हरिद्वार : अगर आपका मोबाइल फोन खो जाए तो आपको डबल सतर्क रहने की जरूरत है। कहीं ऐसा न हो कि आपके खोए हुए मोबाइल फोन की वजह से आपकी मुश्किलें भी दोगुनी हो जाएं। ऐसा ही कुछ मामला हरिद्वार में सामने आया है। कुख्यात लॉरेंस विश्नोई के नाम से कारोबारी संतोष पेरीवाल के बेटे से 20 लाख की रंगदारी मांगने मामले पर पुलिस जांच शुरू की गई थी।
पुलिस जांच में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए थे। फिरौती के लिए जिस मोबाइल फोन का इस्तेमाल किया गया था वह राजस्थान के यात्री का था। यात्री से यह मोबाइल हरकी पैड़ी क्षेत्र में खो गया था। यह खुलासा सीआईयू की जांच में उस वक्त हुआ जब यात्री ने राजस्थान पहुंचकर डुप्लीकेट सिम कार्ड लेकर उसे एक्टिव किया।
पिछले माह उत्तरी हरिद्वार क्षेत्र के सीमेंट-सरिया कारोबारी संतोष पेरीवाल के बेटे से कुख्यात लॉरेंस विश्नोई के नाम से बीस लाख की रंगदारी मांगी गई थी। उस वक्त मुंबई में अपने ससुराल में मौजूद रहे कारोबारी के बेटे ने अपने पिता को इस बाबत जानकारी दी थी, जिसके बाद डरे-सहमे कारोबारी ने एसएसपी अजय सिंह से मुलाकात कर घटनाक्रम से अवगत कराया था।
एसएसपी के निर्देश के बाद शहर कोतवाली पुलिस ने इस संबंध में मुकदमा दर्ज कर लिया था। प्रकरण लॉरेंस विश्नोई के नाम से जुड़ा था, लिहाजा सीआईयू भी सक्रिय हो गई थी। प्रारंभिक पड़ताल में फोन कॉल हरकी पैड़ी क्षेत्र से करने की बात निकलकर आई थी और सिम कार्ड राजस्थान की आईडी प्रूफ पर एक्टिव हुआ था। रंगदारी के लिए की गई फोन कॉल के बाद से मोबाइल फोन नंबर स्विच ऑफ था।
सीआईयू राजस्थान रवाना होने की तैयारी में थी कि मोबाइल फोन नंबर ऑन हो गया। सीआईयू ने जब संपर्क साधा, तब हकीकत सामने आ गई। सामने आया कि मोबाइल फोन नंबर सूरज निवासी बैरवा मोहल्ला राधा किशन मंदिर सिरस टोंक निवाई राजस्थान का है, वह अपने परिवार के साथ यहां गंगा स्नान के लिए आया था, तब उसका मोबाइल फोन खो गया था।
किसी सिरफिरे ने तो नहीं की कॉल?
माना जा रहा है कि लावारिस मिले मोबाइल फोन से किसी सिरफिरे ने लॉरेंस विश्नोई का नाम लेकर कारोबारी के बेटे को कॉल की थी, हालांकि अभी भी पुलिस की जांच जारी है। पुलिस की माने तो कॉल करने वाला शख्स भली भांति जानता था कि इलेक्ट्रोनिक्स सर्विलांस की मदद से पुलिस उस तक पहुंच सकती है। लिहाजा उसने एक ही बार मोबाइल फोन का इस्तेमाल किया। इसके बाद से फोन बंद जा रहा था।