि आगामी चुनाव के दौरान वे मंदिर जाएं, पुजारियों को सम्मानित करें, जीविका दीदियों से संपर्क करें और उनके साथ बैठक कर बातचीत करें। दीपावली में सरकार की योजनाओं का लाभ पा चुके लाभार्थियों के साथ बैठक करें।
चंपारण और सारण क्षेत्र के भाजपा नेताओं से संबोधन में शाह ने कहा कि हर बूथ पर मतदाताओं को शामिल करते हुए सोशल मीडिया ग्रुप बनाएं। शक्ति केंद्र के अध्यक्ष इसके एडमिन (अध्यक्ष) होंगे। ग्रुप में जीविक दीदियों, सरपंच, पुजारियों समेत अन्य महत्वपूर्ण लोगों को भी शामिल करें। ग्रुप पर सरकार से जुड़ी सूचनाएं और योजनाएं साझा करें। उन्हें इसके लाभ के बारे में बताएं।
शाह ने कहा कि बाइक वाले कार्यकर्ता सप्ताह में तीन दिन बूथों पर राउंड लगाएंगे। समूह में कार्यकर्ता निकलेंगे और बूथ क्षेत्र में घूमेंगे। इस दौरान भारत माता की जय, भारतीय जनता पार्टी जिंदाबाद, एनडीए जिंदाबाद के नारे लगाएंगे। विधानसभा में जीत के लिए अमित शाह ने जिला से लेकर बूथ स्तर तक की बैठक करने बात कही। उन्होंने इसके लिए डेडलाइन भी तय कर दी।
उन्होंने कहा कि अगले चार दिनों के भीतर (मंगलवार तक) जिला के पदाधिकारी मंडल अध्यक्षों की बैठक बुलाएं। इसमें जिले के पदाधिकारियों को मंडलों में बांटा जाएगा। ये मंडल के कार्यक्रमों और चुनाव तैयारियों की देखरेख करेंगे। उसके बाद पांच दिनों के भीतर जिला के पदाधिकारी मंडल अध्यक्षों के साथ बैठक करेंगे। उसके बाद चार दिनों में सभी बूथ स्तर तक बैठक करेंगे।
बता दें कि अमित शाह आगामी बिहार चुनाव के मद्देनजर दो दिवसीय राज्य दौरे पर हैं। शुक्रवार को बेतिया और पटना में भाजपा की बैठकों में शामिल होने के बाद शनिवार सुबह वे समस्तीपुर के सरायरंजन पहुंचे। यहां भाजपा के 10 संगठनात्मक जिलों के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने चुनाव में जीत का मंत्र दिया। इसके बाद अररिया जिले के फारबिसगंज में विभिन्न जिलों के भाजपा कार्यकर्ताओं से वे संवाद करेंगे।