नई दिल्ली बाबा रामदेव की कंपनी रुचि सोया के एफपीओ का आज आखिरी दिन है. सोमवार का कारोबार समाप्त होने के कुछ ही घंटे बाद एफपीओ के तहत शेयरों का लेन-देन बंद हो जाएगा. तब तक रिटेल इन्वेस्टर्स (Retail Investors) के पास भी 13,650 रुपये लगाकर कंपनी का पार्टनर बनने का मौका है. अभी तक प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, इस एफपीओ को 1.4 गुना सब्स्क्राइब किया गया है.
रुचि सोया एफपीओ के लिए 615-650 रुपये का प्राइस बैंड (Ruchi Soya FPO Price Band) तय किया गया है. 21 शेयरों के लॉट के हिसाब से देखें तो कंपनी का शेयरधारक बनने के लिए अपर प्राइस बैंड के आधार पर एक इन्वेस्टर को कम से कम 13,650 रुपये लगाने की जरूरत है. इस फॉलो-ऑन ऑफर में कंपनी ने 4,300 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किया है. अभी तक 4.89 करोड़ शेयरों के ऑफर में 6.86 करोड़ शेयरों के लिए बोलियां मिल चुकी हैं.
कंपनी पहले से ही एंकर इन्वेस्टर्स (Anchor Investors) से 1,290 करोड़ रुपये जुटा चुकी है. 24 मार्च को खुले इस ऑफर से कंपनी ने 4,300 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है. हालांकि क्लोजिंग से पहले बीएसई पर सोमवार के कारोबार में एक समय रुचि सोया का शेयर 10 फीसदी तक गिर गया. एफपीओ खुलने के बाद लगातार चार दिन से स्टॉक में गिरावट जारी है. यह स्टॉक 15 मार्च 2022 को 1,139.95 रुपये के हाई पर था और तब से इसके भाव करीब 30 फीसदी गिर चुके हैं.
रुचि सोया में बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि आयुर्वेद (Patanjali Ayurved) की 98.9 फीसदी हिस्सेदारी है. यह एफपीओ कंपनी में प्रमोटर की हिस्सेदारी को सेबी के मानक के दायरे में लाने के लिए है. सेबी के नए ऑर्डर के हिसाब से लिस्टेड कंपनियों में कम से कम 25 फीसदी पब्लिक शेयरहोल्डिंग जरूरी है. इस एफपीओ के बाद रुचि सोया में पतंजलि की हिस्सेदारी कम होकर 81 फीसदी पर आ जाएगी. रुचि सोया अभी महाकोश (Mahakosh), सनरीच (Sunrich) और न्यूट्रीला (Nutrela) ब्रांड के तहत खाने के तेल व सोया उत्पादों की बिक्री करती है.